आंगनबाड़ी में कांटे बो रही हैं परियोजना अधिकारी

पीओ के व्यवहार एवं कार्यों से नाराज हैं आंगनबाड़ी कार्यकर्त्ता और सहायिकाएं =

  = बास्तानार से हटाने के लिए लामबंद हो गईं कार्यकर्त्ता = 

= परियोजना अधिकारी पर प्रताड़ित करने का आरोप =

*-अर्जुन झा-*

*जगदलपुर।* जिस महिला अधिकारी पर महिलाओं और बच्चों की सेहत बेहतर बनाने की जवाबदेही है, वही महिला अधिकारी गर्भवती एवं शिशुवती माताओं और नौनिहालों की राह में कांटे बोने पर आमादा हो गईं हैं। आंगनबाड़ी केंद्रों के बच्चों की किलकारी मैडम को शायद रास नहीं आ रही है। इसीलिए वे आंगनबाड़ी कार्यकर्त्ताओं और सहायिकाओं को बात – बेबात प्रताड़ित करती रहती हैं। उनके इस रवैए से आंगनबाड़ी कार्यकर्त्ता और सहायिकाएं बुरी तरह हलाकान हो चली हैं। उन्होंने मैडम के खिलाफ तगड़ा मोर्चा खोल दिया है।

        मामला बस्तर जिले के बास्तानार विकासखंड का है। इस ब्लॉक में पदस्थापना महिला एवं बाल विकास विभाग की परियोजना अधिकारी के व्यवहार, कर्मचारी विरोधी रवैए और अभद्रता के चलते आंगनबाड़ी कार्यकर्त्ताओं एवं सहायिकाओं का आक्रोश फट पड़ा है।महिला एवं बाल विकास विभाग की परियोजना अधिकारी उर्मिला खोब्रागढ़े की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका संघ की ब्लॉक इकाई ने जनपद पंचायत बास्तानार के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को ज्ञापन सौंपा है। ज्ञापन में आंगनबाड़ी कार्यकर्त्ताओं और सहायिकाओं ने परियोजना अधिकारी खोब्रागढ़े पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। ज्ञापन में कहा गया है कि परियोजना अधिकारी द्वारा विकासखंड के आंगनबाड़ी केंद्रों में अचानक किसी भी समय पहुंच जाती हैं और आंगनबाड़ी केंद्रों को बंद कराकर कार्यकर्ताओं व सहायिकाओं को बिना किसी ठोस वजह के कारण बताओ नोटिस जारी कर देती हैं। उन्हें अनावश्यक रूप से परेशान किया जाता है। आंगनबाड़ी केंद्रों में गर्भवती व शिशुवती माताओं तथा बच्चों के लिए पोषक आहार उपलब्ध कराने वाले महिला स्व समूहों की देय राशि का भुगतान भी बिना वजह रोक देती हैं। साथ ही कार्यकर्ताओं व सहायिकाओं के मानदेय को भी बिना किसी ठोस कारण के रोकने का आरोप परियोजना अधिकारी पर लगाया गया है। इसके अलावा ज्ञापन में संघ ने परियोजना अधिकारी पर आरोप लगाते हुए कहा है कि उनके द्वारा कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं के खिलाफ मनगढ़ंत शिकायत करते हुएउन्हें बर्खास्त करवा देने की धमकी भी परियोजना अधिकारी द्वारा दी जाती है। परियोजना अधिकारी को ब्लॉक से न हटाए जाने पर तथा बर्खास्त की गई आंगनबाड़ी कार्यकर्ता रुक्मणि सज्जन की पुनः बहाली जब तक नहीं हो जाती तब तक संघ द्वारा अनिश्चितकालीन धरना देने की बात भी ज्ञापन में कही गई है।

*बॉक्स*

*आंगनबाड़ी केंद्रों में छाई वीरानी*

परियोजना अधिकारी के खिलाफ विकासखंड की आंगनबाड़ी कार्यकर्त्ताओं और सहायिकाओं में इस कदर आक्रोश है कि वे आंदोलन पर उतर आई हैं। वे लगातार धरना प्रदर्शन कर रही हैं। इसके चलते आंगनबाड़ी केंद्रों में कार्य बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। आंगनबाड़ी केंद्रों में वीरानी छा गई है, बच्चों की किलकारी वहां अब सुनाई नहीं दे रही है। शासन द्वारा नौनिहालों और गर्भवती एवं शिशुवती माताओं के लिए बनाई गई योजनाओं का लाभ उन्हें नहीं मिल पा रहा है। बताया गया है कि परियोजना अधिकारी के पास बास्तानार के अलावा एक अन्य विकासखंड का भी प्रभार है, जिसकी वजह से वे काम सम्हाल नहीं पा रही हैं। इसकी भड़ास वे कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं पर उतरती हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You may have missed