परिवर्तन नहीं, पश्चाताप यात्रा निकाले भाजपा : जावेद खान

हाईटेक सुविधाओं से लैस भाजपा का रथ गरीबों को मुंह चिढ़ाने वाला =

*जगदलपुर।* युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता पीसीसी मीडिया पैनलिस्ट जावेद खान ने भाजपा की परिवर्तन यात्रा में उपयोग किए जा रहे सर्व सुविधायुक्त एवं हाईटेक वाहन को लेकर भाजपा पर तंज कसा है। जावेद ने कहा है कि एक तरफ देश की 80 करोड़ जनता पांच किलो सरकारी राशन के सहारे जीवन जीने मजबूर है, वहीं दूसरी ओर सत्ता परिवर्तन का जुनून लिए घूम रहे केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह छत्तीसगढ़ में परिवर्तन यात्रा आलीशान और सर्वसुविधायुक्त रथ के सहारे पूरा करना चाहते हैं। पूरे देश में 46 वर्ष की बेरोजगारी दर का रिकार्ड मोदी सरकार ने तोड़ दिया है। वहीं दूसरी ओर हाईटेक और एलईडी स्क्रीन वाले आलीशान रथ से सत्ता में वापसी के सपने देख रहे गृहमंत्री अमित शाह देख रहे हैं। मणिपुर आज भी जल रहा है और सत्ता की लालसा अमित शाह को छत्तीसगढ़ से निकलने नहीं दे रही है। श्री खान ने कहा है कि भाजपा को परिवर्तन नहीं, पश्चाताप यात्रा निकालनी चाहिए।

           यहां जारी बयान में जावेद खान ने कहा है कि भाजपा की परिवर्तन यात्रा के लिए प्रयुक्त किया जा रहा रथ आधुनिक उपकरणों से लैस है। रथ की छत पर मंच की व्यवस्था की गई है। मंच पर पहुंचने के लिए स्वचालित सीढ़ी की व्यवस्था है। यानि भाजपा नेताओं को चार सीढ़ी चढ़ने की भी जहमत नहीं उठानी पड़ेगी, भले ही देश की जनता को उन्होंने कोरोना काल में बिना पूर्व सूचना के थोपे गए लाकडाऊन के चलते हजारों किमी का सफर पैदल तय करने के लिए मजबूर कर दिया था। भाजपा और अमित शाह की यह परिवर्तन यात्रा विकास विरोधी यात्रा है, जिसका छत्तीसगढ़ की जनता पर कोई असर नहीं पड़ने वाला। यह बात बखूबी अमित शाह और छत्तीसगढ़ भाजपा प्रभारी ओम माथुर भी जानते हैं। इसीलिए परिवर्तन यात्रा में उपयोग होने वाले रथ को इतना वातानुकूलित और मनोरंजनकारी बनाया गया है कि उनका एक कतरा भी पसीना न गिरे। यात्रा के नाम पर ये नेता पर्यटक के रूप में छत्तीसगढ़ दर्शन कर लौट जाएं। जावेद ने कहा कि एक तरफ जिसे भाजपा कांग्रेस का युवराज और मुंह में चांदी का चम्मच लेकर पैदा हुआ नेता कहती है, उसी राहुल गांधी ने एक टीशर्ट पहनकर बारिश, ठंड और गर्मी में 3570 किमी पैदल चलकर पूरे देश को जोड़ दिया। श्री गांधी ने प्यार मोहब्बत और भाईचारे का संदेश दिया। वहीं खुद को निर्धन घर की पैदाइश बताने वाले भाजपा के नेताओं के ठाठ कितने नवाबी हैं, आज देश व प्रदेश की जनता देख रही है। छत्तीसगढ़ की जनता आज किसी तरह के परिवर्तन के मूड में नहीं है। क्योंकि 15 साल भाजपा के कुशासन को परिवर्तित करने के बाद ही प्रदेश की जनता ने पौने 5 साल भूपेश बघेल के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार का परिवर्तन छत्तीसगढ़ में देखा है। आज छत्तीसगढ़ देशभर में भाजपा शासित प्रदेशों की तुलना में अधिक विकासशील है। जहां देश-भर में गुजरात माडल का ढोल पीटा जाता था, वहीं आज छत्तीसगढ़ माडल के आगे गुजरात माडल की हवा निकल गई है। प्रदेश में 2018 में बेरोजगारी दर 22 प्रतिशत थी। आज बेरोजगारी दर 0.1प्रतिशत ही रह गया है। 2014-15 तक धान का समर्थन मूल्य 1360 रु. था। आज छत्तीसगढ़ का किसान 2500 रु. में धान बेच रहा है। जहां 2018 तक छत्तीसगढ़ का किसान 10 क्विंटल धान भी प्रति एकड़ नहीं बेच पाता था, आज 20 क्विंटल धान बेचेंगे। 2018 से पूर्व भूमिहीन किसानों के लिए कुली मजदूरी के अलावा कोई विकल्प नहीं था। आज छत्तीसगढ़ की सरकार भूमिहीन किसानों को 6000 रु वार्षिक प्रोत्साहन राशि दे रही है। 2018 से पूर्व भाजपा की रमन सरकार 6000 से भी ज्यादा सरकारी स्कूलों को बंद कर प्रदेश में अशिक्षा का अंधेरा फैला चुकी थी। आज स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम विद्यालय शिक्षा की एक नई किरण बनकर प्रदेश में भाजपा द्वारा फैलाए गये अंधेरे को खत्म कर रही है। 2018 से पूर्व प्रदेश में नक्सलवाद छत्तीसगढ़ की राजधानी के करीब तक पहुंच चुका था। आज वो सिमट कर अपनी अंतिम सांसें गिन रहा है। सारकेगुड़ा, एडसमेटा, रानी बोदली और झीरम जैसे कांड भाजपा के शासनकाल में हुए जिसे प्रदेश की जनता भूली नहीं है। 2018 से पूर्व प्रदेश के बेरोजगारों के साथ 500 रु. बेरोजगारी भत्ता देने के नाम पर मजाक किया जाता था वहीं आज बेरोजगारों को छत्तीसगढ़ सरकार 2500 रु. बेरोजगारी भत्ता कांग्रेस सरकार दे रही है और उन्हें आत्मनिर्भर बनने प्रशिक्षित भी कर रही है। 2018 से पहले छत्तीसगढ़ में वनोपज के नाम पर वनांचल के लोगों को छला जाता था। वहीं आज छ्ग में उत्पादित होने वाली करीब 67 लघु वनोपज का संग्रहण समर्थन मूल्य और वनोपज संघ की सपोर्ट प्राइज पर किया जा रहा है। जावेद ने कहा कि भाजपा को परिवर्तन की जगह पश्चाताप यात्रा निकालने की आवश्यकता है। क्योंकि छत्तीसगढ़ की जनता ने भाजपा को पूरे पंद्रह वर्ष दिए छत्तीसगढ़ के विकास के लिए, परंतु सत्ता के नशे में चूर रमन सिंह के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार ने छत्तीसगढ़ को चारागाह बना कर छोड़ दिया।छत्तीसगढ़ की जनता के साथ विश्वासघात किया छत्तीसगढ़ के ग्रामीणों को रोजगार की जगह हथियार पकड़ाया आदिवासियों को आदिवासियों के हांथों मरवाया, बेकसूर आदिवासियों का नक्सली बताकर कहीं फर्जी मुठभेड़ में नरसंहार करवाया तो कहीं सालों तक बेगुनाह आदिवासियों को नक्सली बताकर जेलों में कैद कर दिया। छत्तीसगढ़ के युवाओं के हक की नौकरियों में आऊटसोर्सिंग कर अन्य प्रदेशों के लोगों को रोजगार दिया गया। छत्तीसगढ़ के लोगों को अन्य राज्यों में पलायन के लिए मजबूर किया और पंद्रह साल प्रशासनिक आतंकवाद का गढ़ छत्तीसगढ़ को बनाया। आज छत्तीसगढ़ की जनता रमन सरकार के पंद्रह साल के कुकर्मों को भूली नहीं है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *