गैंगरेप मामले पर मंत्री ओपी चौधरी बोले- सार्वजनिक न हो पीड़िता की पहचान, आरोपियों को मिले कड़ी सजा
रायगढ़/ रायगढ़ जिले के पुसौर ब्लाक में रक्षाबंधन की शाम एक 27 वर्षीय महिला के साथ गैंगरेप की घटना के बाद अब वित्त मंत्री व रायगढ़ विधायक ओपी चौधरी का बयान आया है। मंत्री ओपी चौधरी ने आज कहा कि यह घटना न केवल निदंनीय है बल्कि पीड़िता को न्याय दिलाने के लिये वे फास्ट ट्रैक के माध्यम से आरोपियों को सजा दिलाने के लिये पहल करेंगे। रायगढ़ भाजपा कार्यालय में आज मीडिया से चर्चा करते हुए वित्त मंत्री व रायगढ़ विधायक ओपी चौधरी ने कहा कि यह जो घटना है वह अत्यंत दुर्भाग्य जनक है। इस पूरे मामले में हम विशेष रूप से ध्यान रख रहे हैं। पीड़िता की पहचान किसी भी स्थिति में सार्वजनिक न हो, ये कानूनी रूप से और नैतिकता व पीड़िता की भविष्य की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है। इसलिये पीड़िता से सीधा मिलना न करके प्रशासन, पुलिस के माध्यम व फोन के माध्यम से बात करके पूरे मामले पर कार्रवाई सुनिश्चित करा रहे हैं। इस घटना के 24 घंटे बाद ही पुलिस ने एफआईआर दर्ज करते हुए 08 में से सात आरोपी पकड़े गए और आठवें नाबालिग आरोपी की आज ओडिसा में मृत अवस्था में मिलने की जानकारी मिली है। पीड़िता के परिजनों को आरोपियों के परिजनो की तरफ से कोई दबाव न डाला जाये इस विषय पर भी पुलिस कार्रवाई कर रही है।
मुआवजे की कही बात
वित्त मंत्री व रायगढ़ विधायक ओपी चौधरी ने पीड़िता को दिये जाने वाले मुआवजे के संबंध में कहा कि कानूनी तौर पर पीड़िता को जो सहायता राशि दी जा सकती है उसके लिये फस्ट स्टालमेंट जो लीगल तौर पर बनता है 4 लाख 12 हजार रूपये प्रशासन जारी किया हुआ है और आगे जो केश के अलग-अलग स्टेज के हिसाब से मेरी जानकारी में 8 लाख रूपये की सहायता राशि उनको जिला प्रशासन के द्वारा प्रदान करने जा रही है। सारी चीजों पर हम नजर बनाये हुए हैं।
आरोपियों को मिले कठोर सजा
वित्त मंत्री व रायगढ़ विधायक ओपी चौधरी ने यह भी कहा कि 27 वर्षीय महिला के साथ गैंगरेप में शामिल एक भी आरोपी छूट न पाये और सभी पर कठोर कार्रवाई सुनिश्चित हो इसके लिये लगातार पुलिस प्रशासन के माध्यम से हम प्रयास कर रहे हैं।
पीड़िता की पहचान सार्वजनिक न हो
गैंगरेप के मामले में कांग्रेस पार्टी के द्वारा महिला विधायकों की बनाई गई जांच टीम के संबंध में ओपी चौधरी ने कहा कि मै उनसे यही निवेदन करना चाहूंगा कि ये जो घटना है अत्यंत दुर्भाग्य पूर्ण है। इसमें पीड़िता की पहचान किसी भी स्थिति में सार्वजनिक न हो। पीड़िता की पहचान किसी भी स्थिति में सार्वजनिक न हो, ये कानूनी रूप से और नैतिकता व पीड़िता की भविष्य की दृष्टि से भी अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस तथ्य को ध्यान में रखते हुए वे अपनी कोई भी कार्रवाई मै कांग्रेस से निवेदन करता हूं।