खेलों को ‘टाइम पास’ समझने की मानसिकता से हुआ नुकसान : मोदी
बस्ती , 18 जनवरी (SS) … प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि खेलों को केवल ‘टाइम पास’ का जरिया समझने की मानसिकता से देश को बहुत नुकसान हुआ है, मगर पिछले आठ वर्षों में देश ने इस पुरानी सोच को पीछे छोड़कर खेलों के लिये बेहतर वातावरण बनाने का काम किया है। प्रधानमंत्री ने बस्ती जिले में आयोजित ‘सांसद खेल महाकुंभ’ का वर्चुअल माध्यम से उद्घाटन करने के बाद अपने सम्बोधन में कहा, ‘एक वक्त था जब खेलों की गिनती एक पाठ्येतर गतिविधि के तौर पर हुआ करती थी। यानी इसे पढ़ाई से अलग केवल टाइम पास का जरिया समझा जाता था। बच्चों को भी यही बताया और सिखाया गया। इससे पीढ़ी दर पीढ़ी एक मानसिकता समाज के अंदर घर कर गई कि खेल इतना जरूरी नहीं है। इस मानसिकता से देश का बहुत बड़ा नुकसान हुआ है।’ उन्होंने कहा, ‘कितने ही सामर्थ्यवान युवा, कितनी ही प्रतिभाएं मैदान से दूर रह गयीं।
मोदी ने कहा कि फिटनेस से लेकर हेल्थ तक, टीम बाउंडिंग से लेकर तनाव से मुक्ति के साधन तक, पेशेवर कामयाबी से लेकर व्यक्तिगत सुधार तक, खेल के अलग-अलग फायदे लोगों को नजर आने लगे हैं। खुशी की बात यह है कि माता-पिता भी अब खेलों को गंभीरता से ले रहे हैं। खेल को अब एक सामाजिक प्रतिष्ठा मिलने लगी है।