स्वरूपानंद महाविद्यालय में व्यक्तित्व विकास विषय पर अतिथि व्याख्यान का आयोजन शिक्षा विभाग द्वारा किया गया
Bhilai, 22 April, (Swarnim Savera) / स्वामी श्री स्वरूपानंद महाविद्यालय में शिक्षा विभाग द्वारा व्यक्ति के व्यक्तित्व के सर्वांगीण विकास के अंतर्गत एक शिक्षक के जीवन में व्यक्तित्व विकास का क्या महत्व है पर अतिथि व्याख्यान का आयोजन किया गया इस कार्यक्रम के प्रभारी डॉ अभिलाषा शर्मा सहा प्रा ने इस कार्यक्रम का उद्देश्य प्रशिक्षणार्थियों के व्यक्तित्व का स्वस्थ एवं सर्वांगीण विकास करना है कार्यक्रम के मुख्य अतिथि महाविद्यालय की भूतपूर्व छात्रा शक्ति तनुश्री हंसदा लाइफ कोच ट्रांसफॉर्मेशन अकैडमी फ्लोरिडा वर्तमान में यह प्रिविलेज्ड एंड अंडरप्रिविलेज्ड स्टूडेंट के ट्विटर के रूप में कार्यरत हैं अपने व्याख्यान में तनुश्री ने बताया कि विद्यार्थियों को अपने व्यक्तित्व कैसे निखारना चाहिए उनके उठने बैठने खाने-पीने बातचीत करने के ढंग से हमारे व्यक्तित्व पर क्या प्रभाव पड़ता है किसी विशेष वस्तुओं के संदर्भ में कैसे तर्क दिया जाए व्यक्तित्व के विभिन्न बिंदुओं को समझाया व्यक्ति की धारणाएं हमेशा सकारात्मक होनी चाहिए उन्होंने कहा कि हमारे लक्ष्य को अपने सपनों से पहले प्राथमिकता देनी चाहिए विद्यार्थियों को संस्कृति सामाजिक तथ्य एवं विचारों से जागृत कराया अपनी भावनाओं को कैसे नियंत्रित करें बताया किसी भी व्यक्ति को देखकर उसके बारे में कोई भी नकारात्मक धारणा नहीं बनानी चाहिए प्रयास करना चाहिए किसी विशेष वस्तु के संदर्भ में हर किसी की अपनी अपनी धारणा होती है कक्षा में उसे एक खेल द्वारा समझाया गया कक्षा के विद्यार्थियों को 6 ग्रुप में बांट दिया सभी विद्यार्थियों को अलग अलग रंग लाल पीला हरा नीला दे दिया गया और तुरंत उस रंग के बारे में सभी विद्यार्थियों से उनकी प्रतिक्रिया पूछी गई कि उस रंग के बारे में आप क्या क्या सोचते हैं उसके लिए विद्यार्थियों को 2 मिनट का समय दिया गया किसी ने बताया लाल रंग खून का प्रतीक है तो कोई सूर्य का प्रतीक है किसी ने कहा लाल बिंदी है सौंदर्य का प्रतीक है तो इस तरह से लाल रंग के लिए सबकी अपनी अलग-अलग प्रतिक्रिया सामने आई अब वह भी 2 मिनट के अंदर इस प्रतिक्रिया को त्वरित प्रतिक्रिया कहा जाता है विद्यार्थियों को उन्होंने यह भी बताया कि रोजमर्रा के जीवन में उन्हें किस तरह से प्रस्तुत होना चाहिए अपना क्या-क्या ख्याल रखना चाहिए बहुत ही अच्छी अच्छी जानकारी दी गई
महाविद्यालय के सीईओ डॉ दीपक शर्मा ने कहा कि प्रभावी संप्रेषण कौशल के लिए शब्दों का चयन करना आवश्यक होता है क्योंकि हमारे शब्द ही व्यक्ति को प्रभावित करते हैं इस तरह के कार्यक्रम महाविद्यालय में हमेशा करानी चाहिए
महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ हंसा शुक्ला ने कहा कि यह कार्यक्रम विद्यार्थियों के लिए बहुत आवश्यक है जिसमें विद्यार्थियों में आत्मविश्वास जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिए व्यक्ति के व्यक्तित्व का अधिक प्रभाव पड़ता है
महाविद्यालय के उप प्राचार्य डॉ अजरा हुसैन ने कहा कि व्यक्ति के व्यक्तित्व विकास शिक्षा से होता है शिक्षा से ज्ञान मिलता है और ज्ञान से ही सर्वांगीण विकास संभव है
शिक्षा विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ पूनम निकुंभ ने कहा कि इस तरह के कार्यक्रम से आप में आत्मविश्वास बढ़ता है इससे आपको भीड़ में एक अलग ही पहचान मिलती है व्यक्तित्व विकास आपको एक मजबूत पर्सनल रिलेशनशिप बनाने में मदद करता है साथ ही आज के इस कंपटीशन के समय में आपके कैरियर विरोध में भी सफल बनाता है एक व्यक्ति को समय की पाबंदी लचीला रवैया सीखने की इच्छा सकारात्मक गुणों को विकसित करने में मदद करता है
इस अवसर पर शिक्षा विभाग के समस्त प्राध्यापक गण उपस्थित रहे कार्यक्रम का संचालन एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ अभिलाषा शर्मा स. प्रा. शिक्षा विभाग ने किया।