आज के युवा के समक्ष रोजगार के योग्य बनना सबसे बड़ी चुनौती है, न कि रोजगार कीः प्रो. रघुनंदन
भिलाई। आज के युवा के समक्ष रोजगार के योग्य बनना सबसे बड़ी चुनौती है, न कि रोजगार की। यह बात इंटरनेशनल स्कूल ऑफ बिजनेस एंड मीडिया, बेंगलूर के प्रो. रघुनंदन ने कही। वे शुक्रवार को सेंट थॉमस कॉलेज के कांन्फ्रेंस हॉल में विद्यार्थियों के लिए आयोजित कौशल संवर्धन कार्यक्रम में बोल रहे थे। यह कार्यक्रम वाणिज्य संकाय और पत्रकारिता विभाग कि संयुक्त तत्वाधान में आयोजित किया गया।
आगे प्रो. रघुनंदन ने कहा कि आज समस्या रोजगार की नहीं है बल्कि हमारे कॉलेज ने निकले स्नातक और परास्नातक युवा रोजगार के योग्य नहीं है। क्योंकि ये युवा कॉलेज की पढ़ाई में अपने कौशल विकास पर ध्यान नहीं देते हैं। इसीलिए ये पढ़ने लिखने के बाद बेरोजगार होते हैं। इसके अलावा जो रोजगार में हैं वो सिर्फ नौकरी करते हैं, उनमें अपने काम के प्रति उत्साह नहीं होता। इसका सबसे बड़ा कारण उन्हें अपनी पसंद के कौशल के अनुरूप रोजगार को नहीं चुनना है, जिससे कि वे ताउम्र दिल से काम कर पायें। इसके लिए उन्होंने भारत सरकार के द्वारा रोजगार की स्थिति पर प्रकाशित रिपोर्ट का हवाला दिया।
इससे पहले कार्यक्रम के शुरुआत में प्राचार्य डॉ. एम. जी. रॉइमन ने विद्यार्थियों को अपनी शुभकामना दी और प्रो. रघुनंदन को प्रतीक चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। कॉलेज प्रशासक फादर जोशी वर्गीज ने भी विद्यार्थियों और स्टॉफ को अपनी शुभकामना दिये और कहा कि ऐसे कार्यक्रम कौशल विकास के लिए बहुत जरूरी है।
कार्यक्रम की शुरुआत में स्वागत भाषण वाणिज्य संकाय की विभागाध्यक्ष डॉ. सपना शर्मा ने दिया। कार्यक्रम में आभार ज्ञापन पत्रकारिता विभाग की प्रभारी डॉ. रीमा देवांगन ने किया। इस अवसर पर वाणिज्य संकाय और पत्रकारिता संकाय के प्राध्यापकगण और विद्यार्थी बड़ी संख्या में उपस्थित थे।