उत्तर कन्नड़ जिले में भूस्खलन के चलते एक ही परिवार के चार सदस्यों की मौत; तीन का कुछ पता नहीं

बंगलूरू/ कर्नाटक के कई हिस्सों में मूसलाधार बारिश के कारण बाढ़ जैसी स्थिति बनने और भूस्खलन होने से लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। अब उत्तर कन्नड़ जिले के शिरूर में मंगलवार को भीषण भूस्खलन हुआ। इसमें चार लोगों की मौत हो गई। वहीं अन्य तीन की कोई जानकारी नहीं मिल पा रही है। 

एक ही परिवार के कई लोगों में गाज टूटी
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि भूस्खलन की घटना राष्ट्रीय राजमार्ग 66 पर अंकोला तालुक के शिरूर के पास हुई। उत्तर कन्नड़ की उपायुक्त लक्ष्मी प्रिया ने बुधवार को बताया कि सात लोगों में से चार एक ही परिवार के सदस्य हैं, जिनकी मौत हो गई। 

उन्होंने बताया कि शिरूर में बड़ा भूस्खलन हुआ। सड़क किनारे एक छोटी सी दुकान थी। पति-पत्नी, दो बच्चे और एक बुजुर्ग उस दुकान को चलाते थे। भूस्खलन नदी के विपरीत दिशा में हुआ था। वहीं, दो घर भी बने हुए थे। यहां से एक व्यक्ति लापता है। उन्होंने आगे बताया कि भूस्खलन के कारण एक गैस टैंकर पास की गंगावली नदी में जा गिरा। वहीं, घटना के समय दुकान पर कथित तौर पर चाय पी रहे वाहन का चालक भी लापता है।

गैस से भरा टैंकर भी बहा
अधिकारी ने बताया कि सात लोगों में से चार के शव बरामद कर लिए हैं। तीन लोग अभी भी लापता हैं। उन्होंने बताया कि तीन टैंकरों में से दो अनलोड हैं। इसलिए दोनों सुरक्षित हैं। हालांकि, जो टैंकर नदी के अंदर चला गया वो भरा हुआ है। इसमें गैस है। उन्होंने यह भी बताया कि अग्निशमन दल सहित 24 सदस्यों की राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) टीम ने बचाव अभियान चलाया है।

रक्षा बल कर रहे मदद
उन्होंने कहा, ‘हमारी मदद नौसेना और तटरक्षक बल कर रहे हैं। उन्होंने हमें अपने सुरक्षा उपकरण और अभियान को संभालने के लिए कर्मी दिए हैं। हमारे साथ गैस कंपनियों की प्रतिक्रिया टीम भी मौजूद है।’

पानी को हटाने की कोशिश जारी
उपायुक्त लक्ष्मी प्रिया ने कहा कि भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण सड़क के एक तरफ से यातायात को साफ करने की कोशिश कर रहा है, जो भूस्खलन के बाद रुक गया था। उन्होंने कहा कि एनएचएआई के अनुसार वे सड़क के एक तरफ से पानी को बाहर निकालने की कोशिश कर रहे हैं, ताकि जाम नहीं लग सके।

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