खमरिया किसान बईठका में गैर धान उत्पादक किसानों का छलका दर्द, सरकार से पूछा उन्हें आदान राशि से वंचित कर किस अपराध की सजा दी गई है दुर्ग। छत्तीसगढ़ प्रगतिशील किसान संगठन द्वारा दुर्ग ब्लाक के खमरिया में आयोजित किसान बईठका में शामिल गैर धान उत्पादक किसानों ने सरकार से पूछा कि पूर्व की सरकार राजीव गांधी किसान न्याय योजना में सभी किसानों को समान रूप से प्रति एकड़ 9 हजार रूपए आदान राशि देती थी जिसे विष्णुदेव साय की सरकार ने बंद कर दिया और कृषक उन्नति योजना लागू करके सिर्फ सरकार को धान बेचने वाले किसान को 16257/- प्रति एकड़ आदान राशि दिया है। जिससे यह लगता है कि सरकार सिर्फ धान उत्पादक किसानों की उन्नति करना चाहती है अन्य किसानों की नहीं। किसानों ने सरकार से पूछा कि क्या धान के अलावा अन्य फसल लेना राज्य में अपराध है जिसकी सजा ऐसे किसानों को उन्हें मिलने वाले आदान राशि को बंद करके दी गई है ? सरकार चाहती है कि छत्तीसगढ़ के किसान सिर्फ धान की फसल ले अन्य फसल नहीं बईठका में शामिल किसानों ने सरकार के प्रति आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि लगता है कि विष्णुदेव साय की भाजपा सरकार चाहती है कि छत्तीसगढ़ में किसान सिर्फ सरकार को बेचने के लिए ही धान की फसल ले अन्य फसल नहीं, किसानों ने सरकार को सलाह दिया है कि योजना का नाम बदलकर धान उत्पादक कृषक उन्नति योजना कर दे। लाभकारी न्यूनतम समर्थन मूल्य और इसकी कानूनी गारंटी से कम कुछ भी मंजूर नहीं खमरिया किसान बईठका में शामिल किसानों ने केंद्र की मोदी सरकार को निशाने में लेते हुए कहा कि कृषि उपजों का न्यूनतम समर्थन मूल्य सी -2 पर 50त्न लाभ जोड़कर घोषित करने का 2014 का चुनावी वायदा को 10 साल में पूरा नहीं किया है, किसानों ने दो टूक कहा है कि न्यूनतम समर्थन मूल्य की कानूनी गारंटी से कम कुछ भी मंजूर नहीं है। किसान बईठका में शामिल किसानों ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की चर्चा करते हुए कहा कि फसल खराब होने की स्थिति में वास्तविक क्षति के मूल्य के बराबर बीमा लाभ नहीं मिलता है। योजना में निर्धारित उपज को बढ़ाकर प्रति हेक्टेयर 50 च्ंिटल करने और बीमित राशि को बढ़ाकर प्रति हेक्टेयर 1 लाख रुपए करने की मांग की है। किसानों ने भारतमाला परियोजना में सड़क निर्माण के लिए भू अर्जन और मुआवजे का मुद्दा भी उठाया। छत्तीसगढ़ प्रगतिशील किसान संगठन के किसान बईठका में खमरिया, पुरई, करगाडीह, कोकड़ी, धनोरा, खोपली आदि गांवों के माधव साहू,वेदनाथ हिरवानी, गिरधर साहू, बलराम चंद्राकर, सुमेश साहू, गिरधर हिरवानी, सनत देशलहरे, परसराम साहू, इन्दरमन साहू, दीपक साहू, विरेन्द्र कुमार, पुष्पेन्द्र साहू, सनत देशलहरे, विवेकानंद टंडन, खुमानसिंह पटेल, पल्टन राम, भूपेंद्र दास, पोषण लाल, शिवकुमार साहू, फनेश्वर साहू, मन्नूलाल साहू, तुलाराम साहू, सुरेंद्र चंद्राकर, टुमनलाल चंद्राकर, लोमेश कुमार, लक्ष्मीनारायण साहू, मनहरण साहू, इन्द्र कुमार, भीमलाल साहू रामसाय, कार्तिक राम, कल्याण पटेल, श्यामलाल, गणेश साहू, जयकुमार, श्यामलाल पटेल, आदि किसान शामिल हुए , छत्तीसगढ़ प्रगतिशील किसान संगठन के मनोज मिश्रा, उत्तम चंद्राकर और राजकुमार गुप्त ने किसानों का मार्गदर्शन किया। ——-