ईडी का समन जारी होते आबकारी सचिव गायब !
जगदलपुर के निवासी हैं आबकारी सचिव दास =
जगदलपुर 20 May, (Swarnim Savera) । ईडी ने छत्तीसगढ़ शासन के आबकारी विभाग के सचिव निरंजन दास को अपने कार्यालय में उपस्थित होने के लिए समन जारी किया है, लेकिन शासन व प्रशासन को जानकारी नहीं है कि उनका सचिव है कहां है?
आबकारी विभाग के सचिव को ईडी नहीं अपने कार्यालय में उपस्थित होने का नोटिस जारी किया संविदा में नियुक्त यह प्रमोटी आईएएस निरंजन दास आखिर हैं कहां? यह सवाल शासन और प्रशासन के गालियारे में तैर रहा है। ईडी का आरोप है कि छत्तीसगढ़ शासन के आबकारी विभाग में 2000 करोड़ का शराब घोटाला हुआ है। इस विभाग के विशेष सचिव भारत संचार निगम लिमिटेड से प्रतिनियुक्ति पर छत्तीसगढ़ शासन में आए एपी त्रिपाठी को ईडी पहले ही गिरफ्तार कर चुका है। वहीं आबकारी विभाग के संविदा सचिव निरंजन दास की तलाश जारी है। निरंजन दास बस्तर संभाग के मुख्यालय जगदलपुर के निवासी बताए जाते हैं और छत्तीसगढ़ सरकार के आबकारी मंत्री कवासी लखमा भी बस्तर संभाग के सुकमा जिले के कोंटा से निर्वाचित विधायक हैं और बस्तर से एकमात्र प्रतिनिधि प्रदेश सरकार में हैं। निरंजन दास नगर पालिक निगम भिलाई ( दुर्ग ) में आयुक्त भी रह चुके हैं।
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शराब का टोंटा हो गया था बस्तर में
यहां यह बताना लाजिमी है कि छत्तीसगढ़ में चल रही ईडी की ताबड़तोड़ कार्रवाई के चलते बस्तर समेत समूचे छत्तीसगढ़ की सरकारी अंग्रेजी व देशी शराब दुकानों में पहले जैसी गुणवत्ता वाली शराब का टोंटा हो गया था। खासकर अंग्रेजी शराब दुकानों से ज्यादा मांग वाली ब्रांड की शराब और बीयर गायब हो गई थी। शौकीनों को लोकल ब्रांड की शराब और बीयर थमाई जाने लगी थी। शराब के दीवाने लोग पड़ोसी राज्य ओड़िशा से शराब खरीदकर अपनी लत पूरी कर रहे थे। यहां शराब दुकानों में बिक रही हल्के स्तर की अंग्रेजी शराब व बीयर को पीकर लोग बीमार भी पड़ने लगे थे। सूत्र बताते हैं कि दूसरे राज्यों से ट्रकों में लदकर आई शराब व बीयर की पेटियों को रायपुर स्थित गोदाम में ईडी के डर के कारण अनलोड नहीं किया जा रहा था। इसके चलते शराब आपूर्ति करने वाले बड़े कारोबारियों को करोड़ों का नुकसान उठाना पड़ा था। अब जबकि दुकानों में शराब की आपूर्ति बहाल होने लगी, तब सचिव को ईडी ने समन भेजकर शराब प्रेमियों के लिए फिर से समस्या पैदा कर दी है।