मैं वो करना चाहता हूं जिससे लोग चिढ़ते हैं…,’ सोचकर घर से 270 किमी दूर भागा लड़का, गेटअप देख घरवाले बेहोश
ग्वालियर. ग्वालियर से चौंकाने वाली खबर है. यहां 18 साल का लापता लड़का किन्नरों के डेरे में मिला. उसे लेने जब पुलिस पहुंची तो सन्न रह गई. लड़का साड़ी और चूड़ियां पहने महिलाओं के गेटअप में था. ग्वालियर पुलिस ने उसे पकड़कर हरियाणा पुलिस के हवाले कर दिया है. यह लड़का दो महीने पहले पलवल से गायब हो गया था. उसके घरवालों ने उसे ढूंढने के लिए दिन-रात एक कर दिया. थक-हारकर उन्होंने पुलिस में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी. पुलिस का कहना है कि उसके घरवालों को सोशल मीडिया से पता चला था कि वह ग्वालियर में है. अब जल्द ही लड़के को उसके घरवालों को सौंपा जाएगा.
जानकारी के मुताबिक, हरियाणा के पलवल की पुलिस अचानक ग्वालियर पहुंची. उसने यहां स्थानीय पुलिस से संपर्क कर बताया कि 18 साल का नाबालिग लड़का 2 महीने पहले घर से अचानक गायब हो गया था. हम उसे तलाश कर रह हैं. हमें उसके घरवालों ने सोशल मीडिया की एक तस्वीर दिखाई है. उसके यहीं होने की उम्मीद है. ये सुनकर पुलिस ने अपने खबरी और अन्य थानों की पुलिस को एक्टिव किया. पलवल पुलिस उसे तलाशते-तलाशते एक जगह जाकर ठहर गई. उसने वहां छानबीन शुरू कर दी.
थोड़ी देर तलाश के बाद उसे वह लड़का मिल गया. उसका गेटअप देख पुलिस के होश उड़ गए. उसने महिलाओं की तरह साड़ी और चूड़ियां पहन रखी थीं. दरअसल, पुलिस ने जहां से उसे पकड़ा वहां किन्नरों का डेरा है. थोड़ी देर तलाश के बाद उसे वह लड़का मिल गया. उसका गेटअप देख पुलिस के होश उड़ गए. उसने महिलाओं की तरह साड़ी और चूड़ियां पहन रखी थीं. दरअसल, पुलिस ने जहां से उसे पकड़ा वहां किन्नरों का डेरा है. पुलिस ने उसे वहां से पकड़कर पलवल पुलिस के सुपुर्द कर दिया.
लड़के ने पुलिस को बताया कि मुझे बचपन से ही नाचने गाने का शौक था. मेरा पढ़ाई में मन नहीं लगता था. यही वजह है कि मैं अपना शौक पूरा करने के लिए घर से मुंबई के लिए निकल पड़ा. मैं आगरा से ट्रेन में बैठकर ग्वालियर पहुंच गया. इसके बाद किसी तरह से किन्नरों के डेरों को तलाशते हुए हजीरा जा पहुंचा. यहां मैने किन्नरों से बात की तो उन्हें मुझे अपने साथ रखने की इजाजत दे दी. मैं कई दिनों से यहां रह रहा हूं. बता दें, ग्वालियर में किन्नरों के साथ कार्यक्रम के फोटो उसने अपने इंस्टाग्राम आईडी पर अपलोड किए थे. इन्हीं फोटो से परिवार वालों को उसके ग्वालियर में होने का पता चल गया