महादेव सट्टे ऐप पर बड़ा खुलासा : सट्टा ऐप के संचालको की जानकारी आयी सामने, सौरभ नहीं बल्कि रतनलाल जैन और गिरीश तलरेजा है इसके मेन ऑपरेटर !
दुबई मे इनके इशारे पर चलता था सट्टे बाज़ी का पूरा सिस्टम !
रायपुर: महादेव सट्टा ऐप पर एक बड़ी जानकारी निकल कर सामने आ रही है। बता दे की सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार महादेव सट्टा ऐप का आज तक लोग जिसे मुख्य संचालक समझते आ रहे थे वो सिर्फ इस मामले मे बलि का बकरा बनाया गया है। पर्दे के पीछे की कहानी कुछ और ही है। सूत्र बताते है। की भिलाई के सौरभ चंद्राकर को महादेव सट्टा ऐप मे जोड़कर सिर्फ प्रचारित और प्रसारित कर उन्हें बलि का बकरा बनाया गया है। ताकि सट्टे के मुख्य संचालक ईडी और पुलिस की नजरो से बच सके इस मामले मे जो जानकारी सामने निकल कर आ रही है उसमे रतनलाल जैन और गिरीश तलरेजा महादेव सट्टे के मुख्य सस्थापक और संचालन करता है।जो पर्दे के पीछे सभी अवैध गतिविधियों को ऑपरेट कर रहे थे। वही सट्टे का मास्टरमाइंड रतनलाल जैन कुछ सालो पहले भोपाल के एक बड़े अख़बार मे पत्रकार के तौर पर भी काम कर चूका है। इसी के इशारे पर मिडिया मे सौरभ चंद्राकर को सट्टे का का किंग बता कर लोगो के बिच प्रसारित प्रचारित किया गया ताकि रातनलाल जैन और गिरीश तलरेजा पुरे मामले मे बच सके और दुबई मे बैठकर अपना अवैध कारोबार आराम से संचालित करते रहे है।लेकिन अब इनकी काली करतूतों से पर्दा उठना शरू हो गया है। ईडी ने इनपर सिकंजा कसना शरू कर दिया है। जल्द ही इनकी पूरी जानकारी निकल कर सामने आएगी।
अंडरवर्ल्ड और पाकिस्तान से है दोनों के संबंध !
सूत्रों की माने तो रतनलाल और गिरीश तलरेजा का एक दोस्त डी कम्पनी से ताल्लुकात रखता है।उसी दोस्त ने इन दोनों की पाकिस्तानी उद्योगपति से मुलाक़ात कराई थी जिसके बाद से ही इन दोनों का ये अवैध कारोबार पाकिस्तान बांग्लादेश श्रीलंका मलेसिया और अन्य खाड़ी के देशो मे जोर सोर से चलने लगा जिससे इनदोनो की काली कमाई मे इजाफा हुआ है। अब दोनों ईडी की राडार मे है। फिलहाल गिरीश तलरेजा को भोपाल से ईडी ने गिरफ्तार कर 7 दिनों की रिमांड पे ले लिया है। जल्द ही फरार चल रहे मास्टरमाइंड रतनलाल पर ईडी अपने सिकंजे मे ले लेगी।