14 में 11 उम्मीदवारों का ऐलान, 3 सीटों को लेकर क्यों है बना है BJP का सस्पेंस ?
रांची. झारखंड में भाजपा ने कुल 14 लोकसभा सीटों के मुकाबले 11 सीटों पर अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है. जिन तीन सीटों के लिए अभी तक प्रत्याशी घोषित नहीं हुए हैं, उनमें धनबाद और चतरा की सीटें भाजपा कोटे की हैं, जबकि गिरिडीह की सीट आजसू पार्टी के खाते में है. धनबाद के सीटिंग सांसद पीएन सिंह को बढ़ती उम्र के कारण टिकट नहीं मिलेगा, ऐसा कहा जा रहा है. पीएन सिंह को टिकट ने देने की स्थिति में संभव है कि वहां पार्टी कोई नया चेहरा दे, जबकि गिरिडीह सीट आजसू को मिलनी पक्की है.
चतरा सीट को लेकर संशय बना हुआ है. भारतीय जनता पार्टी से चतरा लोकसभा सीट से टिकट की दौड़ में कई नाम शामिल हैं. मिली जानकारी के मुताबिक, वर्तमान सांसद सुनील सिंह, पांकी विधायक डॉ. शशिभूषण मेहता, पार्टी के प्रदेश महासचिव मनोज सिंह, पार्टी के कालीचरण सिंह, पूर्व डिप्टी मेयर मंगल सिंह समेत कई नाम हैं. इसके अलावा और भी कई नाम हैं जो चतरा से चुनाव लड़ना चाहते हैं. कुछ दिन पहले हुई पार्टी की आपसी मंत्रणा में तीन नाम तय किये गये हैं.
तीनों के नाम गोपनीय रखे गए हैं. धनबाद और चतरा की सीट भाजपा ने सुरक्षित रखी है. धनबाद से पीएन सिंह लगातार तीन बार से सांसद रहे हैं. इस बार भाजपा ने अगर अपनी इस पारंपरिक सीट के लिए अभी तक उम्मीदवार नहीं दिया है तो इसके कई मायने निकाले जा रहे हैं. साल 2019 का लोकसभा चुनाव भाजपा ने आजसू पार्टी के साथ मिल कर लड़ा था. भाजपा ने 13 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे, जबकि एक सीट आजसू को दी थी. भाजपा के 13 में 11 और आजसू के एक उम्मीदवार ने बाजी मारी थी. यानी एनडीए ने 12 सीटों पर जीत दर्ज की थी.
राजमहल की सीट 2014 से ही झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) के कब्जे में रही है. विजय हांसदा नरेंद्र मोदी की लहर के बावजूद वहां से जीतते रहे हैं. सिंहभूम से कांग्रेस के टिकट पर मधु कोड़ा की पत्नी गीता कोड़ा ने भाजपा उम्मीदवार को परास्त किया था. गीता कोड़ा अब भाजपा में हैं और उन्हें पार्टी ने सिंहभूम से ही अपना प्रत्याशी बनाया है. भाजपा ने जिन तीन सीटों पर अभी तक उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की है, उनमें धनबाद, गिरिडीह और चतरा हैं। धनबाद और चतरा भाजपा की सीट रही है, जबकि गिरिडीह पर भाजपा की सहयोगी पार्टी आजसू का कब्जा है। माना जा रहा है कि इनमें दो सीटें भाजपा एनडीए के घटक दलों को दे सकती है। आजसू की गिरिडीह सीट तो पक्की मानी जा रही है, जहां से पिछली बार चंद्र प्रकाश चौधरी जीते थे।