बगैर तामझाम के रेखचंद जैन ने पेश किया टिकट का आवेदन
न भीड़ लेकर गए, न नारेबाजी का जलवा दिखाया, सादगी ने जीत लिया लोगों का दिल =
*जगदलपुर।* बस्तर संभाग की इकलौती सामान्य विधानसभा सीट जगदलपुर के वर्तमान विधायक रेखचंद जैन ने अगले विधानसभा चुनाव के लिए अपनी उम्मीदवारी का आवेदन ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष को सौंपा।
विधायक एवं संसदीय सचिव रेखचंद जैन बिना तामझाम के और कांग्रेस कार्यकर्त्ताओं की भीड़ के बगैर कांग्रेस कार्यालय पहुंचे थे। उन्होंने कांग्रेस टिकट के लिए अपनी दावेदारी का आवेदन पार्टी द्वारा निर्धारित प्रारूप में भरकर अध्यक्ष को सौंपा। रेखचंद जैन की इस शालीनता और सादगी को लेकर शहर में सकारात्मक चर्चा हो रही है। लोगों का कहना है कि कई अन्य लोगों ने भी पूरे तामझाम और लाव लश्कर के साथ टिकट के लिए आवेदन देकर शक्ति प्रदर्शन किया, जो कोंग्रेस पार्टी और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सादगी और संजीदगी के विपरीत है। लोगों का यह भी कहना है कि रेखचंद एक सौम्य ओर संवेदनशील विधायक हैं। अगर उन्हें भीड़ के जरिए दिखावा करना होता तो उनके साथ पार्टी के सैकड़ों कार्यकर्त्ता कांग्रेस कार्यालय जा सकते थे, मगर श्री जैन दिखावे और आडंबर की राजनीति से दूर ही रहते हैं। आज आलम यह है कि एक सामान्य पार्षद पद के लिए दावेदारी करने वाले लोग भी सैकड़ों लोगों की भीड़ लेकर चलते हैं। आज के ज्यादातर नेता भीड़तंत्र को स्टेटस सिंबाल मानकर चलते हैं। ऐसे में रेखचंद जैन के इस सादगी भरे कदम ने सबका दिल जीत लिया है।
*बॉक्स*
*भीड़ को कभी नहीं बनाया स्टेटस सिंबाल*
अकेले जगदलपुर विधानसभा क्षेत्र में ही नहीं बल्कि समूचे बस्तर जिले में विधायक रेखचंद जैन की सादगी की चर्चा अक्सर होती रहती है। श्री जैन एक संपन्न और प्रतिष्ठित परिवार के सदस्य हैं। विधायक चुने जाने के बाद से ही उन्होंने खुद को पारिवारिक झंझावातों से मुक्त रखकर क्षेत्र की जनता को अपना परिवार बना लिया है। वे रोजाना करीब 17 घंटे क्षेत्र की जनता की सेवा में समर्पित रहते हैं। जगदलपुर शहर समेत क्षेत्र के तमाम गांवों का निरंतर दौरा कर लोगों की समस्याओं से रूबरू होकर उनका समाधान करते हैं। क्षेत्र के लोगों के सुख दुख में श्री जैन बराबर साझीदार बनते हैं। ग्रामीण उन्हें अपना मसीहा मानते हैं। लोग रात बेरात उन्हें फोन कर अपनी पीड़ा सुनाने में जरा भी गुरेज नहीं करते और न ही श्री जैन नींद में खलल पैदा होने पर झुंझलाते हैं, बल्कि लोगों की बातें धैर्य पूर्वक सुनकर अगले दिन उस समस्या के निदान की पहल में लग जाते हैं। रेखचंद जैन की लोकप्रियता का आलम यह है कि उनकी एक आवाज पर ही हजारों की भीड़ जमा हो जाती है। श्री जैन चाहते तो पार्टी टिकट के लिए आवेदन जमा करने जाते समय ग्रामीणों और शहरी लोगों की अच्छी खासी भीड़ ले जा सकते थे, मगर उन्होंने कांग्रेस पार्टी के सिद्धांतों और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल एवं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज की शालीनता पर अमल करते हुए ऐसा कदम नहीं उठाया।