सरगुजा से बीजेपी प्रत्याशी चिंतामणि महाराज जीते, कांग्रेस को हराया

रायपुर /- छत्तीसगढ़ की सरगुजा लोकसभा सीट पर भाजपा प्रत्याशी चिंतामणि महाराज ने जीत हासिल की है। उन्होंने 64 हजार 822 वोटों से जीत हासिल की है। महाराज को 7 लाख 13 हाजार 200 वोट मिले हैं। वहीं शशि सिंह को 6 लाख 48 हजार 378 वोट मिले हैं। इस तरह जीत का अंतर 64 हजार 822 रहा। कुल वोट का प्रतिशत 49.01 रहा।

जानें कौन हैं चिंतामणि महाराज

चिंतामणी महाराज छत्तीसगढ़ के संत गहिरा गुरु के बेटे हैं। सरगुजा संभाग में संत समाज के अनुयायी अंबिकापुर, लुंड्रा, सामरी, पत्थलगांव, जशपुर, कुनकुरी और बिलासपुर के रायगढ़, विधानसभा क्षेत्रों में हैं। प्रदेश भर में उनके समाज के अनुयायी हैं। ऐसे में बीजेपी में उनके प्रवेश करने से सरगुजा संभाग की 6 सीटों पर सीधा असर पड़ सकता है। बीजेपी यहां से आगे हो सकती है क्योंकि वर्तमान में संभाग की 14 की 14 सीटों पर कांग्रेस का कब्जा है। उनके इस कदम से कांग्रेस की चिंता बढ़ गई है। चिंतामणि महाराज लगभग 11 साल पहले बीजेपी में थे। भाजपा से उपेक्षित के आरोप पर उन्होंने 2008 में सामरी विधानसभा से ही निर्दलीय चुनाव लड़ा था पर हार गए थे। इसके बाद बीजेपी छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गए थे। साल 2013 में उन्हें कांग्रेस ने लुंड्रा से टिकट दिया था और वे विधायक बने। 2018 में दोबारा चिंतामणि महाराज को कांग्रेस ने सामरी से प्रत्याशी बनाया और वे दूसरी बार विधायक बने। अब फिर बीजेपी में उनकी घर वापसी हो गई है। बीजेपी में वापसी के बाद उन्हें सरगुजा लोकसभा सीट का प्रत्याशी बनाया गया है। चिंतामणी महाराज रमन सरकार के पहले कार्यकाल में 2004 से 2008 तक राज्य संस्कृत बोर्ड के अध्यक्ष रहे। वर्ष 2008 में बलरामपुर जिले के सामरी विधानसभा से निर्दलीय चुनाव लड़े पर जीत नहीं पाए। साल 2013 में फिर से कांग्रेस के टिकट पर सामरी विधानसभा से चुनाव लड़े और पहली बार विधायक बने। 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने दोबारा उन पर भरोसा जताया। उन्होंने बीजेपी प्रत्याशी सिद्धनाथ पैकरा को हराकर दूसरी बार विधायक बने। उन्हें कुल 180,620 वोट मिले थे। वहीं बीजेपी प्रत्याशी सिद्धनाथ पैकरा को 58697 वोट मिले थे।

जानें सरगुजा सीट का समीकरण

सरगुजा लोकसभा सीट आदिवासी बहुल इलाका है। साल 2019 के भारतीय जनता पार्टी की रेणुका सिंह ने जीत दर्ज की थी। रेणुका सिंह ने कांग्रेस पार्टी के खेलसाय सिंह को 1,57,873 वोटों से हराया था। रेणुका सिंह को जहां 6,63,711 वोट मिले थे। इससे पहले 2014 में यहां बीजेपी के कमलभान सिंह मराबी ने जीत दर्ज की थी। सरगुजा लोकसभा में 17 बार आम चुनाव हो चुके हैं, जिसमें 9 बार कांग्रेस प्रत्याशी ने चुनाव जीता है। आठ बार बीजेपी और जनता पार्टी ने जीत हासिल की थी। बता दें कि राज्य की गठन के बाद चार बार बीजेपी ने परचम लहराया है। साल 2004 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के नंद कुमार साय ने बाजी मारी। 2009 में मुरारी लाल सिंह, 2014 में कमलभान सिंह और 2019 में बीजेपी की रेणुका सिंह की जीत हुई। रेणुका सिंह केंद्रीय राज्य मंत्री रह चुकी हैं।जानें इस चुनाव में विधानसभावार वोट प्रतिशतअंबिकापुर – 75.20 %भटगांव – 79.78 %लूंड्रा – 84.04 %प्रतापपुर – 80.98 %प्रेमनगर – 78.71 %रामानुजगंज – 80.40 %सामरी – 81.57 %सीतापुर – 79.71 %कुल 79.89 % जानें युवा नेत्री शशि सिंह को प्रत्याशी बनाने का राज कांग्रेस पार्टी ने सरगुजा लोकसभा सीट से युवा नेत्री शशि सिंह को प्रत्याशी के रूप में चुना है। शशि सिंह को तेज तर्रार कांग्रेस नेत्री के रूप में जाना जाती है। इनका मुकाबला भाजपा के चिंतामणि के साथ रहा। वो गोंड जनजातीय समाज की उभरती हुई नेत्री हैं। शशि पूर्व मंत्री तुलेश्वर सिंह की पुत्री हैं। वर्तमान में वे सूरजपुर जिले के जनपद पंचायत सदस्य हैं। कांग्रेस प्रत्याशी शशि सिंह ने भारत जोड़ो यात्रा और भारत न्याय यात्रा के दौरान कई कार्यक्रमों में भाग लिया है। साथ ही उन्हें कई बार राहुल गांधी के साथ पदयात्रा में भी देखा गया है। अपने क्षेत्र में उन्होंने अच्छी पकड़ बनाई हुई है। यही वजह है कि कांग्रेस ने शशि सिंह को सरगुजा सीट से चुनावी मैदान में उतारा।

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