विकास, विश्वास और सुरक्षा के साथ हो योजनाओं पर अमल
जगदलपुर 09 Jully (Swarnim Savera) । बस्तर संभाग के कमिश्नर श्याम धावड़े और रेंज के पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी. की अध्यक्षता में संभाग स्तरीय समीक्षा बैठक बस्तर कलेक्टर कार्यालय के प्रेरणा सभाकक्ष में शनिवार को हुई। कमिश्नर श्री धावड़े ने कहा कि बस्तर संभाग में शासन की मंशा के अनुसार विकास, विश्वास और सुरक्षा के तहत सभी योजनाओं का बेहतर क्रियान्वयन किया जाए। सभी को मिलकर इसके लिए प्रयास करना होगा। आईजी सुंदरराज ने कहा कि मनवा नवानार के तहत विकास और मूलभूत सुविधाएं हर गांव तक पहुंचाने का कार्य प्राथमिकता से किया जाए। ताकि लोगों के मध्य सुरक्षा बलों के प्रति बेहतर संदेश जाए। उन्होंने कहा कि इस वर्ष बस्तर के शहीदों के गांवों में ग्रामीणों के सहयोग से शहीदों के सम्मान व स्मृति में वृक्षारोपण कर हरियाली योजना का विस्तार किया जाए। साथ ही सुरक्षा बलों के लिए आवश्यक सामग्रियों की खरीदी में रीपा के बने उत्पाद को भी शामिल करें।
समीक्षा बैठक में आरआरपी फेस 1 एवं फेस 2 तथा आरसीसी एलडब्ल्यूई अंतर्गत स्वीकृत सड़क निर्माण कार्यो, अंदरुनी क्षेत्रों में मोबाईल टावर की स्थापना, मनवा नवानार में मूलभूत सुविधा शिक्षा, स्वास्थ्य, पेयजल, उचित मूल्य की दुकान की उपलब्धता के संबंध में और अंदरुनी क्षेत्रों में विद्युत विस्तार कार्य पर चर्चा की गई। कमिश्नर और आईजी ने नारायणपुर, कांकेर, बीजापुर और सुकमा जिलों में सड़कों के विकास कार्य की समीक्षा कर सड़को के निर्माण कार्य को लक्षित अक्टूबर – नवंबर माह तक सुरक्षा के साथ पूर्ण करवाने के निर्देश दिए। कहा गया कि निर्माण एजेंसी रिटेंडर की स्थिति पर कलेक्टर के संज्ञान में लाकर कार्य को गति दें। इसके अलावा राष्ट्रीय राजमार्ग और पीएमजीएसवाय की सड़कों के विकास पर भी अधिकारियों से आवश्यक से फीडबैक लिए गए एवं मांग व समस्या का निराकरण के लिए निर्देश दिए गए। मोबाईल नेटवर्क टॉवर स्थापना पर मोबाइल एजेंसी को सेवाएं में विस्तार के निर्देश दिए गए। साथ ही मनवा नवानार के लिए जिलों में चिन्हांकित स्थलों में सुविधाओं की उपलब्धता पर चर्चा करते हुए विद्युत्त व्यवस्था के प्रस्तावित कार्यों को दुरुस्त करने के संबंध में आवश्यक निर्देश दिए गए।
गर्ल्स स्कूलों और हास्टल में लगेंगे पर्दे
एकलव्य विद्यालयों को भूमि आवंटन के संबंध में चर्चा करते हुए भारत सरकार से प्राप्त बजट के आधार पर आवश्यक व्यवस्था करने के साथ ही बालिका स्कूलों व हॉस्टलों की खिड़कियों में पर्दा लगाने के लिए कहा गया। मुख्यमंत्री द्वारा भेंट मुलाकात और अन्य अवसर की गई घोषणाओं के क्रियान्वयन में कार्य की प्रगति के लिए साप्ताहिक समय-सीमा की बैठक में ठोस पहल करने के निर्देश आयुक्त ने दिए। बस्तर क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण मद अंतर्गत स्वीकृत व अपूर्ण कार्यों, जिला मुख्यालय सुकमा में आयोजित बैठक के पालन प्रतिवेदन पर चर्चा, मसाहती ग्रामों के सर्वे कार्य की प्रगति और सामाजिक प्रास्थिति प्रमाण पत्र की समीक्षा की गई।
शाला त्यागी बच्चों की होगी वापसी
विगत वर्ष में शाला त्यागी छात्र- छात्राओं को स्कूलों पुनः प्रवेश दिलाकर बेहतर शिक्षा को प्रोत्साहित करने के संबंध में कमिश्नर ने सुकमा, बीजापुर और दंतेवाड़ा जिलों में इसके विशेष प्रयास करने की आवश्यकता बताई । कमिश्नर ने सभी जिलों के कलेक्टरों की वन अधिकार मान्यता पत्र व्यक्तिगत, सामुदायिक एवं सामुदायिक वन संसाधन पट्टा के लिए किए कार्य की सराहना की। इसके साथ ही सुकमा, दंतेवाड़ा और बीजापुर के लोग जो नजदीकी राज्य आंध्रप्रदेश में गए हैं, उनकी वापसी के लिए प्रशासन द्वारा किए गए प्रयासों पर भी चर्चा की। देवगुड़ी-मातागुड़ी, घोटुल और प्राचीन मृतक स्मारकों को भी वन अधिकार अधिनियम के तहत सामुदायिक वन अधिकार पत्र जारी करने की प्रगति की समीक्षा की गई। सभी कलेक्टरों ने आस्था केंद्रों के लिए भूमि संरक्षण व संवर्धन के लिए बेहतर काम किया है। नरवा, गरुवा, घुरवा, बाड़ी कार्यक्रम अंतर्गत गोठान में गोबर खरीदी की स्थिति, वर्मी कम्पोस्ट का उठाव एवं ग्रामीण औद्योगिक पार्क में संचालित आर्थिक गतिविधियों की समीक्षा की गई। चिटफंड के लिए किए जा रहे कार्यों पर जिलों के नागरिकों को मिलने वाली राशि के संबंध भी चर्चा की गई। इस अवसर पर सीसीएफ मोहम्मद शाहिद, डीआईजी दंतेवाड़ा कमलोचन कश्यप, डीआईजी कांकेर बालाजी राव, कलेक्टर बस्तर विजय दयाराम के., वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बस्तर जितेंद्र सिंह मीणा, कोंडागांव, दंतेवाड़ा, बीजापुर के कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक सहित सभी जिला पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारी और सभी विभागों के जिला स्तर के अधिकारी उपस्थित थे।