यूपी में दुस्साहस: जेवर दिखाने के बहाने ले गए और मार डाला
रायबरेली/ उत्तर प्रदेश के रायबरेली में अपहृत सराफा कारोबारी शोभित कौशल (21) की बेरहमी से हत्या की गई है। शनिवार सुबह रायबरेली-प्रतापगढ़ सीमा पर नहर किनारे झाड़ियों से शव बरामद किया गया। शरीर पर चाकुओं से कई वार किए गए। गला भी रेता गया। वारदात से गुस्साए परिजनों और लोगों ने लखनऊ-प्रयागराज राष्ट्रीय राजमार्ग जाम कर दिया। पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करते हुए आरोपियों के एनकाउंटर की मांग की। पुलिस अफसरों ने सख्त कार्रवाई का आश्वासन देकर दो घंटे बाद किसी तरह से जाम खुलवाया। वारदात को प्रेम प्रसंग से भी जोड़कर देखा जा रहा है। पुलिस ने दो आरोपियों धर्मेंद्र सरोज और गुलाब को गिरफ्तार कर अन्य की तलाश शुरू कर दी है।दरअसल, सराफा व्यवसायी शोभित कौशल की हत्या की स्क्रिप्ट आरोपियों ने पहले से ही तैयार कर रखी थी। इसका तनिक भी अंदाजा व्यवसायी को नहीं था। शोभित की जान पहचान पहले से ही आरोपियों से थी। वह उनके झांसे में आकर सोने-चांदी के जेवरात की डिजाइन दिखाने के लिए उनके साथ बाहर चला गया।
शोभित कौशल दुकान पर बैठकर सोने-चांदी की बिक्री करता था, जबकि उसके पिता राकेश कौशल गांवों में फेरी लगाकर सोने-चांदी की बिक्री करते थे। फेरी लगाने के बाद राकेश शाम पांच बजे अपनी दुकान पर रोजाना पहुंच जाते थे। पुलिस सूत्रों की माने तो घटना वाले दिन शोभित दुकान पर था।आरोपी व्यवसायी से शर्त रखते हैं कि वह सोने-चांदी की जेवरात की डिजाइन दिखाने उसके साथ चले। इस पर शोभित दुकान बंद करता है और एक आरोपी के साथ चला जाता है। इसी दौरान उसकी हत्या कर दी जाती है। चूंकि आरोपियों को पहले ही इस बात की जानकारी थी कि व्यवसायी का पिता शाम पांच बजे दुकान पर पहुंचेगा। इसलिए हत्या के बाद आरोपियों का इरादा सोने-चांदी के जेवरात लूटना था।
फेरी लगाने के दौरान मृतक युवक के पिता का किसी बात को लेकर कुछ लोगों से विवाद हो गया था। इस पर पिता राकेश दोपहर में ही दुकान पर पहुंच गए। देखा कि एक आरोपी दुकान से जेवर लूट रहा है। आरोपी युवक को पकड़कर पिता ने पुलिस के सुपुर्द किया। पुलिस देर रात घटना की जांच करती रही। पुलिस सूत्रों के मुताबिक धर्मेंद्र, गुलाब के अलावा प्रतापगढ़ जिले के नवाबगंज थाना क्षेत्र के रहने वाला एक युवक मास्टरमाइंड है।
प्रेम-प्रसंग की भी बात आ रही सामने
पुलिस की शुरुआती जांच में प्रेम प्रसंग में ही सराफा व्यवसायी की हत्या की वजह सामने आई है। सूत्रों का कहना है कि घटना में फरार आरोपी अरविंद का ऊंचाहार क्षेत्र की रहने वाली एक युवती के साथ प्रेम-प्रसंग चल रहा था। इसी युवती से सराफा व्यवसायी शोभित की भी बातचीत हो रही थी।
यह बात अरविंद को अखर रही थी। कई बार उसने शोभित को समझाया भी था कि वह युवती से दूर रहे। इसके बाद भी शोभित युवती से बातचीत कर रहा था। ऐसे में अरविंद ने साथियों के साथ मिलकर शोभित को ठिकाने लगाने की साजिश रची। सीसीटीवी कैमरे की फुटेज में बाइक से आकर दुकान में घुसते हुए जो युवक दिख रहा है, वह धर्मेंद्र बताया जा रहा है। सीओ डलमऊ अरुण कुमार नौहवार ने बताया कि सीसीटीवी कैमरे की फुटेज के जरिए आरोपियों की पहचान की जा रही है।
खंगाली जा रही कॉल डिटेल
पुलिस गिरफ्तार किए गए आरोपी धर्मेंद्र सरोज और गुलाब के मोबाइल की कॉल डिटेल खंगाल रही है। पुलिस जानने का प्रयास कर रही है कि घटना के पहले और फिर घटना के बाद इन दोनों आरोपियों को किन-किन लोगों ने फोन किया और उनसे क्या बातचीत हुई। पुलिस सूत्र बताते हैं कि घटना में शामिल आरोपियों की संख्या तीन से ज्यादा हो सकती है।
रायबरेली में अपहरण के बाद सराफा कारोबारी की हत्या
आपको बता दें कि रायबरेली के अपहृत सराफा कारोबारी शोभित कौशल (21) की हत्या का मामला सामने आया है। शनिवार सुबह रायबरेली-प्रतापगढ़ सीमा पर नहर किनारे झाड़ियों से कारोबारी का शव बरामद किया गया।
ऊंचाहार कोतवाली क्षेत्र के मदारीगंज निवासी शोभित कौशल की सराफा की दुकान है। शुक्रवार दोपहर एक बजे खरीदारी के लिए धर्मेंद्र सरोज उनकी दुकान में पहुंचा। डिजाइन दिखाने की बात कहकर बाइक से शोभित को अपने साथ लेकर चला गया। वह कुछ देर बाद लौटा और चाबी से दुकान का शटर खोल कैश काउंटर से रुपये समेटने लगा। शोभित के पिता राकेश वहां पहुंचे और धर्मेंद्र को पकड़कर पुलिस को सौंप दिया। पुलिस ने राकेश की तहरीर पर धर्मेंद्र सरोज व उसके साथी गुलाब के खिलाफ अपहरण और चोरी का केस दर्ज कर तलाश शुरू कर दी। शनिवार सुबह आरोपियों की निशानदेही पर शोभित का शव बरामद कर लिया गया।