अनुराधा पौडवाल ने थामा BJP का दामन, बोलीं- सरकार का सनातन से गहरा कनेक्शन…भाजपा में शामिल होना मेरा सौभाग्य
नई दिल्ली. लोकसभा चुनाव-2024 से पहले बीजेपी को बड़ी सफलता हासिल हुई है. मशहूर बॉलीवुड सिंगर अनुराधा पौडवाल ने वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में भारतीय जनता पार्टी (BJP) का दामन थाम लिया है. भाजपा में शामिल होने के मौके पर अनुराधा पौडवाल ने कहा कि मुझे इस बात की खुशी है कि मैं उस सरकार में शामिल हो रही हूं, जिसका सनातन धर्म से गहरा नाता है. बता दें कि इस वक्त पूरे देश का माहौल चुनावमय है, ऐसे में लोकप्रिय हस्ती का पार्टी में शामिल होना कार्यकर्ताओं में उत्साह का संचार कर सकता है. बीजेपी समेत तमाम दलों के स्टार प्रचारक इन दिनों चुनाव प्रचार अभियान में जुटे हैं.
BJP ज्वाइन करने के मौके पर अनुराधा पौडवाल ने बड़ी बात कही है. उन्होंने कहा, ‘मैं बहुत खुश हूं कि मैं ऐसी सरकार में शामिल होने जा रही हूं, जिसका सनातन धर्म से गहरा नाता है. यह मेरा सौभाग्य है कि मैं आज (16 मार्च 2024) बीजेपी में शामिल हो रही हूं.’ बता दें कि अनुराधा पौडवाल ऐसे समय में भाजपा में शामिल हुई हैं, जब देशभर में चुनावी बयार चल रही है. चुनाव आयोग दोपहर बाद लोकसभा चुनाव की तिथियों का ऐलान करने वाला है. इसे देखते हुए तमाम राजनीतिक दल अपने अपने स्तर पर तैयारी कर रहे हैं.
भक्ति गीतों की वजह से नई पहचान
अनुराधा पौडवाल 90 के दशक की हिट गायिका हैं. अनुराधा अपने भक्ति गीतों के कारण काफी मशहूर हैं और उनकी लोकप्रियता एक समय में चरम पर थी. भक्ति और फिल्मी गीतों की वजह से अनुराधा पौडवाल घर-घर में जानी और पहचानी जाती हैं. ऐसे में लोकसभा चुनाव-2024 में वह पार्टी के लिए स्टार प्रचारक साबित हो सकती हैं. राजनीतिक पार्टियां स्टार प्राचरकों की भूमिका को अच्छी तरह से समझती हैं. एजेंडे को मतदाताओं तक पहुंचाने में राजनीतिक दलों की भूमिका बेहद अहम होती है.
चुनाव से पहले राजनीतिक दल अनेक तरीकों से जनता के बीच जाकर उन्हें अपने एजेंडे से अवगत कराते हैं. इन्हीं तरीकों में चुनावी गीत भी एक है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसको ध्यान में रखते हुए शनिवार को बीजेपी का इलेक्शन थीम सॉन्ग लॉन्च किया है. उन्होंने गीत का वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा- मेरा भारत, मेरा परिवार. चुनाव में हर पार्टी अपनी तरफ से पूरी कोशिश करती है कि वह जनता तक अपनी बातों को पहुंचाकर उनका वोट और समर्थन हासिल कर सके. इसके लिए अनेक तरीके अपनाए जाते हैं. इसमें चुनावी रैलियां और चुनावी घोषणापत्र प्रमुख हैं. चुनावी घोषणापत्र के जरिये राजनीतिक दल जनता से वादे करते हैं, जिसे सत्ता में आने पर पूरा करने का भरोसा देते हैं.