मोहन यादव ने ली मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ,मोदी सहित भाजपा के दिग्गज रहे मौजूद
भोपाल। मध्य प्रदेश में नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री मोहन यादव और दो उप-मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा व राजेंद्र शुक्ल को राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई।इस समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित भाजपा के तमाम दिग्गज नेता मौजूद रहे।
राजधानी के मोतीलाल नेहरू स्टेडियम में शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किया गया। भव्य समारोह में राज्यपाल पटेल ने मोहन यादव को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई। उसके बाद उन दस्तावेजों पर दस्तखत किए जो शपथ के बाद उन्हें सौंपे गए।शपथ लेते ही यादव को राज्यपाल पटेल व प्रधानमंत्री मोदी ने बधाई दी।
मुख्यमंत्री यादव ने शपथ लेते हुए मंच पर मौजूद नेताओं और अन्य लोगों के प्रति आभार जताया। वहीं दो उप-मुख्मयंत्री पद की जगदीश देवड़ा व राजेंद्र शुक्ल ने शपथ ली। ये दोनों लोग शिवराज सरकार में मंत्री रहने के साथ बड़ी जिम्मेदारी का निर्वाहन कर चुके हैं।इस समारोह में हिस्सा लेने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विशेष विमान से भोपाल पहुंचे। उसके बाद हेलीकॉप्टर से मोतीलाल नेहरू स्टेडियम में बनाए गए हेलीपेड पर पहुंचे।
कौन है एमपी के नए मुख्यमंत्री मोहन यादव -:
मोहन यादव लंबे अरसे से राज्य की सियासत में सक्रिय है उनके राजनीतिक सफर पर गौर किया जाए तो वह 1982 में उज्जैन के माधव विज्ञान महाविद्यालय के सह सचिव चुने गए थे और 1984 में छात्रसंघ के अध्यक्ष बने थे।उसके बाद उन्होंने 1984 में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की उज्जैन के नगर मंत्री की कमान संभाली और 1986 में विभाग प्रमुख बने। इतना ही नहीं 1988 में अभाविप के प्रदेश मंत्री बने और राष्ट्रीय कार्यक्रम समिति सदस्य भी बने। वह 1989-90 में परिषद की प्रदेश इकाई के मंत्री बनाए गए और 1991-92 राष्ट्रीय मंत्री चुने गए।
यादव 1993 से 1995 तक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के उज्जैन नगर के शहर खंड कार्यवाह रहे और 1996 में खंड कार्यवाह तथा नगर कार्यवाह की जिम्मेदारी का निर्वहन किया। वह 1997 में भाजपा की प्रदेश समिति में सदस्य बने, 1998 में उन्हें पश्चिम रेलवे बोर्ड की सलाहकार समिति का सदस्य बनाया गया।वह 2004 से 2010 तक उज्जैन विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष भी रहे। इतना ही नहीं 2011 से 2013 तक मध्य प्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष रहे।यादव 2013 में पहली बार विधायक बने। पार्टी ने 2018 में फिर उन पर भरोसा जताया और वह चुनाव जीते और 2023 में एक बार फिर निर्वाचित हुए और सीएम की कुर्सी तक पहुँच गये।