कल सुपुर्दे-खाक होंगे रईसी और सभी मृतक, धनखड़ करेंगे भारत का प्रतिनिधित्व
तेहरान/दुबई/- ईरान में हेलिकॉप्टर हादसे में मारे गए दिवंगत राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी का अंतिम संस्कार कार्यक्रम मंगलवार से शुरू हो गया। उपराष्ट्रपति मोहसिन मंसूरी ने घोषणा की कि रईसी 23 मई को उत्तर-पूर्वी शहर मशहद में सुपुर्दे-खाक होंगे। सरकारी मीडिया पर रईसी की जगह लेने के लिए 28 जून को नए राष्ट्रपति पद के चुनाव कराने की खबर भी दी गई है। भारत के उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ भी शोक कार्यक्रम में शामिल होंगे।
हेलिकॉप्टर हादसे में दिवंगत राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी, विदेश मंत्री होसैन अमीरबदोल्लाहियान समेत आठ अन्य की मौत हो गई थी। बृहस्पतिवार की शाम को इमाम रजा के मकबरे पर उन्हें दफन किया जाएगा, जो शियाओं का मुख्य तीर्थस्थल है। मंगलवार को रईसी व साथियों के शव ताब्रीज शहर में रखे गए, जहां उनके अंतिम दर्शनों के लिए भीड़ लगी है। देश के सर्वोच्च नेता ने पांच दिनों के शोक की घोषणा की है। रईसी समेत सभी मृतकों के शव ऐतिहासिक इमाम रजा मस्जिद में ले जाए जाएंगे जहां खामेनेई प्रार्थना करेंगे। सरकारी मीडिया के मुताबिक, रईसी के उत्तराधिकारी के चयन के लिए मतदान का फैसला न्यायपालिका, सरकार और संसद के प्रमुखों की बैठक के दौरान लिया गया। उम्मीदवारों का पंजीकरण 30 मई से 3 जून तक और चुनाव प्रचार 12 से 27 जून तक होगा। फिलहाल मोहम्मद मखबेर अंतरिम राष्ट्रपति हैं।
धनखड़ करेंगे भारत का प्रतिनिधित्व
इस बीच, भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी के अंतिम संस्कार में 23 मई को भारत का प्रतिनिधित्व करेंगें। धनखड़ बुधवार को ईरान रवाना होंगे। रईसी के सम्मान में मंगलवार को पूरे भारत में एक दिनी राजकीय शोक मनाया गया।
ईरानी दूतावास पहुंचे जयशंकर, राष्ट्रपति रईसी के निधन पर जताया शोक
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मंगलवार को दिल्ली में ईरानी दूतावास का दौरा किया। उन्होंने हेलिकॉप्टर दुर्घटना में राष्ट्रपति रईसी और विदेश मंत्री अमीरबदोल्लाहियान की मौत पर भारत की ओर से गहरी संवेदना व्यक्त की। जयशंकर ने कहा, भारत इस कठिन समय में ईरान के लोगों के साथ एकजुटता से खड़ा है।
लॉजिस्टिक कारणों से अमेरिकी मदद नहीं
अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने कहा कि ईरान सरकार ने हेलिकॉप्टर हादसे की जांच के लिए अमेरिका से मदद का आग्रह किया है, लेकिन अमेरिका ‘लॉजिस्टिक’ (साजो-सामान) कारणों से सहायता नहीं करेगा। मंत्रालय के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने कहा, अमेरिका ने रईसी के निधन पर आधिकारिक तौर पर शोक जताया है, लेकिन वह मानता है कि रईसी के हाथ खून से सने थे।