राजयोग मेडिटेशन से बढ़ती है मानसिक एकाग्रता… ब्रह्माकुमारी किरण दीदी
रायपुर, 11 मई (Swarnim Savera) : राजयोग शिक्षिका ब्रह्माकुमारी किरण दीदी ने कहा कि राजयोग मेडिटेशन से एकाग्रता और स्मरण शक्ति बढ़ती है तथा तनाव खत्म हो जाता है। हम जिस समय और जो कार्य करते हैं, उस समय केवल उसी कार्य के विषय में ध्यान केन्द्रित होना चाहिए। मन को नियंत्रित करने के लिए अच्छा तरीका यह है कि मन को अपना दोस्त बना लें। अपने मन से बातें करें उसे खाली न रखें।
ब्रह्माकुमारी किरण दीदी प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय द्वारा शान्ति सरोवर में आयोजित समर कैम्प में राजयोग मेडिटेशन से एकाग्रता की शक्ति विषय पर बोल रही थीं। उन्होंने एकाग्रता के लाभ गिनाते हुए कहा कि इससे कार्यक्षमता का विकास होता है, कार्य में परिपूर्णता आती है। निर्णय क्षमता का विकास होता है। स्मरण शक्ति बढ़ती है और मन के संकल्प शान्त होते हैं।
किरण दीदी ने एकाग्रता की शक्ति बढ़ाने के उपायों की चर्चा करते हुए कहा कि हमें वही बातें याद रहती हंै जिसमें हमारी रूचि होती है। इसलिए सबसे पहले पढ़ाई के प्रति रूचि पैदा करना जरूरी है। कभी भी पढ़ाई को बोझ न समझें। स्वयं पर विश्वास रखें। जो कुछ भी याद रखना चाहते हैं उसका चित्र अपने मन में रेखांकित करें। बाद में अकेले में बैठकर चार-पाँच बार उसको दोहराने का प्रयास करें। पढ़ते समय टेबल पर पीने का पानी जरूर रखें । ज्यादा से ज्यादा पानी पीएँ क्योंकि पानी पीने से सुस्ती नहीं आएगी, माइण्ड भी फ्रेश रहेगा। लगातार न पढ़ें। लगातार पढऩे से मस्तिष्क की ग्रहण करने की क्षमता कम हो जाती है। इसलिए बीच में कुछ विराम अवश्य दें।
उन्होने कहा कि एकदम से पढ़ाई शुरू नहीं करना चाहिए। पढ़ाई शुरू करने से पहले पाँच मिनट राजयोग मेडिटेशन अवश्य करें। इससे अपना ध्यान पढ़ाई में एकाग्र करने में मदद मिलेगी। पहले मानसिक रूप से तैयार होने के लिए मेडिटेशन बहुत फायदेमंद हो सकता है।