छत्तीसगढ़ में हादसों का रविवार: कहीं ट्रक बने आग का गोला तो कहीं आग में झुलसे दो भाई, ट्रेन ने शख्स को कुचला
बेमेतरा-कबीरधाम /- छत्तीसगढ़ के बेमेतरा-कबीरधाम जिले के बॉर्डर गांव बैजी और अगरी में दो अलग-अलग सड़क हादसे हुए है। कवर्धा-जबलपुर नेशनल हाईवे में रविवार रात व आज सुबह ट्रक आपस में भिड़ गए। इस भिड़ंत में चार ट्रकों में आग लग गई। पहला सड़क हादसा रात के समय ग्राम अगरी में हुआ, यहां पर पुलिस टीम लोकसभा चुनाव को लेकर बोलेरो वाहन की जांच कर रही थी। इसी दौरान रायपुर की तरफ से आ रहे एक ट्रक ने बोलेरो को टक्कर मारते हुए आगे कवर्धा की तरफ से आ रहे ट्रक से जा भिड़ा।
इसके बाद दोनों ट्रकों में भीषण आग लग गई। ट्रक के चालक व कंडेक्टर जैसे-तैसे कूद कर जान बचाई। ट्रक की टक्कर के बाद बोलेरो वाहन खेत में जा घुसी। इसमें सात लोग सवार थे। राहत की बात है कि हादसे में किसी को चोट नहीं लगी है। रात के समय पुलिस ने दमकल विभाग को सूचना दी। देर रात तक आग को काबू पाया गया।
इसी प्रकार दूसरा सड़क हादसा ग्राम बैजी में आज सुबह करीब 9 बजे हुआ है। एक ट्रक व एक कंटेनर कवर्धा की ओर से बेमेतरा जा रही थी। तभी कंटेनर अपने सामने जा रही ट्रक से भिड़ गया। इस हादसे में दोनों ट्रक में आग लग गई। हादसे में कंटेनर का वाहन चालक गंभीर रूप से घायल है, जिसे उपचार के लिए बेमेतरा जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
नारायणपुर में आग में झुलसे दो भाई
नारायणपुर जिले के ओरछा थाना क्षेत्र के ग्राम जगगुंडा में रहने वाले 3 सगे भाई घर के छत में बिछाने के लिए छिंद का चादर काटने जंगल गए थे, अचानक से जंगल में फैले आग की चपेट में आने से 2 भाई झुलस गए, जिसके बाद उपचार के लिए मेकाज लाया गया, जहाँ उपचार के दौरान बड़े भाई की मौत हो गई, जबकि छोटा भाई घायल है, जिसका उपचार मेकाज में चल रहा था, लेकिन भाई की मौत की खबर का पता चलते ही अस्पताल से छुट्टी लेकर घर चले गए।
मामले के बारे में जानकारी देते हुए घायल के परिजनों ने बताया कि लक्ष्मण पिता भीमा 26 वर्ष, लछनू 23 वर्ष के अलावा रोहन 24 वर्ष 4 अप्रैल को घर से 3 किमी दूर मोरलमेटा के जंगल में छावनी (छिंद का चादर) को काटने के लिए गए हुए थे, छिंद का चादर काटने के दौरान अचानक पहाड़ी में लगे आग को देखने के बाद काटने का काम कर रहे थे, अचानक से चले तेज हवा से सूखे पत्तों में आग लग गया, जिसके चपेट में आने से लक्ष्मण और लछनू दोनों झुलस गए, जबकि एक भाई रोहन भाइयों के लिए पीने का पानी लेने के लिए गया हुआ था।
घटना के बाद लक्ष्मण बेहोश हो गया, जबकि लछनू जलने के बाद भी वहां से पैदल गाँव तक पहुँचा, जिसके बाद घटना की जानकारी लोगों को दिया गया, गाँव वालों के द्वारा घायलों को बेहतर उपचार के लिए नारायणपुर अस्पताल लाया गया, जहाँ से घायलों को बेहतर उपचार के लिए मेकाज लाया गया, जहाँ 6 अप्रैल की रात को लक्ष्मण की मौत हो गई, भाई के मौत की खबर के बाद घायल अपने घर चले गए।
जगदलपुर में ट्रेन की चपेट में आने से शख्स की मौत
जगदलपुर के कोड़ेनार थाना क्षेत्र के ग्राम मिटकूपारा में रहने वाला बुजुर्ग विगत 15 वर्षों से केशलूर ढाबा में रहकर मिस्त्री का काम करता था, लेकिन शनिवार की शाम को शराब के नशे में धुत्त होकर रेलवे स्टेशन की ओर गया, जहां मालगाड़ी से टकराने की वजह से उसकी मौके पर ही मौत हो गई। जिसके बाद शव को पीएम के लिए मेकाज भेजा गया।
मामले की जानकारी देते हुए परपा पुलिस ने बताया कि शनिवार की शाम को रेलवे पुलिस ने बताया कि राम मंदिर रेलवे ट्रैक केशलूर में एक बुजुर्ग ट्रैन से टकराने से उसकी मौत हो गई, जिसके बाद आसपास के लोगों को सूचना दिया, मौके पर पहुँचे लोगों ने मृतक की शिनाख्त मंगडूराम पोयाम पिता स्व. हिडमो 65 वर्ष निवासी कोडेनार मिटकूपारा के रूप में हुई, वही गांव के लोगों ने बताया कि मंगडूराम अपने घर को करीब 15 से 16 साल पहले छोड़कर केशलूर में ही रह कर मिस्त्री का काम कर रहा था, शादी होने के बाद भी पत्नी भी ज्यादा साल नही रही और 12 साल पहले वह भी छोड़ कर चली गई। तब से यही रह रहा था, शनिवार की शाम को शराब पीने के बाद पैदल जाने के समय जगदलपुर से किरंदुल जाने वाली मालगाड़ी से टकराने से उसकी मौके पर ही मौत हो गई, रविवार को शव का पीएम के बाद परिजनों को सौप दिया गया है।