आईपीएल शुरू होते ही नटराज सट्टा मटका के सट्टेबाजों ने फैलाया जाल, अब तो टॉस पर भी लगने लगे है दांव

लोकसभा चुनाव की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आ रही है, वैसे-वैसे सटोरिये भी हो रहे है सक्रिय

विस्तार
सुनील पाण्डे

भिलाई। सार्वजनिक जुआ अधिनियम, 1867 के तहत भारत में सट्टेबाजी और जुआ अवैध है। इसके बावजूद, ऑनलाइन सट्टेबाजी प्लेटफ़ॉर्म और ऐप खुलेआम विज्ञापन करते हैं। भिलाई-दुर्ग की तंग गलियारों में आज जो युवा बेरोजगार है और जिनकों जल्द से जल्द अमीर बनने की चाहत है वे युवा इंटरनेट पर जाकर सट्टा वेबसाईट को ज्यादा से ज्यादा ध्यान से देखते है। जिस सट्टे के वेबसाईट में ज्यादा मुनाफा होता है उस वेबसाईट पर युवा लालच बस अपनी कमाई का एक हिस्सा लगा देते है। ये युवा पहली बार तो छोटी-छोटी बेट लगाकर कमाई कर लेते है, मगर जो सट्टा वेबसाईट का मास्टर माइंड है वह अपने वेबसाईट में युवाओ को फंसाने के लिए पहले उनकों छोटी-छोटी मुनाफा देकर लालच देते है और जब कोई बड़ी रकम इसी सट्टे के वेबसाईट पर लगाई जाती है तब बड़ी ही चालाकी से सट्टे के वेबसाईट द्वारा उनके पूरे पैसे को एक बार ही हजम कर लिया जाता है। तो ये है असली सट्टे वेबसाईट में मुनाफा कमाने का लालच लेकर मोटी कमाई करने की एक सोची समझी साजिश।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अभी हाल ही में कुछ महीने पहले भिलाई-दुर्ग तथा पूरे छत्तीसगढ़ , कहा जाना चाहिए कि पूरे देश में चर्चा का विषय बना हुआ है नटराज सट्टा मटका ऐप। जो कि आए हुए जुम्मा-जुम्मा कुछ ही दिनों में इस नटराज सट्टा मटका वेबसाइट के संचालकों के द्वारा तकरीबन 1000 करोड़ से अधिक की कमाई इस नटराज सट्टा वेबसाईट से की जा चुकी है। इस सट्टे के वेबसाईट के संचालक कही बाहर देश के नहीं है बल्कि ये सभी भिलाई-दुर्ग के ही रहने वाले है। जो आज की तारिख में भोली-भाली जनता को लूटकर रहीशों की जिंदगी जी रहे है। हमारी देश की जनता से ये सट्टे के अवैध कारोबारी पहले छोटी-छोटी बैट लगाकर इनकों मुनाफा करवाते है और जब लोंगों द्वारा कोई बड़ी करम इस नटराज सट्टा वेबसाईट पर लगाई जाती है तब ये पूरी रकम को डकारने में भी इनकों कोई टाईम नहीं लगता है। राज्य के युवा वर्ग तंग गरीबी को दूर करने के लिए इस सट्टे के वेबसाईट पर अपना-अपना पैसा लगाते है।

आईपीएल शुरू होते ही नटराज सट्टे के सट्टेबाजों ने फैलाया जाल, अब तो टॉस पर भी लगने लगे है दांव

आईपीएल शुरू होते ही शहर में सट्टेबाजों ने फिर जाल फैला दिया है। भिलाई-दुर्ग व पूरे छत्तीसगढ़ तथा अन्य राज्यों के इलाकों में रोजाना लाखों के वारे-न्यारे हो रहे हैं। पुलिस से बचने के लिए इस बार सट्टा संचालकों ने दांव से लेकर भुगतान तक सभी ऑनलाइन कर दिए हैं। उधर, अब बॉल या रन ही नहीं बल्कि टॉस पर भी दांव लगाए जा रहे हैं।
आईपीएल के सात मैच हो चुके हैं और टूर्नामेंट धीरे-धीरे रफ्तार पकड़ रहा है। अब सट्टेबाजों ने भी अलग-अलग इलाकों में खेल शुरू कर दिया है। पूर्व में आईपीएल के दौरान पुलिस की सख्ती को देखते हुए इस बार पूरा खेल ऑनलाइन संचालित किया जा रहा है। इसमें दांव लगाने से लेकर जीतने पर भुगतान तक ऑनलाइन किए जा रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक, शुरुआती सात मैचों में ही शहर में सट्टा संचालक गिरोह लाखों के वारे-न्यारे कर चुका है।
लोकसभा चुनाव की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आ रही है, वैसे-वैसे सटोरिये भी हो रहे है सक्रिय
लोकसभा चुनाव की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आ रही है, वैसे-वैसे सटोरिये भी सक्रिय हो गए है। हर दिन लोकसभा चुनाव में जीत-हार की संभावनाओं पर सट्टा लगाया जा रहा है, जिससे अंदेशा लगाया जा सकता है कि, आगामी चुनावों में किस राजनीतिक दल को कितनी सीटें मिलती हुई दिखाई दे रही है।
पुलिस प्रशानस को चाहिए कि इन सट्टे की सभी वेबसाईटों पर तत्काल प्रतिबंध लगाया जाए, ताकि भोली-भाली जनता इस सट्टे की वेबसाईट पर जाकर अपनी मेहनत की कमाई को न गवां सकें तथा सभी सट्टे के मास्टर माइंडों को तत्काल गिरफ्तार कर इनकों कड़ी से कड़ी सजा दिलाएं।
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