महादेव ऐप ने बनाया अपराधी: छात्र अपहरण केस में पुलिस का खुलासा
भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी में बीते दिन एक छात्र के अपहरण कांड की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। अधिकारियों ने एक गैंग का खुलासा करते हुए बताया कि आरोपी ऑनलाइन सट्टा खेलने के शौकीन थे। ऑनलाइन बुक ऐप और 91 क्लब पर चारों युवक लाखों रुपये हार चुके थे। इन पैसों को चुकाने के लिए चारों ने लूट का प्लान बनाया। इसके बाद रास्ते में जाते हुए एक छात्र का अपहरण कर ले गए और उसके अकाउंट से सारे पैसे अन्य खातों में ट्रांसफर करवा दिए। साथ ही पीड़ित के रिश्तेदार और जान पहचान वालों से भी पैसा उसके खाते में ट्रांसफर करवाकर उसे भी हड़प लिया गया। आरोपियों ने अपहरण करने के लिए रेलवे अधिकारी की कार का प्रयोग किया था।
पुलिस को पीड़ित ने बताया कि 26 जनवरी को देर शाम लगभग 9 बजे दंगल जिम के सामने सफेद कलर की इनोवा कार उसके पार रुकी। वाहन के ड्रायवर के बगल में बैठे व्यक्ति ने गन और पीछे बैठे व्यक्ति ने उसके ऊपर चाकू अडा दिया। साथ ही उसे गाड़ी मैं खीच कर रत्नागिरी पेट्रोल पंप की तरफ जाने लगे। आरोपियों ने उसकी आंखों में पट्टी बांध दी और कहा- चुपचाप बैठे रहना वरना जान से खत्म कर देगें। फिर आरोपियों ने उसका मोबाइल छीन कर मारपीट की।
आरोपियों ने पीड़ित के खाते में रखे 1800 रुपये उनके खाते में ट्रान्सफर किये और धमकाकर कहा कि- हमैं 1 लाख रुपये चाहिये। किसी को भी फोन लगाकर अपने मोबाईल में जमा करा वरना तेरी किडनी निकाल कर उसे बेच कर पैसे ले लेगें। फिर उन्होने मेरे दोस्तो से रुपये अऱैंज करने के लिये कहा। पीड़ित ने डर की वजह से उनके कहने पर अपने रिस्तेदारो व दोस्तों को फोन लगाया और उनसे करीब 73 हजार रुपये अपने खाते में ट्रांसफर कराए। खाते में पैसे आने के बाद आरोपियों ने अलग-अलग लोगों को पैसा ट्रांसफर कराया। जब पैसे खत्म हो गए तब देर रात 3 बजे उसे खजूरी गांव के पास पीरिया चौराहा पर रोड के किनारे छोड गये।
घटना की शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने आरोपियों को पकड़ने के लिए एक टीम गठित की। जांच में मिले सबूतों के बाद ये स्पष्ट हुआ कि घटना के समय एक सफ़ेद रंग की मारुती सुजकी अर्टिका गाडी देखी गई थी। जिसमें संभावित वाहनों की तस्दीक पर एक गाड़ी घटना स्थल परपाई गई। ड्रायवर के बारे में जानकारी मिली कि सुभाष नाम का युवक घटनाके अगले दिन से काम छोड़कर चला गया है। जिसके बारे में पता करने पर ज्ञात हुआ कि वह उज्जैन महाकाल के दर्शन करने गया हुआ है। उज्जैन से लौटकर आते ही आरोपी की तलाश में लगी हुई टीमों ने उसे घेराबंदी कर गोविंदपुरा इंडस्ट्रियल एरिया में पकड़ा।
सख्ती से पूछताछ में आरोपी सुभाष ने बताया कि उसने अपने अन्य तीन दोस्त शुभम, सचिन, हनी के साथ मिलकर अपहरण कर लूट की घटना को अंजाम दिया था। घटना में उपयोग किया गया वाहन रेलवे के अधिकारी का है जिसे वह चलाता हैं। और सुभाष के साथ ही उसके अन्य तीन साथियों को भी सुभाष कॉलोनी से घेराबंदी कर पकड़ा गया।