स्वर्ण मंदिर के पास फिर धमाका, 5 गिरफ्तार
अमृतसर, 12 मई (Swarnim Savera) / स्वर्ण मंदिर के निकट बुधवार आधी रात को फिर धमाका हुआ। एक सप्ताह के भीतर इस तीसरे विस्फोट के बाद पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। अदालत ने पांचों को सात दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। पुलिस के अनुसार, कम तीव्रता का 1.10 किलोग्राम विस्फोटक बरामद हुआ है, जिसका इस्तेमाल आमतौर पर पटाखे बनाने में किया जाता है। पुलिस का कहना है कि एक सराय के बाथरूम में बम तैयार किए गये।
पंजाब के डीजीपी गौरव यादव ने बृहस्पतिवार को मीडिया से बातचीत में कहा कि किस मंशा से ये धमाके किये गये, इसकी जानकारी अब तक नहीं मिल पायी है। पांचों आरोपी ‘स्व-कट्टरपंथी मॉड्यूल’ का हिस्सा थे या किसी अन्य व्यक्ति के निर्देश पर काम कर रहे थे, इसकी जांच की जाएगी। एसआईटी का गठन किया जाएगा। पुलिस ने आरोपियों की पहचान आजादवीर सिंह, अमरीक सिंह, साहिब सिंह, हरजीत सिंह और धर्मेंद्र सिंह के तौर पर की है। आजादवीर और अमरीक मुख्य साजिशकर्ता हैं, ये दोनों क्रमश: अमृतसर और गुरदासपुर जिले के रहने वाले हैं। साहिब, हरजीत और धर्मेंद्र ने धमाके को अंजाम देने के लिए विस्फोटकों की सप्लाई करायी थी, ये तीनों अमृतसर के रहने वाले हैं। अमरीक की पत्नी से भी पूछताछ की जा रही है।
यादव ने आरोपियों को पकड़ने में मदद करने के लिए एसजीपीसी का आभार जताया। वहीं, एसजीपीसी के प्रमुख हरजिंदर सिंह धामी ने राज्य सरकार पर ऐसी घटनाएं रोक पाने में पूरी तरह नाकाम रहने का आरोप लगाया। पहले के दो धमाकों की गहराई से जांच होती तो गत रात की घटना नहीं होती।
धमाके के बाद बरामदे में सो गये :धामी ने कहा कि घटना की सीसीटीवी फुटेज खंगाली गई। उसमें पता चला कि धमाका करने वाले वारदात के बाद बरामदे में जाकर सो गए थे। वहीं से उन्हें हिरासत में लिया गया। सराय में रुका विवाहित जोड़ा भी पकड़ा गया।
6 मई : रात 11.25 बजे हेरिटेज स्ट्रीट पर सारागढ़ी पार्किंग के पास किया गया पहला विस्फोट।
8 मई : सुबह सवा 6 बजे हुआ दूसरा धमाका।
10 मई : आधी रात को गुरु रामदास जी निवास भवन के पीछे गलियारे में हुआ तीसरा विस्फोट।