लोक संस्कृति एवं परंपरा का प्रतीक है मावली मेला : बैज
नारायणपुर में आयोजित बस्तर के ऐतिहासिक मड़ई का समापन =
नारायणपुर 20 Feb, (Swarnim Savera) । जिला मुख्यालय में 5 दिनों तक चले ऐतिहासिक मावली मड़ई का समापन बीती रात हुआ। समापन समारोह के मुख्य अतिथि बस्तर के सांसद दीपक बैज थे। अध्यक्षता क्षेत्रीय विधायक एवं हस्तशिल्प विकास बोर्ड के अध्यक्ष चंदन कश्यप ने की।
समारोह में सासंद श्री बैज ने कहा कि मावली मड़ई क्षेत्र की लोक संस्कृति एवं परंपरागत आस्था का प्रतीक है। इस परम्परा का क्षेत्र के लोग सैकड़ों सालों से निर्वहन करते चले आ रहे हैं। इस मेले में देवी देवताओं के संगम के अलावा उनकी परंपरागत आराधना इस मेले को विशिश्ट बना देती है। क्षेत्र के लोगों को एकता के सूत्र में बांधने में इस मेले की महत्वपूर्ण भूमिका है। श्री बैज ने कहा कि हमारी संस्कृति तथा लोककला को संरक्षण देने एवं उसे विलुप्त होने से बचाने के लिए राज्य शासन द्वारा विशेष प्रयास किए गए हैं। देव गुड़ी एवं घोटुल जैसी आदिम परंपराओं के केंद्रों का पुनरोद्धार कर उन्हें पुनः स्थापित किया जा रहा हैै। इसके अलावा विगत 4 सालों में नारायणपुर जिले में विकास का नया अध्याय शुरू हुआ है। चाहे वह दुर्गम क्षेत्र में मार्गो का विकास हो या अबूझमाड़ क्षेत्र में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी केंद्रों में बढ़ोत्तरी हो या फिर छोटेडोंगर में आत्मानंद स्कूल, महाविद्यालय, आईटीआई केन्द्र खोलने की बात हो। इसके अलावा रावघाट रेल परियोजना के तहत् जिले तक रेल का परिचालन भी शीघ्र किया जा रहा है। कुल मिलाकर मुख्यमंत्री के मंशानुरूप आदिवासी क्षेत्रों के विकास को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा रही है। इसके साथ ही उन्होने इस 5 दिवसीय मेले के नियोजित एवं सुचारू रूप से संचालन पर जनप्रतिनिधियो एवं प्रशासन को साधुवाद दिया। विधायक चंदन कश्यप ने मेले की भव्यता़ एवं प्रशासनिक इंतजामात के लिए आयोजकों को बधाई देते हुए कहा कि माता मावली की इस पवित्र धरा मे इस 5 दिवसीय मेले का निर्विघ्न पूरा होना सफल व सुनियोजित आयोजन का प्रमाण है।
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प्राचीन काल से चली आ रही है परंपरा
देश दुनिया के लोग अबूझमाड़ को यहां की गौरवशाली और समृद्ध परम्परा, कला संस्कृतिक के लिए जानते हैं। माता मावली मेला बस्तर का सबसे प्राचीन मड़ई- मेलों में से एक है, जिसे लोग एक उत्सव के रूप में मनाते आ रहे हैं। आमजनों के मनोरंजन के लिए मेला आरंभ होने के दिन से अंतिम दिन तक रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए गए। मेले को सभी वर्गाे को एकजुट एवं भागीदारी के सूत्र में बाधने वाला उत्सव बताते हुए श्री कश्यप ने आशा व्यक्त की कि भविष्य में भी मेले की भव्यता एवं आस्था का इसी प्रकार निर्वहन किया जाएगा। लोक संध्या रायपुर द्वारा रंगारंग कार्यक्रम की प्रस्तुति दी गई। इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष श्यामबती नेताम, नगर पालिका अध्यक्ष सुनीता मांझी, नगर पालिका उपाध्यक्ष प्रमोद नेलवाल, क्षेत्र के जनप्रतिनिधि रजनू नेताम, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हेमसागर सिदार, संयुक्त कलेक्टर प्रदीप वैद्य, तहसीलदार सुमीत बघेल, नगर पालिका अधिकारी मोबिन अली के अलावा अन्य विभागों के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे