हेल्दी स्नैक्स से लेकर जेमजेली तक बनेंगे रीपा में, एलईडी लाइट से लेकर आरओ वाटर तक का होगा उत्पादन

दुर्ग 13 मार्च 2023 (Swarnim Savera) / जिले में 12 रीपा शीघ्र ही आरंभ हो जाएंगे। इनमें हेल्दी स्नैक्स से लेकर जेम जेली जैसे फूड और गारमेंट से लेकर एलईडी लाइट तक बहुत से आइटम तैयार होंगे। कलेक्टर श्री पुष्पेंद्र कुमार मीणा ने आज विभिन्न ब्लाकों में होने वाली गतिविधियों पर विस्तार से चर्चा की। इन 12 रीपा के अलावा नगरीय निकायों में भी आजीविका केंद्र आरंभ होंगे और इसके लिए विस्तार से योजना बनाने के निर्देश कलेक्टर ने दिये। बैठक में जिला पंचायत सीईओ श्री अश्विनी देवांगन, भिलाई नगर निगम आयुक्त श्री रोहित व्यास सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे। बैठक में कलेक्टर ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की मंशानुरूप रीपा के माध्यम से अधिकाधिक रोजगार सृजन करना है। इसके लिए इच्छुक युवाओं की काउंसिलिंग कर उन्हें प्रेरित करें ताकि वे रीपा में उद्यम आरंभ कर सकें। उल्लेखनीय है कि रीपा में प्रशासन द्वारा शेड एवं अन्य अधोसंरचनात्मक सुविधाएं उद्यमियों को प्रदान की जाएंगी और इसके लिए बैंक लिंकेज आदि की व्यवस्था भी की जाएगी।

फोकस होगा क्वालिटी पर- कलेक्टर ने सभी रीपा में बनने वाले मुख्य उत्पादों पर चर्चा की। उदाहरण के लिए दुर्ग में ढाबा में रीपा में आरंभ होने वाली गारमेंट फैक्ट्री पर उन्होंने कहा कि इसमें फिनिश्ड प्रोडक्ट ऐसा होना चाहिए कि जो गारमेंट में आधुनिक मानकों को पूरा करता हो, इसके लिए गारमेंट इंडस्ट्री में चल रही प्रैक्टिस के मुताबिक कार्य करें ताकि इनके उत्पादों की अच्छीखासी मांग बाजार में पैदा हो। चंदखुरी में मिल्क प्रोसेसिंग यूनिट रीपा में आरंभ होगी। इसके बारे में उन्होंने कहा कि दुग्ध कारोबार में असीमित संभावना है। इसमें क्वालिटी का ध्यान रखा जाए तो इससे जुड़े उद्यमी अच्छी खासी कमाई कर सकते हैं इससे पशुधन से जुड़ी गतिविधियों को भी बढ़ावा मिलेगा। धमधा के हसदा में टमाटर प्रसंस्करण तथा जेम जेली जूस पैकेजिंग यूनिट आरंभ होगा। इसके लिए भी आवश्यक निर्देश उन्होंने दिये। दुर्ग ब्लाक के कातरो में स्टेशनरी और फ्लैक्स का यूनिट लगेगा। कलेक्टर ने कहा कि इन सभी क्षेत्रों में उत्पादों में काफी नवाचार हुआ है इसका ध्यान में रखते हुए उत्पादन करें। उल्लेखनीय है कि सभी उत्पादों का चयन बाजार की संभावनाओं के मुताबिक किया गया है जिससे अच्छी खासी आय होने की संभावना रहेगी।

युवा उद्यमियों की होगी काउंसिलिंग- कलेक्टर ने कहा कि अनेक युवा नौकरी करने के बजाय स्वरोजगार करना चाहते हैं और उद्यम के क्षेत्र में बढ़ना चाहते हैं। इनकी काउंसिलिंग की सुविधा नहीं होने के कारण ये दिशा नहीं तय कर पाते, इसके अतिरिक्त रीपा जैसा क्षेत्र नहीं होने की वजह से आरंभिक कदम उठाने में उन्हें हिचक होती थी। अब यह नहीं होगी।

नगरीय निकायों में भी आजीविका केंद्र- कलेक्टर ने नगरीय निकायों में भी आजीविका केंद्र आरंभ करने के लिए अधिकारियों से कहा। उन्होंने कहा कि नगरीय निकायों में भी ऐसे केंद्र आरंभ होने से युवा उद्यमियों के लिए भी अवसर होंगे तथा वे रोजगार सृजन भी अधिक संख्या में कर सकेंगे। इसके लिए गतिविधियों का चयन कर शीघ्र ही ऐसे केंद्र आरंभ करें।

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