धान तस्करों के हौसले बुलंद, नाके को तोड़कर हो रही धान की तस्करी, आरोपी प्रशासन को दे रहे चुनौती

गौरेला-पेंड्रा-मरवाही/ धान तस्करों के हौसले बुलंद हैं। प्रशासन के द्वारा अवैध धान की आवक रोकने के लिए लगाए गए बैरियर को तोड़कर और तैनात नगर सैनिक और कोटवार को धान लदे वाहन से कुचलने की कोशिश की। बैरियर तोड़ने के दौरान ड्यूटी में तैनात कोटवार के सिर पर चोट आई तो नगर सैनिक और ग्रामीण बाल-बाल बचे। प्रशासन ने पूरे मामले पर की कार्रवाई की बात कही है। ये धान के तस्कर सीमावर्ती मध्यप्रदेश के अनूपपुर जिले के लपटा गांव के रहने वाले हैं। धान तस्कर, धान तस्करी रोकना प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती साबित हो रही है। दरअसल छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा 3100 प्रति क्विंटल की दर से धान खरीदने के बाद मध्यप्रदेश से बिचौलियों द्वारा तस्करी कर छत्तीसगढ़ आने वाले धान को रोकना शासन प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती बना हुआ है। मध्यप्रदेश से जुड़ने वाले अलग-अलग मार्गों से चोरी छुपे छत्तीसगढ़ में धान की बड़ी खेप पहुंचने वाले बिचौलिए और धान तस्कर अब दबंगई करते हुए छत्तीसगढ़ से खपाने पहुंच रहे हैं। दबंगई भी इस हद की कि दिन दहाड़े शासन प्रशासन द्वारा धान तस्करी रोकने के लिए बनाए गए नाके को धान लदे वाहन से तोड़ दिया। मध्यप्रदेश की सीमा से छत्तीसगढ़ लाया जा रहे अवैध धान को देखकर नाके में तैनात नगर सैनिक आनंद एवं कोटवार संतराम ने वाहन रोकने की नीयत से नाके को नीचे खींचा पर लगातार तस्करी करने वाले बुलंद हौसले के साथ वाहन से नाके को टक्कर मारकर नाका तोड़ दिया।नाके में तैनात कर्मचारी कुछ समझ पाते उससे पहले वह नजर से ओझल हो गया। अधिकारियों को खबर देने के बाद उनके निर्देशानुसार नगर सैनिक और कोटवार अपनी बाइक से वाहन को ढूंढने निकले काफी देर बाद स्थानीय लोगों ने उन्हें सूचना दी कि धान की खेप सिवनी गांव के रहने वाले ओम गुप्ता के गोदाम में खाली हो रही है। जिसके बाद जब तक वह वहां पहुंचे तब तक बिचौलिया ने पूरा धान गोदाम पर खाली कर दिया था और दोनों कर्मचारियों को देखकर वाहन मालिक तेजी से उसी रास्ते से मध्यप्रदेश भाग गया। हालांकि प्रशासन ने मौके पर दबिश देकर एमपी से लाए गए धान को सील कर दिया है। 

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