सूर्य उपासना का महापर्व छठ पूजा आज, शाम को डूबते सूर्य को अर्घ्य देंगे व्रती
रायपुर / सूर्य उपासना का महापर्व छठ पूजा छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में आज मनाया जा रहा है। आज शाम चार बजे व्रती विभिन्न तालाब और नदी के तट पर पूजा अर्चना करेंगे। इसके बाद शाम को डूबते सूर्य को अर्घ्य देने के बाद वापस घर पहुंचेंगे फिर कल शुक्रवार सुबह में उगते सूर्य को अर्घ्य देने के बाद प्रसाद का वितरण करेंगे। इसी के साथ पूजा का समापन होगा।
पहले दिन मंगलवार को व्रती नहाय-खाय के साथ 72 घंटे का निर्जल व्रत शुरू हुआ। इस बार महादेवघाट स्थित खारून नदी तट और 60 तालाबों पर व्रती अर्घ्य देंगे। महादेवघाट में छठ पूजा को लेकर पूरी तैयारी कर ली गई है। चार दिवसीय छठ महापर्व की शुरुआत पांच नवंबर से नहाय खाय के साथ शुरू हो गई है। इस बार महादेव घाट रायपुर में छठ महापर्व बड़े ही धूमधाम और भव्यता के साथ मनाया जा रहा है। इसे लेकर छठ महापर्व आयोजन समिति महादेव घाट के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने कमर कस ली है।
पहले दिन पांच नवंबर को नहाय खाय के साथ छठ महापर्व की शुरुआत हुई। इसके बाद 6 नवंबर को खरना, 7 नवंबर को डूबते सूर्य को अर्घ्य और 8 नवंबर को उगते सूर्य को अर्घ्य देकर छठ महापर्व का समापन होगा। छठ पर्व को शक्ति पूजा और सूर्य सष्टी व्रत के नाम से भी जाना जाता है। यह पर्व मुख्य रूप से पूर्वी भारत के बिहार, झारखंड, पूर्वांचल, पश्चिम बंगाल और नेपाल के तराई क्षेत्रों में मनाया जाता है। छठ पूजा सूर्य और उनकी बहन छठी मैया को समर्पित है। त्योहार और व्रत के अनुष्ठान कठोर है। चार दिनों तक मनाए जाने वाले इस व्रत में महिलायें पवित्र स्नान, उपवास और निर्जल, लंबे समय तक पानी में खड़े रहना, प्रसाद, प्रार्थना और सूर्य देवता को अर्घ्य देना शामिल है। बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश के लोग जिस देश और राज्यों में बसे हैं। वहां अपनी संस्कृतियों को आज भी संजोये हुए हैं।
आज शाम को सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति
सात नवंबर की शाम को महादेवघाट में सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति होगी, जिसमें अंतराष्ट्रीय लोक गायिका कल्पना पटवारी मुंबई, अंतर्राष्ट्रीय लोक गायिका गायत्री यादव लखनऊ, लोक गायिका परिणीता राव पटनायक और छत्तीसगढ़ के प्रख्यात भजन गायक दुकालु यादव सांस्कृतिक प्रस्तुति देंगे। इस अवसर पर नृत्य नाटिका भी प्रस्तुत की जायेगी। इस पूजा के दौरान पहली बार शाम को महादेवघाट में खारुन गंगा मैया की महाआरती की जाएगी। इससे अलावा नवा रायपुर अटल नगर स्थित तालाब में छठ महापर्व भव्य रुप में मनाया जाएगा।
छठ महापर्व आयोजन समिति के अध्यक्ष राजेश कुमार सिंह ने बताया कि छठ महापर्व छत्तीसगढ़ के रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग-भिलाई, कोरबा, बस्तर समेत अन्य शहरों में बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया जाता है। रायपुर में छठ पूजा 60 से ज्यादा जगहों पर जैसे महादेव घाट, व्यास तालाब बिरगांव और अन्य तालाबों किनारे मनाया जाता है। पांच से आठ नवंबर तक पूरे देश में छठ पूजा की जायेगी। समिति जिला प्रशासन और नगर निगम की सहयोग से खारून नदी महादेव घाट के सभी घाटों की साफ सफाई हो चुकी है। मंगलवार को भी आयोजकों ने महादेवघाट में साफ-सफाई कर श्रमदान किया।
उन्होंने बताया कि छठ पूजा प्राचीन काल से ही स्वच्छता का संदेश देती आ रही है। इस पर्व में व्रती महिलायें शुद्ध प्रसाद बनाती हैं, जिसे सूर्य भगवान को भोग लगाया जाता है। लोग सड़क और घाटों की सफाई करते हैं। मान्यताओं के अनुसार, छठी मैया विश्व की सबसे बड़ी स्वच्छता की ब्रांड एंबेसडर हैं।