आर्मी जवान से मिलने आया था भाई, लोगों ने संदिग्ध समझ कर दी धुनाई, साथ आए ऑटो ड्राइवर को भी पीटा
पठानकोट (पंजाब)/ पठानकोट में बीते कई दिनों से संदिग्ध होने की सूचना आ रही थी। इसी बीच लोगों ने तीन युवकों को संदिग्ध समझ कर उनकी धुनाई कर दी। मिलिट्री स्टेशन मामून से सटे गांव जंडवाल में सेना की फेंसिंग क्रॉस करते तीन युवकों को संदिग्ध समझ लोगों ने पकड़ उनकी धुनाई की और उसके बाद पुलिस स्टेशन मामून के हवाले कर दिया। घटना रविवार देर रात की बताई जा रही है। लोगों ने तीनों को संदिग्ध समझ मिलिट्री स्टेशन की फेंसिंग में घुसते देख लिया, जिसकी सूचना गांव के सरपंच और पंचों को दी गई। तीन संदिग्धों को पुलिस हवाले कर मामून थाने में भेज दिया।वहीं, तीनों की सूचना मिलते सुरक्षा एजेसियां भी मौके पर पहुंच गई। जांच करने पर पता चला कि एक युवक जिसके पास बैग था वह पंजाब के फिरोजपुर जिले का रहने वाला है और उसका भाई मामून कैंट 14 सिखलाई रेंजिमेंट में नौकरी करता है। वे आपने भाई को उसकी वर्दी और कुछ सामान देने आया था। अंधेरा होने पर उसने पठानकोट से एक ऑटो किराए पर लिया और उसमें बैठकर मामून में अपने भाई को फोन करके सामान देने के लिए मामून कैंट पहुंच गया। भाई ने कहा कि मेंन गेट से काफी सख्ती हो रही है और मेरी ड्यूटी गांव जंडवाल के पास लगी है। वहां से मुझे सामान पकड़ा दे। जब यह तीनों गांव जंडवाल मे फेंसिग के करीब पहुंचे तो गांव के लोगों ने उन्हें पकड़ मामून थाने में भेज दिया।वहीं, थाना मामून की एसएचओ रजनी बाला ने कहा कि तीन युवकों में दो ऑटो ड्राइवर थे और एक सवारी युवक मौजूद था। जो सवारी वाला युवक है वे अपने आर्मी में तैनात भाई को सामान देने के लिए आया। फेंसिंग के जरिये इसलिए वे अपने भाई को सामान पकड़ा रहा था, क्योंकि मेन गेट पर सख्ती ज्यादा रहती है। इसलिए उसके भाई ने पुलिस स्टेशन आकर अपने भाई की पहचान करवा उसे वापस ले गया, जबकि पुलिस ने दोनों पठानकोट निवासी ऑटो ड्राइवरों को भी वेरिफाई कर छोड़ दिया।