छात्र-छात्राओं के लिए ‘इन्वेस्टिगेटिव स्केवेंजर हंट’ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया

दुर्ग 20 April, (Swarnim Savera) । भारती विश्वविद्यालय, दुर्ग के फारेंसिक साइंस विभाग द्वारा विभिन्न अकादमिक व सह-पाठ्यचर्या गतिविधियों का आयोजन समय-समय पर होता रहता है। इसी क्रम में फाॅरेंसिक साइंस विभाग द्वारा फारेंसिक साइंस के छात्र-छात्राओं के लिए ‘इन्वेस्टिगेटिव स्केवेंजर हंट’ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इसमें दो भिन्न-भिन्न कृत्रिम अपराध स्थल का निर्माण किया गया था। विद्यार्थियों को विभिन्न समूहों में बांटा गया और जांच के लिए प्रत्येक टीम को 15 मिनट का समय दिया गया था। इस प्रतियोगिता का उद्देश्य विद्यार्थियों में अपराध स्थल का सूक्ष्म निरीक्षण, तार्किक समझ विकसित करना, कम समय में नेतृत्व क्षमता तथा निर्णय लेने की क्षमता जैसे प्रतिभा का विकास करना था।
इस प्रतियोगिता के लिए साक्ष्य प्रमाण बड़ी गंभीरतापूर्वक बनाए गए थे। जिनका नियमन तथा अनुसरण करते हुए आयोजन की गरिमा भी बनाए रखना था। इस परिप्रेक्ष्य में फाॅरेंसिक साइंस विभाग की विभागाध्यक्ष निशा पटेल द्वारा अत्यंत योजनाबद्ध तरीके से इस प्रतियोगिता को आयोजित किया गया। प्रतिभागी छात्र-छात्राओं ने फारेंसिक साइंस की विशेषज्ञता का ज्ञान कराते हुए इस प्रतियोगिता को बेहतरीन अंजाम दिया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर श्रीमती शालिनी चन्द्राकर, ज्वाइंट डायरेक्टर और कुलसचिव डाॅ. वीरेन्द्र कुमार स्वर्णकार ने उपस्थित होकर विद्यार्थियों का उत्साहवर्धन किया। आरंभ में श्रीमती शालिनी चन्द्राकर द्वारा टाॅस के माध्यम से टीम का चयन किया गया। इस कार्यक्रम का संचालन डाॅ. राजश्री नायडू ने किया। साथ ही सलाहकार प्रो. डी.सी. परसाई, डीन एग्रीकल्चर डाॅ. ए.के. दुबे, डीन विधि संकाय डाॅ. के.सी. दलाई ने गरिमामय उपस्थिति प्रदान की। कार्यक्रम समन्वयक के रूप में डाॅ. स्वाती पाण्डेय का विशेष योगदान रहा। साथ ही फारेंसिक साइंस विभाग के अंकिता मेहरा और जयंत बारिक ने इस आयोजन में महती भूमिका निभाई। इस अवसर पर डाॅ. जे. पी. कन्नौजे, डाॅ. रोहित वर्मा, ललित भइया, डाॅ. नम्रता गेन, डाॅ. मुकेश कुमार राय, डाॅ. गायत्री गौतम सहित बड़ी संख्या में प्राध्यापक और छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *