डौण्डीलोहारा में चुनावी डुगडुगी

अनिला का चेहरा खिलेगा या देव होंगे लाल…

*(अर्जुन झा)*

दल्लीराजहरा। छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी ने बालोद जिले और कांकेर लोकसभा क्षेत्र की डोंडी लोहारा सीट पर तेज तर्रार युवा आदिवासी नेता देवलाल ठाकुर को मैदान में उतार दिया है। वैसे तो अभी जिन 21 उम्मीदवारों की पहली खेप का भाजपा ने ऐलान किया है उनमें कुछ फेरबदल असंभव नहीं है। अंत समय में ही तब फैसला होता है, जब पार्टी का चुनाव चिन्ह आवंटित करने का प्रपत्र हासिल हो। लेकिन कई सीटों पर वे ही टिकट पाएंगे, जिनके नाम का ऐलान भाजपा ने चुनाव से तीन महीने पहले कर दिया है। मौजूदा हालात में देवलाल का मुकाबला महिला बाल विकास मंत्री और इस सीट से लगातार दो बार की विजेता अनिला भेड़िया से होगा। देवलाल जिला पंचायत अध्यक्ष रहे हैं। भाजपा में इस सुरक्षित सीट पर प्रत्याशियों का टोटा है। भाजपा ने उन्हें प्रदेश प्रवक्ता के पद से नवाजा तभी से संकेत मिल रहे थे कि वे टिकट की दौड़ में आगे हैं है। पहली सूची में ही उनके नाम के ऐलान से यह अंदाजा सही साबित हुआ है। दूसरी तरफ भेड़िया परिवार इस इलाके में किसी राजनीतिक सितारे से कम नहीं है। झुमुकलाल भेड़िया के परिवार का इलाके में हर वर्ग से आत्मीय संबंध चला आ रहा है। आदिवासी समाज के साथ ही सभी समाज में इस परिवार की पैठ है। अनिला भेड़िया ने 2013 और 2018 में इस विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस का परचम लहराया है। कांग्रेस की सरकार बनने पर अनिला भेड़िया को भूपेश बघेल मंत्रिमंडल में महिला बाल विकास मंत्री बनाया गया, तब से वे अपने निर्वाचन क्षेत्र का प्राथमिकता के साथ विकास कर रही हैं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की तमाम योजनाओं का लाभ उन्हें मिलने की स्वाभाविक उम्मीद है। वे क्षेत्र की जनता से सीधी जुड़ी हुई हैं। क्षेत्र की महिलाओं के साथ उनके सखियों जैसे रिश्ते हैं। तीज तिहार में वे पारंपरिक आयोजन में मंत्री की बजाय सखी सहेली की तरह शामिल होती हैं। सरल, सहज, सौम्य स्वभाव की अनिला डोंडी लोहारा क्षेत्र की मयारू भौजी हैं। इलाके में चर्चा चल रही है कि गुरु बालकदास का आशीर्वाद किसको मिलेगा? यह आशीर्वाद कितना असर दिखायेगा? गोंड समाज की नाराजगी किस पर भारी पड़ने वाली है? एक तरफ प्रथम जिला पंचायत अध्यक्ष देवलाल ठाकुर हैं और दूसरी तरफ 2 बार की विधायक वर्तमान मंत्री श्रीमती अनिला भेड़िया। दोनों मतदाताओं को लुभाने अपनी अपनी उपलब्धियां गिनायेंगे तो मंत्री के तौर पर किए काम के तराजू में डोंडी लोहारा में अनिला भारी ही पड़ेंगी। भाजपा के कट्टर हिन्दुत्व के सहारे देवलाल की उम्मीद हिलोरें मार रही हैं तो दूसरी तरफ कांग्रेस के सॉफ्ट हिन्दुत्व, मुख्यमंत्री बघेल के छत्तीसगढ़ियावाद के सहारे मंत्री अनिला भेड़िया जनता के सामने एक और परीक्षा देने तैयार हैं। संगठन स्तर पर भी भेड़िया की पुख्ता तैयारी चल रही है। ऐसे में एक तथ्य यह भी है कि सर्व आदिवासी समाज अगर यहां पर छत्तीसगढ़ मुक्ति मोर्चा को समर्थन दे देता है तो नतीजे पर क्या असर पड़ेगा। यह भी कहा जा रहा है कि जो डौण्डी जीतेगा वह विधानसभा पहुंच सकता है। बाकी जगह मुकाबला कांटे का हो सकता है।

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