पुलिस हिरासत में यौन उत्पीड़न का मामला, सैन्य अधिकारी और उनकी मंगेतर को सरकार ने दी सुरक्षा
भुवनेश्वर / ओडिशा सरकार ने मंगलवार को पुलिस हिरासत में प्रताड़ित किए जाने वाले सेना अधिकारी और यौन उत्पीड़न का शिकार हुई उनकी मंगेतर को सुरक्षा मुहैया कराने का फैसला किया है। दोनों के साथ बीती 15 सितंबर को राजधानी भुवनेश्वर के भरतपुर पुलिस स्टेशन में घटना घटी थी। भुवनेश्वर-कटक पुलिस कमिश्नरेट के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि राज्य सरकार के फैसले के बाद दोनों के लिए निजी सुरक्षा अधिकारी (पीएसओ) नियुक्त कर दिए गए हैं।
एक दिन पहले ही पीड़ितों ने सीएम से की थी मुलाकात
अधिकारी ने बताया कि शहर में यात्रा के दौरान दोनों के साथ पीएसओ तैनात रहेंगे। सेना अधिकारी और उनकी मंगेतर, दोनों ने सरकार द्वारा मुहैया कराए गए पीएसओ को स्वीकार कर लिया है। एक दिन पहले ही पीड़ित सेना अधिकारी और उनकी मंगेतर के साथ ही मंगेतर के पिता और कई अन्य सैन्य अधिकारियों ने राज्य सचिवालय में मुख्यमंत्री मोहन चरण मांझी से मुलाकात की थी। अब सरकार ने दोनों को सुरक्षा देने का आदेश दिया है।
घटना की न्यायिक जांच पर पीड़ितों ने जताई राहत
मुख्यमंत्री के साथ मुलाकात के दौरान सैन्य अधिकारी और उनकी मंगेतर ने आशंका जताई कि उन्हें इस मामले में धमकियों का सामना करना पड़ सकता है। मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद पीड़ित महिला ने कहा कि राज्य सरकार ने मामले की न्यायिक जांच कराने का एलान किया है और सरकार के इस फैसले से वह राहत महसूस कर रही है और उम्मीद है कि न्यायिक जांच के माध्यम से उसे न्याय मिलेगा।
घटना 15 सितंबर की है, जब सेना अधिकारी और उनकी मंगेतर के साथ कुछ स्थानीय युवकों ने मारपीट की। जब दोनों इसकी शिकायत दर्ज कराने भरतपुर पुलिस स्टेशन गए तो वहां उन्हें प्रताड़ित किया गया और महिला के साथ कथित तौर पर यौन उत्पीड़न किया गया। इस मामले में राज्य सरकार ने आरोपी पांच पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिा है और घटना की न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं।