बैज बोले- भारत जोड़ो यात्रा का इतिहास स्याही से नहीं पसीने से लिखा गया
भारत जोड़ो यात्रा की पहली वर्षगांठ, प्रदेश के सभी जिलों में पदयात्रा
रायपुर। भारत जोड़ो यात्रा की प्रथम वर्षगांठ पर पूरे प्रदेश के प्रत्येक जिले में प्रदेश कांग्रेस द्वारा भारत जोड़ो यात्रा कराई गई। इस कार्यक्रम के लिए प्रत्येक जिले में वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं को प्रभारी नियुक्त किया गया था। यात्रा के दौरान जनता को भारत जोड़ो यात्रा के उद्देश्य से अवगत कराया गया और साथ ही भाजपा की विभाजनकारी राजनीति के विरुद्ध जन जागरूकता अभियान चलाया गया। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा, यह ऐतिहासिक यात्रा भारत के दिल में समा गई है। यात्रा अभी खत्म नहीं हुई है, यात्रा अभी भी चल रही है। भारत जोड़ो यात्रा एक तीर्थ यात्रा थी और तीर्थ यात्रा कभी समाप्त नहीं होती। तीर्थ यात्रा, हर यात्रा का प्रारंभ होती है। भारत जोड़ो यात्रा का इतिहास स्याही से नहीं लिखा जा सकता, ये पसीने से लिखा गया है।भारत जोड़ो यात्रा रायपुर में दीपक बैज और सरगुजा में टीएस सिंहदेव प्रभारी के रूप में शामिल हुये। रायपुर में भारत जोड़ो यात्रा की वर्षगांठ पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं सांसद दीपक बैज ने कहा, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी की 145 दिनों तक चली चार हजार किलोमीटर की भारत जोड़ो यात्रा में निडर भारतीयों ने ना केवल कदम जोड़े, बल्कि दिल भी जोड़े। ऐतिहासिक भारत जोड़ो यात्रा की पहली वर्षगांठ पर वह निडर भारतीयों को धन्यवाद करते हैं। यह यात्रा मीलों और किलोमीटरों में नहीं नापी जा सकती। यह यात्रा सैकड़ों भाषाओं, लाखों आहें, करोड़ों उम्मीदों के रास्ते से होती हुई भारत के दिल में समा गई। भारत जोड़ो यात्रा बरसात, बर्फ, सर्दी, गर्मी, आंधी, तूफान सब कुछ झेलते हुए चली।यात्रा निरंतर जारीश्री बैज ने कहा, हमारे प्रेरणा स्रोत राहुल गांधी की यह यात्रा अभी खत्म नहीं हुई है। यात्रा अभी चल रही है। यात्रा कभी मणिपुर में दिखाई देती है, तो कभी आजादपुर सब्जी मंडी में और लद्दाख में नजर आती है। यह यात्रा अपनी निरंतरता के लिए भी जानी जाएगी। उन्होंने कहा, पिछले दिनों सुनने में आया कि विदेशों की यूनिवर्सिटी में भारत जोड़ो यात्रा पर पीएचडी करने पर सोचा जा रहा है। लोग जानना चाहते हैं कि किस तरह ये यात्रा निकाली गई, इसके क्या मायने थे। कांग्रेस वचन देती है कि भारत जोड़ो यात्रा के आदर्श, प्रेरणा और उद्देश्य निरंतरता में जारी रहेंगे।सभी जिलों में प्रभारियों ने लिया हिस्साअन्य जिलों बेमेतरा में जांजगीर चांपा में विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत, मंत्री रविन्द्र चौबे, दुर्ग में गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू, कवर्धा में मंत्री मो. अकबर, बिलासपुर में मंत्री डॉ शिवकुमार डहरिया, सुकमा मंत्री कवासी लखमा, सुरजपुर में मंत्री अमरजीत भगत, कोण्डागांव में मंत्री मोहन मरकाम, कोरबा में मंत्री जयसिंह अग्रवाल, बालोद में मंत्री अनिला भेड़िया, सक्ती में मंत्री गुरू रूद्र कुमार, रायगढ़ में मंत्री उमेश पटेल, महासमुंद में सासंद रंजीत रंजन, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही में सांसद ज्योत्सना महंत, बस्तर जगदलपुर में सांसद फूलोदेवी नेताम, बलौदाबजार में विनोद चंद्राकर, गरियाबंद में द्वारिकाधीश यादव, धमतरी में शिशुपाल सोरी, राजनांदगांव में इंद्रशाह मंडावी, मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी कुंवर सिंह निषाद, खैरागढ़- छुईखदान-गंडई में गुरुदयाल बंजारे, नारायणपुर में रेखचंद जैन, बीजापुर विक्रमशाह मंडावी, कांकेर में विकास उपाध्याय, दंतेवाड़ा में देवती कर्मा, मुंगेली में डॉ. रश्मि सिंह, बिलाईगढ़ सांरगढ़ में शकुन्तला साहू, जशपुर में यूडी मिंज, बलरामपुर में पासनाथ राजवाड़े, कोरिया में चिंतामणी महाराज, मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर में अंबिका सिंहदेव शामिल हुये।