लोहारीडीह बवाल: कलेक्टर और एसपी को हटाया गया, एक एएसआई, महिला कांस्टेबल सस्पेंड…22 पुलिसकर्मी हुए लाइनहाजिर

कबीरधाम / जंगल रेंगाखार थाना क्षेत्र के ग्राम लोहारीडीह में रविवार को हुई आगजनी व हत्याकांड के आरोपियों के साथ मारपीट के मामले में सीएम विष्णुदेव साय ने मैजिस्ट्रियल जांच के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री के निर्देश पर कबीरधाम जिले के कलेक्टर और एसपी को हटा दिया गया है। कबीरधाम के कलेक्टर जन्मेजय महोबे के स्थान पर गोपाल वर्मा को कबीरधाम जिले का कलेक्टर नियुक्त किया गया है। कबीरधाम जिले के पुलिस अधीक्षक अभिषेक पल्लव को हटाकर उनके स्थान पर राजेश कुमार अग्रवाल को पुलिस अधीक्षक पदस्थ किया गया है।मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय द्वारा दिए गए मैजिस्ट्रियल जांच के निर्देश के परिपालन में कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी कबीरधाम द्वारा अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी निर्भय कुमार साहू को जांच अधिकारी नियुक्त किया गया है तथा उन्हें 30 दिवस के भीतर निर्धारित बिन्दुओं पर जांच कर रिपोर्ट देने को कहा गया है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव ने कहा कि भविष्य में इस तरह की किसी भी प्रकार की घटना में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी तथा संबंधितों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

वहीं, पुलिसकर्मियों के खिलाफ राजनांदगांव रेंज के आईजी दीपक कुमार झा ने बड़ी कार्रवाई की है। आईजी दीपक कुमार झा ने एक एएसआई और एक महिला आरक्षक को सस्पेंड कर दिया है। साथ ही जंगल रेंगाखार थाना के सभी पुलिसकर्मी लाइन हाजिर कर दिया है। आईजी ने कवर्धा में प्रेस कांफ्रेंस ली। उन्होंने घटनाक्रम के संबंध में जानकारी दी। इसके बाद पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई को लेकर आदेश जारी किया गया है।

जारी आदेश में थाना सिंघनपुरी में पदस्थ एएसआई कुमार मंगलम, पुलिस चौकी बाजार चारभाठा की महिला आरक्षक अंकिता गुप्ता को सस्पेंड किया है। इसके अलावा क्षेत्र डीएसपी संजय ध्रुव को हटाकर उनके जगह में कृष्ण कुमार चंद्राकर को भेजा जा रहा है। साथ ही जंगल रेंगाखार थाना प्रभारी टीआई झुमुक लाल शांडिल्य समेत कुल 22 पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर किया गया है। आईजी ने पूरे मामले की विशेष जांच किए जाने की बात कही है।

छत्तीसगढ़ बंद का आह्वान
इधर, लोहारीडीह कांड को लेकर कल शनिवार 21 सितंबर को कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ बंद का आह्वान किया है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज ने डिप्टी सीएम गृहमंत्री व कवर्धा विधायक विजय शर्मा के गृह जिले में हुए घटना पर गृहमंत्री को बर्खास्त करने की मांग मुख्यमंत्री से की। उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में कानून व्यवस्था चरमराई है। लोहारीडीह मामले के घटना की जांच हाईकोर्ट की सिटिंग जज ने करने, मृतक कचरू साहू का दोबारा पोस्टमार्टम करने की मांग, जंगल रेंगाखार थाना की सीसीटीवी फुटेज निकलवाने की मांग की है। 

साथ ही पुलिस-प्रशासन और गृहमंत्री पर नाकामी का आरोप लगाया है। पीसीसी चीफ दीपक बैज ने कहा कि कवर्धा जल रहा है। लगातार यहां पर हत्याएं हो रही हैं, कहीं फांसी लगाई जा रही हैं तो कहीं किसी के घर जलाए जा रहे हैं। पुलिस की अभिरक्षा में मौत हो रही है। कवर्धा पूरी तरह से मणिपुर बन गया है, इसीलिए हमें कल गुरुवार को गांव में जाने की आवश्यकता पड़ी। कल गुरुवार को पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल समेत कांग्रेस के कई दिग्गज नेताओं ने गांव जाकर पीड़ित परिवारों से मुलाकात किया था। इसके बाद कल 21 सितंबर शनिवार को प्रदेश बंद का आह्वान किया गया।

ये है पूरा मामला 
बीते रविवार को इस गांव से 5 किमी दूर एमपी-सीजी बॉर्डर पर गांव के शिव प्रसाद साहू उर्फ कचरू साहू का शव फांसी पर लटके मिला। इसकी हत्या की शक को लेकर ग्रामीणों ने गांव के रघुनाथ साहू के घर हमला कर दिया। घर को आग के हवाले कर दिया है। कबीरधाम एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव अपनी टीम के साथ गांव में पहुंचे थे। इस दौरान ग्रामीणों ने पुलिस टीम पर हमला कर दिया। देर शाम पुलिस की टीम गांव के भीतर आग लगे हुए घर पर पहुंची, जहां पर रघुनाथ साहू का शव जला हुआ मिला। इस गांव में भूमि विवाद चल रहा था। 

रघुनाथ साहू के परिवार व ग्रामीणों के बीच काफी दिनों से विवाद चला आ रहा था। रविवार को इस विवाद ने रौद्र रूप ले लिया। जिस युवक की शव जंगल में मिली है, वह एमपी के बालाघाट जिले के बिरसा थाना क्षेत्र में आता है। ऐसे में बालाघाट पुलिस मामले की जांच कर रही हैं। गांव में आगजनी व हत्या को लेकर पुलिस ने कुल 69 लोगों को गिरफ्तार किया। बुधवार को इन आरोपियों में प्रशांत साहू (27) निवासी ग्राम लोहारीडीह की कवर्धा जेल में मौत हो गई। इसके बाद पूरा मामला बदल गया। परिजनों ने मारपीट का आरोप लगाया। 

मृतक प्रशांत साहू के शरीर में चोट के निशान मिले। मृतक की मां का कहना है कि उन्हें व उनके बेटे को पुलिस गिरफ्तार कर जंगल रेंगाखार थाना ले गई, जहां पुलिस ने भयंकर पिटाई की। कई लोगों के कपड़े उतारकर उन्हें मारा गया। महिलाओं को भी नहीं बख्शा। महिला आरक्षक ने भी मारपीट की। थाने में गांव के लोगों को मारा जा रहा था, जबकि सभी निर्दोष हैं। इस घटनाक्रम के बाद 2020 बैच के आईपीएस अधिकारी विकास कुमार को बुधवार देर रात को कवर्धा विधायक व डिप्टी सीएम गृह मंत्री विजय शर्मा ने सस्पेंड कर दिया। इसके बाद शुक्रवार को दो पुलिसकर्मियों को सस्पेंड किया गया है। घटना के छह दिन बाद वर्तमान में गांव में पुलिस व प्रशासन की टीम मौजूद है।

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