गाजीपुर तिहरा हत्याकांड: ‘आकर बेटे को समझा दो… नहीं तो रेत देंगे गला’, परिजनों का चौंकाने वाला खुलासा
गाजीपुर/ गाजीपुर के नंदगंज के कुसम्हीकला (खिलवा बिंद) पुरा में दंपती व पुत्र की गला रेतकर हुई हत्या ने हर किसी को झकझोर कर रख दिया। पुलिस हत्या के कारणों की तलाश में जुटी है, लेकिन परिजन हत्या के कारण चीख-चीख कर बता रहे हैं।उनका आरोप है कि हत्यारोपी ने ही एक महीना पहले फोन करके मुंशी विंद को पंचायत के लिए घर बुलाया था। धमकी दी थी कि आकर पुत्र को समझा दो, नहीं तो गला रेत देंगे। इस पर मुंबई में टाइल्स लगाकर परिवार का जीविकोपार्जन कर रहा मुंशी विंद छह जून को घर लौटा था।सोवरन बिंद के तीन पुत्रों में सबसे बड़े राम प्रकाश बिंद, दूसरे मुनीव बिंद और तीसरे नंबर पर मुंशी बिंद थे। मुंशी विंद पैतृक आवास से कुछ दूरी पर नया मकान बनाकर परिवार के साथ रहते थे।बड़े भाई रामप्रकाश विंद ने बताया कि हत्यारोपी राधे बिंद ने एक महीने पहले फोन कर पंचायत के लिए घर बुलाया था। मुंशी के घर आने के बाद दोनों परिवारों में आठ जून को पंचायत हुई थी। इस दौरान कहा गया कि मृतक का छोटे पुत्र आशीष विंद व हत्यारोपी की पुत्री की उम्र कम है, ऐसे में शादी नहीं होगी।
पुलिस तक भी पहुंचा था मामला
परिजनों के मुताबिक करीब दस दिन पूर्व हत्यारोपी शादी के लिए परेशान व दबाव बनाने लगा तो मृतक ने डायल 112 पर सूचना दी थी। पुलिस ने जब देखा कि मृतक के छोटे पुत्र व हत्यारोपी के पुत्री की उम्र कम है तो उन्होंने दोनों परिवारों को समझाने को कहा और वापस चली गई थी। इधर गांव में हुए तिहारे हत्याकांड से कोहराम मचा हुआ है। वहीं सुरक्षा के दृष्टिकोण से गांव में चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात थी।
पैतृक आवास पर सो रही थी मुंशी बिंद की मां
मां प्यारी देवी छोटे पुत्र मुंशी विंद और उनके परिवार के साथ ही रहती थीं। प्रतिदिन वह सोने के लिए कुछ दूरी पर स्थिति पैतृक आवास पर चली जाती थी। रात में पूरे परिवार के साथ भोजन करने के बाद वह सोने चली गई। वहीं कुछ ही दूरी पर बड़े भाई रामप्रकाश बिंद और अन्य भाईयों का भी मकान है, जो परिवार के साथ घर पर सो रहे थे।
अब आशीष की सुरक्षा की चिंता
वारदात के बाद जितनी मुंह उतनी बातें हो रही हैं। वहीं, परिजनों को आशीष के सुरक्षा को लेकर चिंता होने लगी है। लोग इस बात को लेकर चर्चा कर रहे हैं कि आखिर घर के अंदर सो रहा रामशीष बिंद किस तरह से बाहर आया होगा, क्या वो हमलावरों से भिड़ गया था या फिर अपनी जान बचाने के लिए किसी तरह से दरवाजे के बाहर आ पाया।
गाजीपुर में दंपती और बड़े बेटे की गला रेतकर हत्या
गाजीपुर के कुसम्हीकला (खिलवा बिंद) गांव पुरा में रविवार की रात दंपती और उनके बड़े बेटे की धारदार हथियार से गला रेतकर हत्या कर दी गई। मृतक के बड़े भाई की तहरीर पर पुलिस ने गांव के ही एक व्यक्ति के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज कर लिया। वारदात को प्रेम-प्रसंग से जोड़कर देखा जा रहा है।
मुंशी बिंद (45) व पत्नी देवंती देवी (40) घर के बाहर झोपड़ी में अलग-अलग चारपाई पर और बड़ा पुत्र रामाशीष (20) घर के अंदर कमरे में सो रहा था। छोटा बेटा आशीष गांव में ही आयोजित एक तिलक समारोह में गया था। रात एक बजे वह घर पहुंचा तो देखा कि पिता जमीन पर लहूलुहान मृत पड़े थे। मां भी चारपाई पर मृत पड़ी थी।
बड़े भाई रामाशीष का शव दरवाजे के पास पड़ा था। मृतक के बड़े भाई रामप्रकाश ने पुलिस को तहरीर देकर आरोप लगाया कि गांव के ही राधे बिंद ने साथियों के साथ मिलकर हत्या की है। पुलिस मुकदमा दर्ज कर आरोपी की तलाश में जुटी हुई है। इधर, ग्रामीणों के मुताबिक घटना का कारण प्रेम प्रसंग लग रहा है।
आशीष गांव के ही एक व्यक्ति की बेटी से प्यार करता था और दोनों फोन पर बातें भी करते थे। हालांकि पुलिस हत्या के कारणों को लेकर छानबीन करने की बात कह रही है। वाराणसी जोन के अपर पुलिस महानिदेशक पीयूष मोर्डिया ने बताया कि पांच टीमें जांच के लिए लगाई गई हैं।