कन्नौज कांड: नवाब सिंह और बुआ के बीच दोपहर से हो रही थी बातचीत, CDR का अध्ययन कर रही है पुलिस

कन्नौज / कन्नौज जिले में पूर्व ब्लॉक प्रमुख नवाब सिंह यादव और पीड़िता की बुआ के बीच घटना वाले दिन दोपहर से बातचीत हो रही थी। इसका खुलासा तब हुआ जब पुलिस ने दोनों के नंबरों की सीडीआर (कॉल डिटेल रिपोर्ट) खंगाली। पुलिस का दावा है कि उसके पास पर्याप्त साक्ष्य हैं, जिसके आधार पर आरोपी को कड़ी सजा मिलेगी।वहीं पुलिस बुआ की तलाश में संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही है, लेकिन उसका मोबाइल बंद है, जिससे उसकी लोकेशन ट्रेस नहीं हो पा रही है। किशोरी से दुष्कर्म के आरोपी पूर्व ब्लॉक प्रमुख नवाब सिंह यादव और पीड़िता की बुआ के मोबाइल नंबरों की पुलिस ने कॉल डिटेल निकलवाई, तो पता चला कि 11 अगस्त को दोपहर से लेकर रात तक बुआ के मोबाइल नंबर पर नवाब सिंह की कई बार बातचीत हुई थी।

बुआ ने भी पुलिस की पूछताछ में बताया था कि वह नवाब सिंह यादव को पिछले चार-पांच सालों से जानतीं हैं और लगातार संपर्क में रहती हैं। अब पुलिस बुआ की सरगर्मी से तलाश कर रही है। हालांकि आरोपी बुआ ने अपना मोबाइल बंद कर लिया है, जिससे पुलिस को उसकी सही लोकेशन नहीं मिल पा रही है।

बुआ पर इनाम भी घोषित कर सकती है पुलिस
एसपी ने बुआ की तलाश में पुलिस की छह टीमों को लगाया है। शनिवार को भी पुलिस टीमों ने अलग-अलग स्थानों पर उसके संभावित ठिकानों पर दबिश दी, लेकिन देर रात तक उसकी गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। अनुमान लगाया जा रहा है कि पुलिस बुआ पर इनाम भी घोषित कर सकती है।

पीड़िता के माता-पिता ने लगाए थे बुआ पर आरोप
पीड़िता के माता-पिता ने ही बुआ पर गंभीर आरोप लगाए थे, जिसके बाद से वह पुलिस की नजर में चढ़ गई। पीड़िता की मां का कहना था कि लगातार फोन कर मेडिकल परीक्षण न कराने का दबाव बना रही थी। इसके बाद पुलिस ने बुआ को भी आरोपी बनाया, लेकिन तब तक वह फरार हो चुकी थी। एसपी ने उसकी गिरफ्तारी के लिए एसओजी व सर्विलांस सहित छह टीमें गठित कर दीं, लेकिन अभी तक बुआ का कहीं पता नहीं चल पा रहा है।

आरोपी और बुआ के बीच दोपहर से बातचीत हो रही थी। पूछताछ में बुआ ने भी कबूल किया था कि वह आरोपी नवाब सिंह यादव से पिछले चार-पांच साल से संपर्क में है। सीडीआर का अध्ययन किया जा रहा है। बुआ की तलाश में पुलिस की छह टीमों को लगाया गया है, जल्द ही उसकी गिरफ्तारी की जाएगी।  -अमित कुमार आनंद, पुलिस अधीक्षक

पुलिस की आंख में धूल झोंक रही बुआ
भतीजी के साथ हुई वारदात में बुआ की भूमिका को संदिग्ध माना जा रहा है। उसकी मौके पर मौजूदगी और उसके बाद पहले शिकायत में शामिल होना और बाद में मुकरने पर सवाल उठने शुरू हो गए थे। रविवार रात हुई वारदात के बाद सोमवार और मंगलवार को वह जिला अस्पताल से लेकर कचहरी तक मंडराती रही। दोनों ही दिन मीडिया के सामने इस पूरी घटना को गलत बताकर पुलिस पर दबाव बनाने का आरोप लगाती रही।

शिकायत दर्ज कराई, तो वह लापता हो गई
इस बीच मंगलवार को जब किशोरी के माता-पिता यहां पहुंचे और उन्होंने बुआ की भूमिका पर ही सवाल करते हुए उसके खिलाफ शिकायत दर्ज कराई तो वह लापता हो गई। हालांकि बताया जा रहा है कि मंगलवार को वह जिला अस्पताल में मीडिया को अपना बयान देने के बाद कचहरी पहुंची थी। उसके बाद वह वहां से कहां लापता हुई, इसकी जानकारी अब तक सामने नहीं आ सकी है।

तलाशने में जुटी छह टीमें
मुकदमे में उसका भी नाम शामिल करने के बाद पुलिस ने उसकी तलाश शुरू कर दी है। पुलिस की अलग-अलग छह टीमें उसकी तलाश में जुटी हैं। अब तक कामयाबी नहीं मिल सकी है। रिपोर्ट में उसका नाम शामिल करने के बाद 72 घंटे से ज्यादा का समय बीत चुका है, लेकिन वह पुलिस की आंख में धूल झोंककर गायब हो गई है। पुलिस उसकी सरगर्मी से तलाश कर रही है।

बुआ की गिरफ्तारी से सामने आएंगे कई अहम राज
जानकार बता रहे हैं कि पहले ही दिन से अपनी संदिग्ध भूमिका की वजह कर लोगों की निगाह में आई किशोरी की बुआ की गिरफ्तारी से कई अहम राज सामने आ सकते हैं। वह आरोपी पूर्व ब्लॉक प्रमुख के कॉलेज में किन हालातों में पहुंची। उसे बुलाया गया था, यह वह खुद ही वहां गई थी।

सवाल- अपने बयान से क्यूं पलटी बुआ
अपनी भतीजी को लेकर वहां क्यूं पहुंची। अगर उसकी भतीजी के साथ वहां घटना हुई थी तो वह आरोपी के साथ बेफिक्र होकर क्यूं बैठी थी, जैसा कि वायरल वीडियो में दिख रहा है। शुरू में आरोप लगाने के बाद वह अपने बयान से क्यूं पलटी। आखिर वह भागी क्यूं। क्या उसके बैंक खाते में किसी ने इस प्रकरण में अपना बदला लेने के लिए रकम डाली थी। इस तरह के कई सवाल हैं, जो उसकी गिरफ्तारी के बाद पुलिस पूछताछ में सामने ला सकती है।

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