कलेक्टर ने क्रांति जलाशय नहर लाइनिंग निर्माण कार्य में लापरवाही पर जताई कड़ी नाराजगी, दिए सख्त निर्देश
कलेक्टर ने खराब लाइनिंग पैनल को उखाड़कर मानकों के अनुसार दोबारा निर्माण करने के दिए निर्देश*
कवर्धा,,, कलेक्टर गोपाल वर्मा ने आज विकासखंड पंडरिया में क्रांति जलाशय के अंतर्गत मैनपुरा से डोमसरा तक लगभग 2 करोड़ 74 लाख रुपए की लागत से निर्माणाधीन 14 किलोमीटर लंबी नहर लाइनिंग, पुलिया, और स्ट्रक्चर निर्माण कार्य का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने नहर लाइनिंग के घटिया निर्माण कार्य पर गहरी नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने खराब निर्माण कार्यप्रणाली को लेकर सख्त निर्देश दिए। कलेक्टर ने खराब लाइनिंग पैनल को उखाड़कर मानकों के अनुसार दोबारा निर्माण सुनिश्चित करने और खराब पुलिया को तुरंत तोड़कर नए सिरे से गुणवत्तापूर्ण निर्माण करने के निर्देश दिए।
कलेक्टर वर्मा ने ठेकेदार को कड़े शब्दों में निर्देशित किया कि निर्माण कार्य में गुणवत्ता के मानकों का पालन सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि यदि कार्य में लापरवाही पाई गई तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। कलेक्टर ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि निर्माण सामग्री जैसे रेत, गिट्टी और अन्य मैटेरियल की सैंपलिंग कर उसकी गुणवत्ता की जांच सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और गुणवत्ता की नियमित मॉनिटरिंग की जाए।
कलेक्टर वर्मा ने निरीक्षण के दौरान क्षेत्र के किसानों से भी चर्चा की और उनसे निर्माण कार्य के संबंध में फीडबैक लिया। किसानों ने निर्माण कार्य की खामियों की ओर ध्यान दिलाया, जिस पर कलेक्टर ने आश्वासन दिया कि कार्य को समय पर और उच्च गुणवत्ता के साथ पूरा किया जाएगा। कलेक्टर ने उन्हें आश्वस्त किया कि गुणवत्तापूर्ण कार्य के लिए सख्त निगरानी रखी जाएगी। निरीक्षण के दौरान कार्यपालन अभियंता जल संसाधन विभाग मनोज पराते, तहसीलदार सुनील सोनपिपरे, जनपद सीईओ तरुण बघेल सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
कलेक्टर गोपाल वर्मा ने कहा कि कार्य की गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं किया जाएगा। यह परियोजना क्षेत्र के किसानों की जीवनरेखा है और इसके निर्माण कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि निर्माण कार्य में उच्च गुणवत्ता सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि खराब निर्माण सामग्री और तकनीकी खामियों को तत्काल ठीक किया जाए। निर्माण कार्य में गुणवत्ता और पारदर्शिता को प्राथमिकता दी जानी चाहिए। यदि इसमें कोताही बरती गई तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। साथ ही, उन्होंने विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया कि कार्य की प्रगति और गुणवत्ता की नियमित निगरानी की जाए। उन्होंने यह भी कहा कि सैंपल की जांच और सामग्री की गुणवत्ता का परीक्षण जरूरी है ताकि किसानों को एक बेहतर सिंचाई सुविधा उपलब्ध हो सके।
कलेक्टर वर्मा ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि निर्माण कार्य की कड़ी निगरानी करें और तय समय सीमा में इसे पूरा करें। उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि भविष्य में लापरवाही पाई गई, तो ठेकेदार और संबंधित अधिकारियों पर कार्रवाई की जाएगी। यह परियोजना किसानों के लिए बेहद महत्वपूर्ण है और इससे सिंचाई सुविधाओं में बड़ा सुधार होगा। कलेक्टर ने इस कार्य को प्राथमिकता के साथ पूर्ण करने के लिए आवश्यक कदम उठाने पर जोर दिया।