मास्टर माइंड राजीव नयन ने तीन साल में खोलीं 7 कंपनियां… इन जगहों पर बनाए ऑफिस, लाखों का किया वारा-न्यारा
प्रयागराज/ आरओ-एआरओ व सिपाही भर्ती पेपर लीक प्रकरण के जिस मास्टर माइंड राजीव नयन मिश्रा उर्फ राहुल की 1.2 करोड़ की संपत्ति प्रवर्तन निदेशालय ने अटैच की, उसने महज दो साल के भीतर सात कंपनियां खोल डालीं। इनका पंजीकृत कार्यालय ग्रेटर नोएडा व प्रयागराज में बनाया गया। साथ ही इनके जरिए लाखों रुपये का वारा-न्यारा भी किया गया।2017 से 2020 के बीच यह सात कंपनियां अलग-अलग नाम से खोली गईं। इन सभी कंपनियों को पार्टनरशिप में खोला गया और इनमें कई पार्टनर भी बनाए गए। हालांकि, इनमें सबसे ज्यादा शेयर राजीव नयन का ही था। 2017 से ही उसने इन कंपनियों के जरिये लाखों का वारा-न्यारा शुरू कर दिया था।
सूत्रों का यह भी कहना है कि मास्टर माइंड ने जो पांच कंपनियां खोलीं, उनमें से एक का जिक्र प्रवर्तन निदेशालय ने भी किया है। यह कंपनी सेमवाल्ट टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड थी, जिसमें राजीव नयन के अलावा कुल छह डायरेक्टर थे।
प्रयागराज में भी खोजी जा रहीं संपत्तियां
भोपाल, ग्रेटर नोएडा व दादरी में अचल व बैंक खाते में पड़ी नकदी व दो कारों को अटैच किए जाने के बाद अब राजीव नयन की संपत्तियों की प्रयागराज में भी तलाश शुरू कर दी गई है। सूत्रों के मुताबिक, गोपनीय तरीके से पता लगाया जा रहा है कि प्रयागराज में उसके नाम पर कोई संपत्ति है या नहीं। बता दें कि वह मूल रूप से मेजा के शुुकुलपुर गांव का रहने वाला है।
यह हैं कंपनियों के नाम
1- सेमवॉल्ट टेक्नोलाॅजीज प्रा. लि., ग्रेटर नोएडा
2- वेब ई एंड आई प्रा. लि., ग्रेटर नोएडा
3- सेमवाल्ट फूड क्लब प्रा. लि., ग्रेटर नोएडा
4- रेडी टु मूव कार्गो सर्विसेस प्रा. लि., ग्रेटर नोएडा
5- सेमवाल्ट डाइमेंसन प्रा. लि., ग्रेटर नोएडा
6- आईशॉप कंसल्टेंसी प्रा. लि., प्रयागराज
7- मेडिचॉइस प्रा. लि., ग्रेटर नोएडा