कब्र खोद दी गई, चल रही थी दफन करने की तैयारी; अचनाक शरीर में आ गई जान, अस्पताल ले गए परिजन और फिर…

सिद्धार्थनगर/ सिद्धार्थनगर जिले के डुमरियागंज थाना क्षेत्र के सिकहरा गांव में बुधवार को एक जिंदा व्यक्ति को मृत समझ कर गांव और परिवारवालों ने उसके शरीर को डीप फ्रीजर में रख दिया। बॉडी को दफन करने की तैयारी भी होने लगी। इसी बीच करीब दो घंटे बाद किसी की नजर उस पर पड़ी तो शरीर में हरकत दिखी। यह देख परिवार के लोग खुश हो गए। उन्हें पहले सीएचसी फिर बस्ती के कैली अस्पताल ले जाया गया, लेकिन एक घंटे बाद ही वहां उनका निधन हो गया। इस दौरान सोशल मीडिया में मृत व्यक्ति को जिंदा हो जाने की खबरें वायरल होने लगीं।

सिकहरा गांव निवासी 55 वर्षीय अकरम मुंबई में भंगार का कारोबार करते थे। वह अपने परिवार के मुंबई में रहते थे। अकरम के रिश्तेदार इरशाद से पता चला कि अकरम को मुंबई में सोमवार को हृदय की बीमारी होने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वहां तबीयत बिगड़ने के बाद वह कोमा में चले गए।

मुंबई में डॉक्टरों ने जवाब दे दिया तो अस्पताल की टीम के साथ उन्हें ऑक्सीजन लगाकर घर भेज दिया गया। बुधवार सुबह करीब चार बजे एंबुलेंस सिकहरा गांव पहुंची। बीमार अकरम को उनके घर पहुंचा कर टीम चली गई। एंबुलेंस में आए डाक्टर ने जाते-जाते बताया था कि हालत नाजुक है। दो चार घंटे तक यह जीवित रह सकेंगे। एंबुलेंस के जाने के कुछ देर बाद उनकी सांस बंद होने स्थिति सामने आ गई। लोगों ने समझ लिया कि अकरम की मौत हो गई। उसके बाद उनके शरीर को डीप फ्रीजर में डाल दिया गया।

चल रही थी दफन करने की तैयारी.. शरीर में आ गई जान
अकरम की मौत हो जाने का मान कर गांव में कब्र खोदकर भी तैयार कर दी गई। दफन करने की तैयारी चल ही रही थी कि उसी समय डीप फ्रीजर में रखे अकरम की शरीर में कुछ हरकत हुई। नजदीक जाने पर पता चला कि उनकी सांस चल रही है। आनन-फानन उन्हें बेंवा सीएचसी पहुंचाया गया। वहां उपचार करने के बाद डाक्टरों ने हालत गंभीर देखकर बस्ती के कैली अस्पताल रेफर कर दिया। वहां बुधवार दोपहर करीब दो बजे इलाज के दौरान अकरम की मृत्यु हो गई।

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