थलथुली गांव में हुई मुठभेड़ में टॉप लीडर कमलेश के घायल होने की आशंका, कुछ नक्सलियों की पहचान बाकी
जगदलपुर/ नारायणपुर और दंतेवाड़ा जिले के सीमा पर ओरछा थाना क्षेत्र के नेदुर और थलथुली गांव में तीन और चार अक्टूबर को नक्सलियों के टॉप लीडर जिसमें नीति से लेकर कमलेश के द्वारा नक्सलियों के टीम की मीटिंग ले रहे थे, लेकिन अचानक से हुए मुठभेड़ में जहाँ नीति मारी गई, जबकि कमलेश के घायल होने के बाद भागे जाने की आशंका जताई जा रही है। मामले के बारे में बताया जा रहा है कि नक्सलियों के टॉप लीडर जिसमें दंडकारण्य कमेटी सदस्य व 5 राज्यों में मोस्ट वांटेड कमलेश के साथ ही स्पेशल जोनल कमेटी सदस्य नीति उर्फ उर्मिला के द्वारा ईस्ट बस्तर डिवीजन, इंद्रावती एरिया कमेटी , कंपनी नंबर 6 के साथ ही प्लाटून नंबर 16 के नक्सलियों की मीटिंग की जा रही थी, लेकिन अचानक से पुलिस जवानों ने धावा बोल दिया, नक्सली जब तक खुद को संभाल पाते टीम ने कुछ नक्सलियों को ढेर कर दिया, जिसके बाद दोनों ओर से करीब 5 घंटे तक फायरिंग होती रही, जहाँ आखिर में नक्सली टीम भाग खड़ी हुई, इस घटना से यह आशंका जताई जा रही है कि नीति तो मेरी गई, लेकिन संभवत ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि कमलेश घायल हो जाने के कारण मौके से भागने में सफल रहा है, फिलहाल पुलिस के पास इस बात का कोई भी सबूत नही पाया गया है कि कमलेश इस हमले में मारा गया या फिर घायल होने के बाद भाग निकला है।
20 से अधिक नक्सलियों के शव ले गए परिजन
3 व 4 अक्टूबर को हुए मुठभेड़ के बाद बस्तर पुलिस ने सभी मारे गए नक्सलियों के शव को पीएम के लिए भेज दिया गया था, जिसमें से 20 के लगभग नक्सलियों के शव उनके परिजनों के द्वारा आकर ले जाया गया है, जबकि अन्य की बाकी है, वही परिजनों की पतासाजी भी किया जा रहा है, जिससे की उनके शव का पीएम के बाद परिजनों को सौप सके,
9 की शिनाख्त नही हुई
मारे गए नक्सलियों में अधिकतर की शिनाख्त हो चुकी है, जबकि 9 नक्सलियों की शिनाख्त अब तक नही हुई है, पुलिस लगातार परिजनों से संपर्क करने की कोशिश कर रही है, सुंदरराज पी., आईजी बस्तर रेंज