एक तरफ अमृत मिशन, दूसरी तरफ ‘अमृत’ की बेतहाशा बर्बादी
पाईप लाइनें क्षतिग्रस्त, शहर में फिजूल बह रहा है अमृततुल्य पानी
शिकायतों के बाद भी ध्यान नहीं दे रहा है नगर निगम प्रशासन
जगदलपुर 07 May, (Swarnim Savera) । शहर में एक तरफ जहां घर – घर नल का पानी पहुंचाने के लिए अमृत मिशन के तहत कार्य कराया जा रहा है, वहीं दूसरी तरफ नगर निगम प्रशासन की लापरवाही के चलते शहर में जगह – जगह अमृततुल्य पानी की बेतहाशा बर्बादी हो रही है। सिरहासार चौक समेत अनेक स्थानों पर पाईप लाइनें क्षतिग्रस्त हो गई हैं। रोजाना हजारों लीटर पानी व्यर्थ बह रहा है और शहर के कई भागों में पानी के लिए मारामारी चल रही है। मारपीट की घटनाएं होने लगी हैं तथा पुलिस तक भी मामले पहुंच रहे हैं। पाईप लाइनों के फूटने की शिकायत नगर निगम में दसियों बार की जा चुकी है, लेकिन पानी की बर्बादी रोकने कोई कदम नहीं उठाया जा रहा है।
जगदलपुर शहर के सबसे व्यवस्ततम चौक सिरहासार चौक में पंद्रह दिनों से पाईप लाईन फूटी हुई है, किंतु निगम के जिम्मेदार विभाग के कर्मी शिकायत के बावजूद पाईप लाइन की मरम्मत नहीं कर रहे हैं। अकेले इसी जगह पर फूटे पाईप से रोजाना हजारों लीटर पानी व्यर्थ बह रहा है। इसके अलावा शहर कुछ अन्य भागों से भी पाईप लाइनें फूटने की खबर है, जहां से भी ऐसे ही हजारों गैलन पानी फिजूल बह रहा है। इन दिनों पूरे अंचल में भीषण गर्मी पड़ रही है। लिहाजा पानी की खपत काफी बढ़ गई है और नगर निगम प्रशासन पर्याप्त पानी उपलब्ध कराने में नाकाम साबित हो रहा है। निगम के पंप हाउस और टंकियों से तो पाईप लाइनों में पर्याप्त पानी छोड़ा जाता है, मगर यह पानी नागरिकों तक पहुंच ही नहीं पाता। इसकी वजह पाईप लाइनों का क्षतिग्रस्त हो जाना है। सारा पानी सड़कों पर और गलियों में बहते रहता है। सिरहासार चौक और अन्य स्थानों पर कीचड़ उतपन्न हो गया है।
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पानी के लिए होने लगी हैं मारपीट की घटनाएं
शहर में इन दिनों अमृत मिशन के तहत घर – घर नल का पानी पहुंचाने की कवायद की जा रही है, मगर पानी की हो रही बर्बादी को रोकने के लिए कोई पहल नहीं की जा रही है। वहीं दूसरी ओर कई वार्डों में पानी के लिए मारामारी मची हुई है। बाल्टीभर पानी के लिए लोगों के बीच मारपीट की घटनाएं होने लगी हैं। मारपीट के मामले पुलिस तक भी पहुंचने लगे हैं। नागरिकों द्वारा पाईप लाईन फूटने की सूचना दी जाने के बाद भी निगम प्रशासन कुंभकर्णी निद्रा में है। उल्लेखनीय है कि जहां पाईप लाईन क्षतिग्रस्त हुई है, उस क्षेत्र में सबसे ज्यादा आवाजाही होती है और पानी व कीचड़ की वजह से राहगीरों का चलना दूभर हो गया है।