अंतर राज्यीय सीमा पर 10 पेटी शराब जप्त, तस्कर भाग निकले
ओड़िशा में रजिस्टर्ड मालवाहक ऑटो से की जा रही थी तस्करी =
बकावंड 18 March, (Swarnim Savera) । सीमावर्ती राज्य ओड़िशा से छत्तीसगढ़ में अब तक गांजा की तस्करी होती रही है, और अब शराब की भी तस्करी होने लगी है। दोनों राज्यों के सीमावर्ती इलाके में पुलिस ने ओड़िशा से तस्करी कर एक वाहन के जरिए लाई जा रही शराब की खेप पकड़ी है। पुलिस को आते देख तस्कर शराब की पेटियों से लदे मालवाहक ऑटो को छोड़कर भागने में सफल रहे। पुलिस तस्करों की सरगर्मी से तलाश कर रही है।
बस्तर जिले के करपावंड थाना क्षेत्र में परपागुड़ा के पास 13 मार्च को पुलिस ने मैजिक वाहन से 10 पेटी शराब जप्त की। करपावंड पुलिस ने बताया कि मुखबिर से सूचना मिलने पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जितेंद्र सिंह मीणा के निर्देश पर थाना प्रभारी श्री श्रीवास्तव के नेतृत्व में एक टीम ओड़िसा सीमा की ओर 13 मार्च को गश्त पर निकली थी। शक के आधार पर पुलिस टीम ने ओड़िशा की ओर से आ रहे मालवाहक ऑटो ओआर 10 टी 5046 को रोकने की कोशिश की, तो वाहन चालक वाहन छोड़कर फरार हो गया। वाहन से 10 पेटी शराब बरामद की गई है। शराब तस्करी में प्रयुक्त मालवाहक ऑटो को जप्त कर लिया गया है। पुलिस ने बताया कि शराब तस्करी में करपावंड के एक किराना व्यापारी का हाथ है, जो पुलिस को चकमा देकर भाग निकला। करपावंड थाना प्रभारी श्री श्रीवास्तव ने बताया कि अरोपी के खिलाफ 34 (2) आबकारी एक्ट के तहत मामला पंजीबद्ध किया गया है। उन्होंने बताया कि आरोपी की तलाश जारी है। उसे शीघ्र गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया जाएगा।
बेखबर रहता है आबकारी विभाग
दीगर प्रांतों से आएदिन भारी मात्रा में शराब छत्तीसगढ़ तक पहुंच रही है। ओड़िसा, तेलंगाना, आंध्ररप्रदेश की सीमाओं से बस्तर जिले की सीमा जुड़ी हुई हैं। इस वजह से पड़ोसी राज्यों बस्तर जिले के रास्ते छत्तीसगढ़ तक शराब और गांजा की तस्करी बड़े पैमाने पर हो रही है। हर तीसरे चौथे दिन गांजा तस्करी का एक न एक मामला पकड़ा जा रहा है। शराब और गांजे को बस्तर जिले के ग्रामीण इलाकों तथा छत्तीसगढ़ के अन्य भागों व मध्यप्रदेश में पहुंचाया जा रहा है। ताज्जुब की बात तो यह है कि आबकारी विभाग को खबर तक नहीं लग पाती। चर्चा है कि आबकारी विभाग के संरक्षण में ही शराब और गांजे का अवैध कारोबार जोरों पर चल रहा है।