किसी को बख्शेंगे नहीं…जिस विभाग को लीड कर रहे थे तेजस्वी उसकी गड़बड़ी पकड़ेंगे सम्राट चौधरी, यह है मामला
पटना. स्वास्थ्य विभाग का पदभार संभालने के साथ ही बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी एक्शन में आ गए हैं. विभाग में पहले ही दिन पहुंचे सम्राट चौधरी ने पदभार संभालने के बाद अधिकारियों के साथ बैठक की. बैठक के दौरान सम्राट चौधरी ने बिहार में प्राइवेट नर्सिंग कॉलेज को मान्यता देने में गड़बड़ी करने वाले लोगों पर कड़ी कार्रवाई का निर्देश दिया है. उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने बैठक के दौरान नर्सिंग कॉलेज को मान्यता देने के नाम पर हुई भारी गड़बड़ी पर नाराजगी भी जताया.
बैठक के दौरान विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत समेत विभाग के तमाम अधिकारी मौजूद रहे. समीक्षा बैठक के दौरान नर्सिंग कॉलेज को मान्यता देने में गड़बड़ी करने वालों को उपमुख्यमंत्री ने चिन्हित कर कार्रवाई करने का निर्देश दिया. उपमुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि नर्सिंग कॉलेज का नियमित निरीक्षण सुनिश्चित किया जाए. संस्थान खोलने के लिए मान्यता लेने के बाद भी खुलने में देरी करने वालों से पूछताछ की जाए. संस्थानों में गुणवत्तापूर्ण पढ़ाई के लिए सभी आवश्यक संसाधन उपलब्ध करने के लिए विभाग अलर्ट रहे.
स्वास्थ्य मंत्री ने राज्य के सभी नर्सिंग कॉलेज में गुणवत्तापूर्ण पढ़ाई सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया. नर्सिंग कॉलेज में आधारभूत संरचना को बेहतर बनाने पर भी उपमुख्यमंत्री ने बल दिया. उन्होंने अधिकारियों से यह भी सवाल किया कि उत्तर प्रदेश की तुलना में बिहार में कितने नर्सिंग कॉलेज हैं. अधिकारियों द्वारा यह बताया गया कि उत्तर प्रदेश में नर्सिंग कॉलेज की संख्या 1546 है जबकि बिहार में सरकारी और निजी नर्सिंग कॉलेज मिलकर 611 कॉलेज हैं. इसमें 507 निजी कॉलेज है जबकि 104 सरकारी कॉलेज हैं.
उपमुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि जिस क्षेत्र से में नर्सिंग संस्थान काम है वहां नए संस्थान खुलवाए जाएं. उन्होंने 31 नर्सिंग कॉलेज की सभी मानकों पर जांच के बाद जल्द मान्यता देने के लिए कहा. इनमें 17 सरकारी कॉलेज शामिल है. नर्सिंग संस्थाओं के साथ ही उपमुख्यमंत्री ने पारामेडिकल कॉलेज और फार्मेसी संस्थानों में गुणवत्तापूर्ण सुधार के लिए हर कदम उठाने का निर्देश दिया है.