पदभार संभालने के बाद पहली बार अपने पैतृक निवास पहुंचे सीएम भजनलाल, हुआ भव्य स्वागत
Rajasthan /- मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा पदभार संभालने के करीब डेढ माह बाद सोमवार को पहली बार अपने पैतृक गांव अटारी पहुंचे। क्षेत्र के निवासियों ने हजारों की संख्या में मुख्यमंत्री का दिल खोल कर स्वागत किया। छतों पर चढ़े महिला, पुरूष और बच्चों ने फूल बरसा कर उनका भव्य स्वागत किया तो भाव-विभोर हुए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने नंगे पांव ही पूरे गांव की परिक्रमा कर ग्रामीणों का अभिवादन स्वीकार किया। मुख्यमंत्री ने अपने पैतृक निवास पहुंचकर माता-पिता का आशीर्वाद भी लिया।
स्वागत के बाद मुख्यमंत्री ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि हमारी सरकार आमजन की सरकार है। मैं स्वयं किसान परिवार से आता हूं, किसान की पीड़ा को मैंने करीब से देखा है। उन्होंने कहा कि किसानों को आर्थिक रूप से मजबूत बनाकर खुशहाल बनाना हमारी सरकार की प्राथमिकता है। सरकार बनने के बाद इस दिशा में काम करते हुए हमने गेंहू खरीद पर समर्थन मूल्य की राशि बढ़ाने, किसान सम्मान निधि में वृद्धि जैसे किसान हितैषी फैसले किए हैं।
जो कहा वो किया, ईआरसीपी का वादा निभाया
सीएम ने कहा कि एकीकृत ईआरसीपी परियोजना को हर हाल में पांच साल में पूरा किया जाएगा। ईआरसीपी परियोजना के माध्यम से पूर्वी राजस्थान के लिए पेयजल व सिंचाई हेतु भरपूर पानी उपलब्ध हो सकेगा। उन्होंने कहा कि यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की गारंटी को पूरा करते हुए हमने उज्ज्वला योजना सहित चयनित बीपीएल परिवार की महिलाओं को 450 रूपए में एलपीजी सिलेण्डर देने का फैसला किया है। प्रधानमंत्री की हर गारंटी को हम पूरा करेंगे।
पेपरलीक के दोषियों को मिलेगी सजा
मुख्यमंत्री ने कहा कि गत वर्षों में पेपरलीक की घटनाओं से प्रदेश के युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ हुआ। हमने इन मामलों की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया है और इन मामलों में दोषी एक-एक व्यक्ति को सजा दिलाई जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में बेहतर कानून-व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए ठोस कदम उठाए जा रहे हैं और सरकार प्रदेश में किसी भी प्रकार की गुण्डागर्दी और आपराधिक तत्वों को बर्दाश्त नहीं करेगी।
मुख्यमंत्री ने पैतृक गांव में पारिवारिक लोक देवताओं के थान, चामुण्डा माता मंदिर में दर्शन किए और गांव में स्थित डॉ. अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण भी किया। इससे पहले उन्होंने बछामदी स्थित बिहारी जी मंदिर में दर्शन कर पूजा-अर्चना की।
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