भाजपा राज में गिर गई थी पीएससी की प्रतिष्ठा इसलिए चौधरी को बोलने का अधिकार नहीं : रेखचंद जैन

इंटरव्यू में पूछे जाने वाले सवाल हो रहे थे वायरल

– पीएमटी की परीक्षा कितने बार हुई थी स्थगित, यह भी याद कर लें 

– व्यापमं का घोटाला भूल गए क्या भाजपा नेता?

जगदलपुर 14 Feb, (Swarnim Savera) । संसदीय सचिव व जगदलपुर विधायक रेखचंद जैन ने कहा है कि वे भाजपा नेता छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग की परीक्षा के प्रश्नों पर सवाल उठा रहे हैं जिनके राज में पीएससी के इंटरव्यू में पूछे जाने वाले सवाल वायरल हो रहे थे। यही नहीं यहां के परीक्षार्थियों को अपना अधिकार पाने कोर्ट का दरवाजा खटखटाना पड़ रहा था। जगदलपुर विधायक ने कहा है कि भाजपा के राज में पीएससी, व्यापमं, माध्यमिक शिक्षा मंडल जैसी संस्थाओं की जिस तरह की पतनशील स्थिति लोगों ने देखी है, उससे ओमप्रकाश चौधरी जैसे नेताओं के बोल शोभा नहीं देते हैं। पिछले चार साल में निर्विघ्न रूप से परीक्षाओं के संचालन ने भाजपा नेताओं के मुंह पर कालिख पोत दी है। श्री जैन ने कहा है कि भाजपा को जनता को यह भी बताना चाहिए कि उनके शासनकाल में पीएमटी की परीक्षा कितनी बार और किस कारण से स्थगित हुई थी ? भाजपा राज में खुलेआम पर्चों की बिक्री होती थी। शायद 2018 की करारी हार ने ऐसे नेताओं की स्मृति का लोप कर दिया है। यही कारण है कि वे व्यापमं की कारगुजारियां भूल गए हैं। भाजपा को अपने शासनकाल में छत्तीसगढ़ पीएससी, व्यापमं आदि परीक्षाओं में हुए तमाम गड़बड़ियों के लिए प्रदेश के लाखों पालकों व परीक्षार्थियों से माफी मांगनी चाहिए। श्री जैन ने कहा है कि परीक्षाओं में भ्रष्टाचार व स्तरहीनता का आरोप लगाना भाजपा को शोभा नहीं देता है और न ही इनके मुंह से निकलने वाली यह बातें उचित प्रतीत होती हैं।

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