भारती विश्वविद्यालय दुर्ग में दृष्टिहीनता पर प्रश्नोत्तरी में मनीष सिंह प्रथम

दुर्ग 06 April, (Swarnim Savera) । भारती विश्वविद्यालय, दुर्ग के आहार एवं पोषण विभाग के तत्वावधान में दृष्टिहीनता निवारण सप्ताह के अवसर पर विद्यार्थियों की जागरूकता के लिए ‘प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता’ का आयोजन किया गया। इस अवसर पर सभी विभागों के विद्यार्थियों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। कार्यक्रम के आरंभ में आहार एवं पोषण विभाग की विभागाध्यक्ष श्रीमती सपना पाण्डेय ने दृष्टिहीनता निवारण सप्ताह के इतिहास, महत्व, और सरकार द्वारा उपलब्ध कराई जाने वाली चिकित्सा संबंधी प्रयासों पर प्रकाश डाला। उन्होंने विटामिन ए का बहुत महत्व बताते हुए कहा कि इससे आखों की बाहरी परत को सुरक्षा मिलती है। इसकी कमी हो जाए तो रतौंधी, ग्लूकोमा, काॅर्निया में सूखापन, घाव इत्यादि संबंधित परेशानियां हो जाती हैं। ऐसे में कुछ ठीक से नजर नहीं आता। इसके निवारण के लिए हरी पत्तेदार सब्जियां शक्करकंद, पपीता, गाजर, विटामिन ए युक्त पोषक तत्वों का सेवन करने से रोकथाम किया जा सकता है।
इस क्विज प्रतियोगिता में विद्यार्थियों से दृष्टिहीनता के अलग-अलग लक्षण, उनके निवारण संबंधी विटामिन्स एवं आहार की कमी से होने वाले दृष्टिहीनता संबंधी प्रश्न पूछे गये। इस प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पर पोषण एवं आहार विभाग से मनीष सिंह, द्वितीय स्थान पर जुलाॅजी विभाग से रौनल और तृतीय स्थान पर तनु रहीं।
इस प्रतियोगिता का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों को विभिन्न प्रकार की दृष्टिहीनता जैसे ग्लूकोमा, रतौंधी, मोतियाबिंद इत्यादि के बारे में जागरूक करना था। साथ ही उचित पोषण एवं आहार के माध्यम से दृष्टिहीनता संबंधी बिमारियों के रोकथाम के बारे में जानकारी उपलब्ध करानी थी। इस अवसर पर माइक्रोबायोलाॅजी से खोमलता साहू, बाटनी विभाग से चांदनी अफसाना और डाॅ. अशुदीप खलखो, जुलाॅजी विभाग से आयुषी सहित बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।

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