सीएम हाउस में धूमधाम से मना ‘तीजा-पोरा-महतारी वंदन तिहार’; साय ने बहनों का किया स्वागत
रायपुर/ रायपुर स्थित सीएम हाउस में आज सोमवार को छत्तीसगढ़ का पारंपरिक त्योहार तीजा और पोरा धूमधाम से मनाया गया। ‘विष्णु भैया संग तीजा-पोरा-महतारी वंदन तिहार’ में बड़ी संख्या में महिलाएं पहुंची। तीजा-पोरा, महतारी वंदन तिहार के अवसर पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने प्रदेश की 70 लाख माता-बहनों के खाते में महतारी वंदन योजना की सातवीं किश्त के रूप में एक-एक हजार रुपए की राशि डीबीटी मोड के जरिए ऑनलाइन ट्रांसफर किया। इस दौरान सीएम ने प्रदेश में राष्ट्रीय पोषण माह का शुभारंभ कर महिलाओं को पोषण माह की शपथ भी दिलाई। तिहार के मौके पर विष्णु भैया का घर-आंगन तीजा-पोरा त्यौहार के मौके पर महतारियों से गुलजार रहा। कोई महिला लाख की चूड़ियां बनवा रही थीं, तो कोई मेहंदी लगवा रही थी और टैटू बनवा रही थीं। तीजा-पोरा त्यौहार के मौके पर प्रदेश के मुख्यमंत्री और बड़े भैया ने उन्हें बड़े प्यार से अपने घर बुलाया था। रायपुर स्थित मुख्यमंत्री निवास उन्हें अपने मायके जैसा लग रहा था। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने इस मौके पर सपत्नीक पूरे विधि-विधान से शिव-पार्वती की पूजा की और नंदी की पूजा-अर्चना की। साय ने मुख्यमंत्री निवास से सुपोषण रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। राष्ट्रीय पोषण माह के पोस्टर का विमोचन भी किया। कार्यक्रम के आरंभ में मुख्यमंत्री साय ने अपनी धर्मपत्नी कौशल्या साय के साथ भगवान शिव की पूजा अर्चना कर प्रदेश की सुख समृद्धि और खुशहाली की कामना की। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह बहुत खुशहाली का अवसर है। मेरे बुलावे पर प्रदेश के सभी जिलों से बहनें यहां आईं हैं। मैं सभी का तहे दिल से स्वागत करता हूं। तीजा में सुहागन महिलाएं निर्जला व्रत रखकर अपने पति की दीर्घायु जीवन की कामना लेकर शिव-पार्वती की पूजा करती हैं। मुख्यमंत्री साय ने कहा आज पोरा तिहार है, जो छत्तीसगढ़ की परम्परा में किसानों और पशु प्रेम को समर्पित है। इसके साथ ही तीन दिन बाद तीजा है, जो सुहागिनों के लिए सबसे बड़ा पर्व माना जाता है। पौराणिक ग्रंथों के अनुसार माता पार्वती ने भगवान शंकर के लिए तीजा का कठिन व्रत किया था। आज हमने माता, बहनों को महतारी वंदन योजना की सातवीं किश्त जारी कर दी है। हम हर माह के पहले हफ्ते में महतारी वंदन योजना के अंतर्गत एक-एक हजार रूपए का अंतरण उनके खातों में करते हैं। प्रधानमंत्री मोदी के सबका साथ सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास के रास्ते पर चलते हुए राज्य सरकार छत्तीसगढ़ के चंहुमुखी विकास के लिए कार्य कर रही है। मुख्यमंत्री ने इस भव्य आयोजन के लिए महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े और उनकी पूरी टीम को बधाई दी।उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा आज हमारे मुख्यमंत्री ने त्यौता देकर हमें तीजा, पोरा मनाने अपने घर पर बुलाया है। तीजा, पोरा का त्यौहार छत्तीसगढ़ की परंपरा का त्यौहार है। पोरा के आते ही बहनें राह तकती रहती है कि भाई तीजा लिवाने कब आएंगे, बहनों के होठों पर मुस्कान और चेहरे पर चमक होती है। हमारे धर्म में मान्यता है कि यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते, रमन्ते तत्र देवताः इसी मान्यता का अनुसरण करते हुए हमारी सरकार महिलाओं को हर महीने महतारी वंदन योजना की राशि जारी कर रही है।वनमंत्री केदार कश्यप ने कहा कि छत्तीसगढ़ के मुखिया ने आज हमें तीजा, पोरा के अवसर पर अपने घर आमंत्रित किया है। बड़े हर्ष का विषय है कि छत्तीसगढ़ में आज विष्णु की पालनहारी सरकार है जो सभी के हित में सोचती है। महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने कहा कि आज हम सभी तीजा, पोरा मनाने अपने बड़े भैया के घर आए हैं। हमारे मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ के पारंपरिक पर्व तीजा, पोरा को धूमधाम से मना रहे हैं, हम सब उनका धन्यवाद करते हैं। रायपुर सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि महिलाएं आज के दिन शंकर-पार्वती की पूजा करते हैं। महतारी वंदन योजना के अंतर्गत आज बहनों को एक-एक हजार रुपए मिल गया है, उनके चेहरे पर ख़ुशी दिख रही है। जिस तरह भगवान शंकर-पार्वती सम्पूर्ण विश्व के मंगल की कामना रखते हैं उसी तरह बीजेपी सरकार हर वर्ग के लोगों का ध्यान रख रही है।
परम्परागत ग्रामीण परिवेश में सजा मुख्यमंत्री निवास
‘विष्णु भैया संग तीजा-पोरा महतारी वंदन तिहार’ के लिए मुख्यमंत्री निवास की विशेष सजावट की गई थी। इस अवसर पर मुख्यमंत्री निवास में परम्परागत ग्रामीण परिवेश की झलक दिखाई दी। छत्तीसगढ़ी लोक कलाकारों ने मुख्यमंत्री निवास में रंगारंग प्रस्तुतियां दी। मुख्यमंत्री निवास में महतारी वंदन तिहार के अवसर पर छत्तीसगढ़ के पारंपरिक खेलों में फुगड़ी, कुर्सी दौड और रस्सी खींच का आयोजन भी किया गया। तीजा-पोरा तिहार के मौके पर मुख्यमंत्री निवास पारंपरिक बैला गाड़ी, नंदिया-बइला और खिलौनों के साथ सुसज्जित नजर आया।
विष्णु भैया संग तीजा-पोरा महतारी वंदन तिहार’ के लिए मुख्यमंत्री निवास की विशेष सजावट की गई थी। इस अवसर पर मुख्यमंत्री निवास में परम्परागत ग्रामीण परिवेश की झलक दिखाई दी। छत्तीसगढ़ी लोक कलाकारों ने मुख्यमंत्री निवास में रंगारंग प्रस्तुतियां दी। मुख्यमंत्री निवास में महतारी वंदन तिहार के अवसर पर छत्तीसगढ़ के पारंपरिक खेलों में फुगड़ी, कुर्सी दौड और रस्सी खींच का आयोजन भी किया गया। तीजा-पोरा तिहार के मौके पर मुख्यमंत्री निवास पारंपरिक बैला गाड़ी, नंदिया-बइला और खिलौनों के साथ सुसज्जित नजर आया।
छत्तीसगढ़ी व्यंजन से महका सीएम हाउस
मुख्यमंत्री निवास में इन माताओं-बहनों के लिए तरह-तरह के पकवान और छत्तीसगढ़ी व्यंजन खाने के लिए परोसे गए तो वहीं माताओं-बहनों के सजने-संवरने की व्यवस्था भी की गई थी। श्रृंगार महिलाओं को खासा पसंद होता है, इसका भी ध्यान बड़े भाई के तौर पर मुख्यमंत्र ने रखा और उनकी ओर से प्रदेश की अपनी इन बहनों के लिए लाख की चूड़ियां, मेहंदी, टैटू के साथ ही दीदी हटरी उपलब्ध कराई गई थी। छत्तीसगढ़ी लोक कलाकार आरू साहू ने इस मौके पर रंगारंग प्रस्तुति दी, जिस पर महिलाएं खुशी से झूम उठी। छत्तीसगढ़ के पारंपरिक खेल फुगड़ी, कुर्सी दौड़ और रस्सी खींच का भी आयोजन किया गया। माता और बहनों के लिए मायके में उनके स्वागत के लिए सभी इंतजाम किए गए थे। तीजा-पोरा महतारी वंदन तिहार के अवसर पर मुख्यमंत्री निवास पहुंची हजारों माता-बहनों से प्रदेश के मुखिया भाई की तरह आत्मीय भाव से मिले।
मुख्यमंत्री निवास में इन माताओं-बहनों के लिए तरह-तरह के पकवान और छत्तीसगढ़ी व्यंजन खाने के लिए परोसे गए तो वहीं माताओं-बहनों के सजने-संवरने की व्यवस्था भी की गई थी। श्रृंगार महिलाओं को खासा पसंद होता है, इसका भी ध्यान बड़े भाई के तौर पर मुख्यमंत्र ने रखा और उनकी ओर से प्रदेश की अपनी इन बहनों के लिए लाख की चूड़ियां, मेहंदी, टैटू के साथ ही दीदी हटरी उपलब्ध कराई गई थी। छत्तीसगढ़ी लोक कलाकार आरू साहू ने इस मौके पर रंगारंग प्रस्तुति दी, जिस पर महिलाएं खुशी से झूम उठी। छत्तीसगढ़ के पारंपरिक खेल फुगड़ी, कुर्सी दौड़ और रस्सी खींच का भी आयोजन किया गया। माता और बहनों के लिए मायके में उनके स्वागत के लिए सभी इंतजाम किए गए थे। तीजा-पोरा महतारी वंदन तिहार के अवसर पर मुख्यमंत्री निवास पहुंची हजारों माता-बहनों से प्रदेश के मुखिया भाई की तरह आत्मीय भाव से मिले।
इनका कहना है
मुख्यमंत्री निवास में पहली बार अभनपुर से आई इंद्राणी साहू, कुर्रू से आई प्रतिमा वर्मा और दिव्या वर्मा, सेजबहार से आई करुणा बांधे, कोटा की निशा सोनी और कबीर नगर से आई संजना यादव ने बताया कि यहां आकर तीजा पोरा का तिहार मनाने का एक खास अवसर हम सबको मिला है। यहां आकर ऐसा लग रहा है जैसे हम सब अपने मायके आई हुई हैं। यहां की व्यवस्था बहुत सुंदर है। हम सब बहुत खुशकिस्मत हैं कि हम छत्तीसगढ़ राज्य में रहती हैं जहां के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने हम सब बहनों का सम्मान किया है।
रायपुर के बोरियाखुर्द और सन्तोषी नगर से मुख्यमंत्री निवास में तीजा-पोरा तिहार मनाने पहुंची दो सहेलियां ज्योति राजपूत और ज्योति साहू ने कहा कि हम आज बहुत उत्साहित हैं। पहली बार मुख्यमंत्री निवास आने का मौका मिला। हम हमारे विष्णु भैया को इस भव्य आयोजन के लिए आभार व्यक्त करते हैं।