श्रीनगर में बड़ा हादसा: झेलम नदी में नाव डूबी… छह की मौत, छह को बचाया, तीन अब भी लापता

जम्मू /- श्रीनगर में बड़ा हादसा हुआ है। यहां झेलम नदी में नाव डूब गई। इसमें 15 लोग सवार थे, जिसमें आठ वयस्क और सात विद्यार्थी शामिल थे। हादसे का पता चलते ही तुरंत बचाव अभियान शुरू किया गया। अब तक 12 लोगों की तलाश की जा चुकी है। हादसा गंडबल बटवाड़ा में हुआ है।इनमें छह की जान जा चुकी है और तीन का उपचार चल रहा है। तीन अन्य की हालत स्थिर है, जबकि तीन अब भी लापता हैं। बचाव अभियान चल रहा है। श्रीनगर उपायुक्त डॉ. बिलाल मोहि-उद-दीन भट ने इसकी जानकारी दी है।उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। वहीं, मौके पर संभागीय आयुक्त कश्मीर, आईजीपी कश्मीर, उपायुक्त श्रीनगर और एसएसपी श्रीनगर, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और पुलिस के अधिकारी पहुंचे हुए हैं। अधिकारियों ने मौके से बचाव अभियान की निगरानी कर रहे हैं।

हादसे पर गहरा दुख, बचाव अभियान जारी, मरीन कमांडो अलर्ट पर- एलजी 

उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने श्रीनगर में नाव दुर्घटना पर गहरा दुख जताया है। उपराज्यपाल ने जारी संदेश में कहा, ‘हादसे में हुई लोगों की मृत्यु से मुझे गहरा दुख हुआ है। मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं और मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि वह उन्हें इस अपार क्षति को सहने की शक्ति दें। एसडीआरएफ, सेना और अन्य एजेंसियों की टीम राहत और बचाव कार्य कर रही हैं।’

कहा, ‘प्रशासन उन शोक संतप्त परिवारों को हर संभव सहायता प्रदान कर रहा है जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है और जो लोग घायल हुए हैं, उन्हें चिकित्सा सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं। मरीन कमांडो (मार्कोस) टीमों को भी अलर्ट कर दिया गया है। मैं लगातार स्थिति पर नजर रख रहा हूं और मैदान पर टीम का मार्गदर्शन कर रहा हूं।’

सालों से अधर में लटका है पुल बनने का काम’

हादसे की खबर के बाद श्रीनगर में शोक की लहर दौड़ गई है। जिन लोगों के अपने नाव में सवार हैं, उनका रो-रो कर बुरा हाल है। अपनों को फिर से पाने के लिए वे ईश्वर से प्रार्थनाएं करते दिखे। साथ ही स्थानीय लोगों ने कहा है यहां पुल का काम कई सालों से अधर में लटका हुआ है। ऐसे में नदी पार करने के लिए उन्हें नाव का सहारा लेना पड़ता है। बिगड़े के मौसम के बीच नदी को पार करते हुए यह हादसा हो गया।

फारूक अब्दुल्ला बोले- समय पर क्यों पूरा नहीं हुआ पुल बनने का काम

नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने हादसे पर दुख जताते हुए सवाल किया कि समय पर पुल बनने का काम पूरा क्यों नहीं हुआ। इसकी जांच कराई जानी चाहिए।

अब्दुल्ला ने कहा, ‘उन परिवारों पर क्या असर होगा जिनके अपने इस कश्ती में सवार थे। मैं सरकार से सवाल करूंगा कि जो पुल वहां बन रहा था उसे आज तक पूरा क्यों नहीं किया गया…उमर अब्दुल्ला के वक्त से इस पुल का निर्माण चल रहा था। आज उन्हें होश आना चाहिए कि कितनी जिन्दगी उन्होंने खत्म कर दी हैं। सरकार अब दौड़ेगी पर उसका फायदा क्या है?…इसकी जांच होनी चाहिए.. ।’

हादसे पर नेताओं ने जताया दुख

वोट हादसे को लेकर नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्य उमर अब्दुल्ला ने कहा कि  झेलम नदी पर नाव पलटने की खबर दुखदायी है। वह आशा और प्रार्थना करते हैं कि नाव पर सवार सभी लोगों को सुरक्षित और शीघ्रता से बचा लिया जाए।

वहीं, पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने कहा, ‘नाव पलटने की दुखद दुर्घटना के बारे में सुनकर स्तब्ध हूं। कुछ बच्चों की मौत की खबरें आ रही हैं। उनके परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदना है और मैं प्रशासन से हरसंभव मदद करने का आग्रह करती हूं।’

भाजपा प्रवक्ता अल्ताफ ठाकुर ने कहा, ‘नाव पलटने के हादसे पर अपना गहरा दुख व्यक्त करता हूं। मेरी संवेदनाएं इस हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों के साथ हैं। शोक संतप्त परिवारों के साथ अपनी एकजुटता व्यक्त करता हूं और एसएमएचएस में इलाज करा रहे लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं। एसडीआरएफ और अन्य बचाव टीमों से क्षेत्र में बचाव अभियान तेज करने का आग्रह करता हूं।’

जम्मू कश्मीर में बीते कुछ दिनों से मौसम बिगड़ा हुआ है। सोमवार को मैदानी इलाकों में हुई बारिश और पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी से नदी-नाले उफान पर हैं। मंगलवार को भी बादल छाए हुए हैं।

झमाझम बारिश के चलते कुपवाड़ा में 8वीं कक्षा तक के स्कूल बंद

उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा में आठवीं कक्षा तक के स्कूलों को बंद रखने का आदेश जारी किया गया है। अधिकारियों ने कहा कि प्रतिकूल मौसम की स्थिति को देखते हुए सीमांत क्षेत्र कुपवाड़ा जिले में 8वीं कक्षा तक के शैक्षणिक संस्थान मंगलवार को बंद रहेंगे।

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