पीलिया एवं जल जनित बीमारियों से बचाव एवं रोकथाम के लिए भिलाई क्षेत्र के सभी हैन्डपंप/पावर पंप एवं अन्य जल स्रोतों से ले रहे सेम्पल
भिलाई नगर (Swarnim Savera) । नगर पालिक निगम भिलाई क्षेत्र अंतर्गत पेयजल की शुद्धता को बनाए रखने सभी हैन्डपंप, पावरपंप, पाइप लाइन एवं विभिन्न स्थानों के जल स्रोतों से पानी का सेम्पल लिया जा रहा है और पानी की शुद्धता की जांच की जा रही है। जलजनित बीमारियों से बचाव के लिए निगम प्रशासन द्वारा सभी वार्डों मे लोगों को साफ व उबला हुआ पानी पीने की सलाह दे रहे है। वार्डों से प्रतिदिन लिए जा रहे पानी के सेम्पल को 77 एमएलडी जल शोधन संयंत्र में स्थापित लैब में केमिस्टों द्वारा जांच की जा रही है। निगम आयुक्त श्री रोहित व्यास ने जल कार्य विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया है कि शहर की जनता को शुद्ध पेयजल प्रदाय करने हेतु संपूर्ण निगम क्षेत्र से पानी सेम्पल एकत्रित कर प्रतिदिन जांच की जाए। पीलिया एवं जल जनित जैसी बीमारी की रोकथाम हेतु प्रत्येक जोन क्षेत्रों के हैन्डपंप, पावरपंप, टंकी, पाइपलाइन एवं अन्य जल स्रोतों से पानी का सैंपल लेकर उसका परीक्षण किया जा रहा है। परीक्षण उपरांत जांच रिपोर्ट जोन को सौंप दी जा रही है ताकि इसके अनुरूप पानी की शुद्धता के लिए अग्रिम कार्यवाही की जा सके। विभिन्न जल स्रोत जैसे हैंडपंप, बोर, कुआं, पाइपलाइन, टंकी आदि का सैंपल लेकर लैब में भेजा जा रहा है। अभी तक बहुत से स्थलों से प्राप्त पानी नमूना का परीक्षण किया जा चुका है। निगम के अधिकांश क्षेत्रों से सैंपल लिए जा चुके हैं जिसका परीक्षण कर जोन क्षेत्रों को भेजा जा रहा है। जल कार्य के कार्यपालन अभियंता संजय शर्मा एवं प्रभारी सहायक अभियंता बृजेश श्रीवास्तव ने बताया कि अलग-अलग जोन क्षेत्रों से प्रतिदिन 100 सैंपल लेकर परीक्षण करने का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए 1 जोन क्षेत्र से 20 सैंपल प्रतिदिन कलेक्ट किया जा रहा है। जल स्रोतों से सैंपल लेकर परीक्षण उपरांत रिपोर्ट भेजी जा रही है जिसके अनुरूप आगे की कार्यवाही की जा रही है। लोगों को शुद्ध पेयजल प्रदाय करने के लिए 77 एमएलडी जलशोधन संयंत्र के पानी की दिन में तीन बार टेस्टिंग की जा रही है। निगम प्रशासन बारंबार अपील कर रही है कि शुद्ध पेयजल का ही उपयोग पीने के लिए करें एवं पानी को उबालकर एवं छानकर उपयोग में लावे।