कमला हैरिस डेमोक्रेटिक राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार बनीं; वर्चुअल रोल कॉल में भारी समर्थन के बाद हुआ एलान
वाशिंगटन/ भारतीय मूल की अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस को सत्तारूढ़ डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से 2024 के राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित किया गया। वर्चुअल रोल कॉल में डेमोक्रेटिक प्रतिनिधियों से पर्याप्त वोट हासिल करने के बाद उनकी उम्मीदवारी की घोषणा की गई। अब उनका मुकाबला रिपब्लिकन पार्टी से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप से होगा। गौरतलब है कि पांच नवंबर को अमेरिका में आम चुनाव होने हैं। इसके लिए रिपब्लिकन और डेमोक्रेट दोनों पार्टियां पूरी जोर-आजमाइश में लगी हैं।
अमेरिका के राष्ट्रपति पद के लिए डेमोक्रेटिक उम्मीदवार बनने पर गर्व
इस मौके पर उपराष्ट्रपति हैरिस ने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा कि मुझे अमेरिका के राष्ट्रपति पद के लिए डेमोक्रेटिक उम्मीदवार बनने पर गर्व है। मैं अगले सप्ताह आधिकारिक रूप से नामांकन स्वीकार करूंगी। यह अभियान लोगों के एक साथ आने के बारे में है, जो देश के प्यार से प्रेरित हैं, ताकि हम जो हैं उसमें से सर्वश्रेष्ठ के लिए लड़ सकें।
अपनी उम्मीदवारी का एलान होने के बाद उन्होंने कहा कि हम अपने देश से प्यार करते हैं। हम अमेरिका के वादे पर विश्वास करते हैं और यह अभियान इसी बारे में है। बेशक, वर्चुअल वोटिंग अवधि समाप्त होने के बाद, मैं अगले सप्ताह आधिकारिक तौर पर नामांकन स्वीकार करूंगी। इस महीने के आखिर में हम एक पार्टी के रूप में एकजुट होकर शिकागो में इकट्ठा होंगे, जहां हमें इस ऐतिहासिक क्षण को एक साथ मनाने का अवसर मिलेगा।
ऐसा करने वाली पहली भारत व अफ्रीकी मूल की महिला बनी हैरिस
राष्ट्रपति पद के टिकट पर शीर्ष पर पहुंचने वाली वह पहली भारत व अफ्रीकी मूल की महिला बन गई हैं। डेमोक्रेटिक नेशनल कमेटी के अध्यक्ष जैमे हैरिसन ने वोटों की वर्चुअल रोल कॉल की समाप्ति के बाद कहा, मुझे यह पुष्टि करते हुए बहुत गर्व हो रहा है कि उपराष्ट्रपति हैरिस ने सभी डेलीगेट्स प्रतिनिधियों से बहुमत से अधिक वोट हासिल किए हैं और मतदान समाप्त होने के बाद डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार होंगी।
अगले सप्ताह वर्चुअल वोटिंग अवधि समाप्त होने के बाद हैरिस आधिकारिक तौर पर नामांकन स्वीकार कर लेंगी। वह 22 अगस्त को शिकागो में डेमोक्रेटिक नेशनल कन्वेंशन में इसे औपचारिक रूप से स्वीकार करेंगी। अगले कुछ दिनों में, वह उपराष्ट्रपति पद के लिए अपने उम्मीदवार की भी घोषणा कर सकती हैं।
मां चेन्नई की तो पिता जमैका के
बता दें कि कमाला हैरिस की मां श्यामला गोपालन जो कि भारतीय थीं और उनके पिता डोनाल्ड जैस्पर हैरिस जमैका के हैं, वे दोनों अमेरिका में आकर बस गए थे। कमला हैरिस की मां कैंसर पर शोध कर रही थीं और साल 2009 में उनकी मौत हो गई। कमला के पिता डोनाल्ड हैरिस जमैका के रहने वाले थे, जो स्टैमफोर्ड यूनिवर्सिटी में पढ़ाते थे। कमला हैरिस के माता-पिता तभी अलग हो गए थे, जब कमला और उनकी बहन माया हैरिस बहुत छोटी थीं।
कमला हैरिस ऑकलैंड में पली-बढ़ी हैं। उन्होंने हावर्ड यूनिवर्सिटी से स्नातक की डिग्री ली है। इसके बाद कमला ने कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी से कानून की पढ़ाई की है। हैरिस सैन फ्रांसिस्को में जिला अटॉर्नी के रूप में भी काम कर चुकी हैं। वह 2003 में सैन फ्रांसिस्को की जिला वकील बनी थीं। कमला हैरिस दो बार अटॉर्नी जनरल रहीं और फिर 2017 में वो सांसद बनीं। वो ऐसा करने वाली दूसरी अश्वेत महिला थीं। सीनेटर के तौर पर वह राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ मुखर रही हैं। हालांकि, विदेश नीति पर उन्होंने ट्रंप का समर्थन भी किया है। वहीं, अमेरिका के इतिहास में उपराष्ट्रपति पद पर आसीन होने वाली पहली महिला थीं। साथ ही वे देश की पहली भारतीय-अमेरिकी और अफ्रीकी उपराष्ट्रपति हैं।